Solution: मुंशी प्रेमचन्द के पूर्व के उपन्यासों में उच्च वर्गीय समूह के आमोद-प्रमोद, मनोरंजन आदि विषय-वस्तु हुआ करते थे। जबकि प्रेमचन्द ग्रामीण निम्न वर्गीय समाज में व्याप्त गरीबी, सामाजिक विषमता, खेत खलिहान आदि को अपने उपन्यासों का विषयवस्तु बनाते थे। गोदान, गबन, कर्मभूमि आदि उनके सर्वप्रसिद्ध उपन्यास है।