Statement I Among the five propositions in
Nyaya syllogism the first (pratigna) coincides
with the fifth (nigaman).
कथन ।: न्यायवाक्य 'न्याय' में पाँच प्रतिज्ञप्तियों में से
प्रथम (प्रतिज्ञा) पंचम (निगमन) के अनुरूप होती है।
Statement II: Among the five proposition in Nyaya syllogism the second (hetu) coincides with the fourth (Upanaya).
कथन II : न्यायवाक्य 'न्याय' में पाँच प्रतिज्ञाप्तियों में से द्वितीय (हेतु) चतुर्थ (उपनय) के अनुरूप होती है।
In the light of the above statements, choose the most appropriate answer from the options given below:
उपरोक्त कथन के आलोक में, नीचे दिए गए विकल्पों में से सबसे उपयुक्त उत्तर का चयन कीजिए:
Correct Answer: (a) Both statement I and statement II are correct/कबन । और कथन । दोनों सही है
Solution:नैयायिकों के न्यायवाक्य में पाँच सदस्य या प्रस्ताव होते है जहां चार प्रस्तावों को परिसर माना जाता है और पाँचवाँ निष्कर्ष होता है।• अरस्तू न्यायवाक्य अनुमान का एक रूप है जिसमें तीन शब्द (मध्य पद, लघु पद और प्रमुख पद) और स्पष्ट प्रस्ताव शामिल
• न्याय तर्क के न्यायवाक्य में पाँच प्रस्ताव है जिन्हें अव्यय के नाम से जाना जाता है।
• पहला प्रतिज्ञा है।
• दूसरा हेतु या कारण है।
• तीसरा उदाहरण या व्याख्यात्मक उदाहरण है।
• चौथा उपनय या अनुपयोग है।
• पाँचवाँ निगमन या निष्कर्ष का कथन है।