अपमार्जक

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1. निम्न में से कौन-सा पदार्थ साबुन बनाने में प्रयोग होता है? [44th B.P.S.C. (Pre) 200]

Correct Answer: (a) वनस्पति तेल
Solution:साबुनीकरण की क्रिया में वनस्पति तेल या वसा एवं कास्टिक सोडा या कास्टिक पोटाश के जलीय विलयन को गर्म करके रासायनिक प्रतिक्रिया के द्वारा साबुन का निर्माण होता है तथा ग्लिसरॉल मुक्त होता है।

2. साबुन, ग्रीज को हटाता है- [B.P.S.C. (Pre) Exam, 2016]

Correct Answer: (c) पायसीकरण द्वारा
Solution:पाईसीकारक सामान्यतः ध्रुवीय समूहों युक्त लंबी श्रृंखला वाले यौगिक होते हैं, उदाहरणार्थ साबुन (सोडियम तथा पोटैशियम के वसीय लवण)। साबुन के अणु में दो भाग होते हैं- (i) लंबी हाइड्रोकार्बन शाखा (C,, H) जो कि बसा में घुलनशील है तथा (ii) जल में विलेय ध्रुवीय भाग (-COO- Na" समूह)। पायसीकरण (Emulsification) के दौरान साबुन का अध्रुवीय ऐल्किल समूह (C,, H,,) तेल या ग्रीज (Grease) को घोल लेता है तथा ध्रुवीय समूह (-COO- Na') जल में घुल जाता है और जब इसे ठीक प्रकार रगड़ा जाता है, तो ग्रीज छोटी-छोटी बूंदों के रूप में जल में निलंबित हो जाते हैं और जल के बहाव में सरलता से बह जाते हैं।

3. कपड़े साफ करने में प्रयोग होने वाले डिटर्जेंट हैं- [63rd B.P.S.C. (Pre) 2017]

Correct Answer: (d) सल्फोनेट
Solution:डिटर्जेंट आर्द्रक अथवा आर्द्रकों के यौगिक होते हैं, जो तनुकृत अवस्था में सफाई के गुण को प्रदर्शित करते हैं। वस्तुतः ऐसे पदार्थ एलकिलबेंजीनसल्फोनेट्स होते हैं। डिटर्जेंट कठोर जल में भी घुलनशील होते हैं।

4. अपमार्जक (Detergent) क्या है? [40th B.P.S.C. (Pre) 1995]

Correct Answer: (d) शोधन अभिकर्ता
Solution:अपमार्जक साबुन से थोड़ा भिन्न सफाई करने वाले पदार्थ हैं। ये कठोर जल से कपड़ा धोने के काम आते हैं, क्योंकि अपमार्जक कठोर जल में उपस्थित कैल्शियम तथा मैग्नीशियम के आयनों के साथ कोई अविलेय अवक्षेप नहीं बनाते हैं। यही कारण है कि ये कठोर जल के साथ अधिक झाग देते है तथा मैले कपड़ों से सरलतापूर्वक तेल एवं गर्द निकाल देते हैं। अपमार्जक जल का पृष्ठ तनाव घटा देते हैं।

5. कथन (A): अपमार्जक मैले कपड़ों से सरलतापूर्वक तेल एवं गर्द निकाल देते हैं। [U.P.P.C.S. (Pre) 1997]

कारण (R): अपमार्जक जल का पृष्ठ तनाव बढ़ा देते हैं।

कूट :

Correct Answer: (c) (A) सही है, परन्तु (R) गलत है।
Solution:अपमार्जक साबुन से थोड़ा भिन्न सफाई करने वाले पदार्थ हैं। ये कठोर जल से कपड़ा धोने के काम आते हैं, क्योंकि अपमार्जक कठोर जल में उपस्थित कैल्शियम तथा मैग्नीशियम के आयनों के साथ कोई अविलेय अवक्षेप नहीं बनाते हैं। यही कारण है कि ये कठोर जल के साथ अधिक झाग देते है तथा मैले कपड़ों से सरलतापूर्वक तेल एवं गर्द निकाल देते हैं। अपमार्जक जल का पृष्ठ तनाव घटा देते हैं।

6. निम्न कथनों पर विचार कीजिए- [I.A.S. (Pre) 2002]

कथन (A): कृत्रिम प्रक्षालक कठोर जल में अधिक झाग बना सकते हैं।

कारण (R): कृत्रिम प्रक्षालक कठोर जल के साथ कैल्शियम और मैग्नीशियम के घुलनशील लवण बनाते हैं।

कूट :

Correct Answer: (a) (A) और (R) दोनों सही हैं, और (R), (A) का सही स्पष्टीकरण है।
Solution:अपमार्जक साबुन से थोड़ा भिन्न सफाई करने वाले पदार्थ हैं। ये कठोर जल से कपड़ा धोने के काम आते हैं, क्योंकि अपमार्जक कठोर जल में उपस्थित कैल्शियम तथा मैग्नीशियम के आयनों के साथ कोई अविलेय अवक्षेप नहीं बनाते हैं। यही कारण है कि ये कठोर जल के साथ अधिक झाग देते है तथा मैले कपड़ों से सरलतापूर्वक तेल एवं गर्द निकाल देते हैं। अपमार्जक जल का पृष्ठ तनाव घटा देते हैं।

7. निम्न कथनों पर विचार कीजिए- [I.A.S. (Pre) 2003]

कपड़े धोने के चूर्ण में अपमार्जक में सोडियम सल्फेट तथा सोडियम सिलिकेट इसलिए मिश्रित किए जाते हैं कि-

1. चूर्ण शुष्क रहे

2. चूर्ण की क्षारीयता बनी रहे

इन कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

Correct Answer: (c) दोनों 1 तथा 2
Solution:कपड़े धोने के चूर्ण में अपमार्जक में सोडियम सल्फेट मिलाने से क्षारकता बढ़ जाती है तथा सोडियम सिलिकेट मिलाने से चूर्ण क्रिस्टलीय हो जाता है, जिससे वह शुष्क रहता है।