अलंकार (Part-3)

Total Questions: 54

31. 'कारण के अभाव में कार्य की उत्पत्ति होना' किस अलंकार का परिचायक है? [P.G.T. परीक्षा-2021 (यू.पी.)]

Correct Answer: (c) विभावना
Solution:कारण के अभाव में कार्य की उत्पत्ति होना ही 'विभावेना' अलंकार कहलाता है। जैसे- "बिनु पद चलै, सुनै बिनु काना।"

32. बिनु पद चलइ सुनइ बिनु काना। कर बिनु करम करइ बिधि नाना।' इस चौपाई में अलंकार है- [U.P.P.S.C. (एल.टी.ग्रेड) परीक्षा, 2018, Revenue Insp. Exam -2014 (IInd Paper, Part-I), U.K.PCS (C-SAT) Exam, 2016, T.G.T. परीक्षा, 2013]

Correct Answer: (b) विभावना
Solution:उपर्युक्त चौपाई में विभावना अलंकार है। विभावना अलंकार में कारण के बिना कार्य सम्पन्न हो जाता है।

33. बिनु पद चलइ सुनइ बिनु काना। कर बिनु करम करइ बिधि नाना।' इस चौपाई में अलंकार है- [U.P.P.S.C. (एल.टी.ग्रेड) परीक्षा, 2018, Revenue Insp. Exam -2014 (IInd Paper, Part-I), U.K.PCS (C-SAT) Exam, 2016, T.G.T. परीक्षा, 2013]

Correct Answer: (b) विभावना
Solution:उपर्युक्त चौपाई में विभावना अलंकार है। विभावना अलंकार में कारण के बिना कार्य सम्पन्न हो जाता है।

34. "तरनि-तनूजा-तट तमाल तरुवर बहु छाए। [P.G.T. परीक्षा, 2000]

झुके कूल सों जल-परसन-हित मनहुँ सुहाए।।" उपर्युक्त पंक्तियों में अलंकार है-

 

Correct Answer: (b) वृत्यनुप्रास
Solution:जहाँ एक अथवा एक से अधिक वर्ण समूह की एक से अधिक बार आवृत्ति हो, वहाँ वृत्यनुप्रास होता है। प्रस्तुत पंक्तियों में कई बार 'त' की आवृत्ति हुई है। अतः वृत्यनुप्रास अलंकार है।

35. जहाँ एक व्यंजन की आवृत्ति एक या अनेक बार हो, वहाँ होता है- [आश्रम पद्धति (प्रवक्ता) परीक्षा, 2012]

Correct Answer: (b) वृत्यनुप्रास
Solution:जहाँ एक व्यंजन की आवृत्ति एक या अनेक बार हो, वहाँ वृत्यनुप्रास अलंकार होता है।

36. जहाँ उपमेय का निषेध करके उपमान का आरोप किया जाय, वहाँ होता है- [Revenue Insp. Exam-2014 (IInd Paper, Part-I)]

Correct Answer: (c) अपनुति अलंकार
Solution:जहाँ उपमेय का निषेध करके उपमान का आरोप किया जाए, वहाँ अपनुति अलंकार होता है।

37. किस पंक्ति में 'अपनुति' अलंकार है? [Revenue Insp. Exam-2014 (IInd Paper, Part-I)]

Correct Answer: (d) यह चन्द्र नहीं मुख है।
Solution:'यह चन्द्र नहीं मुख है' में 'अपनुति' अलंकार है। अपनुति अलंकार की परिभाषा के अनुसार, जिसमें प्रस्तुत का निषेध कर अप्रस्तुत की स्थापना की जाती है, अपनुति अलंकार होता है।

38. मैं जो कहा रघुबीर कृपाला। [आश्रम पद्धति (प्रवक्ता) परीक्षा, 2012]

बन्धु न होइ मोर यह काला।।'

इस उद्धरण में कौन-सा अलंकार है?

Correct Answer: (d) अपनुति
Solution:जहाँ उपमेय का निषेध करके उपमान का आरोप किया जाए अर्थात् प्रस्तुत का निषेध कर अप्रस्तुत की स्थापना की जाए, वहाँ अपनुति अलंकार होता है। प्रस्तुत पंक्तियों में अपनुति अलंकार है। यहाँ पर सुग्रीव ने बालि के बारे में श्रीराम से कहा है कि हे कृपालु मैंने आप से पहले ही कहा था कि बालि मेरा भाई नहीं है, काल है।

39. निम्नलिखित में से कौन सादृश्यमूलक अलंकार नहीं है? [Revenue Insp. Exam-2014 (IInd Paper, Part-I)]

Correct Answer: (c) विशेषोक्ति
Solution:जब दो वस्तुओं में समता की भावना को लेकर किसी उक्ति से चमत्कार उत्पन्न किया जाता है, तो उसे सादृश्य, साधर्म्य या साम्यमूलक अलंकार कहा जाता है। अधिकांश अलंकार यथा-रूपक, उल्लेख, सन्देह, भ्रान्ति, उपमा, उत्प्रेक्षा, अपनुति, परिणाम, प्रतीप, व्यतिरेक, दृष्टान्त, निदर्शना, दीपक, सहोक्ति, विनोक्ति, दीपिका वृत्ति, अनन्वय, स्मरण, अतिशयोक्ति, ब्याज स्तुति, ब्याज निन्दा, आक्षेप पर्यायोक्ति, श्लेष आदि इसी के अन्तर्गत आते हैं। 'विशेषोक्ति' विरोधमूलक अलंकार है।

40. निम्न पंक्ति में सही अलंकार का चयन कीजिए। पानी बिच मीन पियासी। मोहि सुनि सुनि आवत हाँसी ।। [UPSSSC ग्राम विकास अधिकारी परीक्षा, 2016]

Correct Answer: (c) विशेषोक्ति
Solution:उपर्युक्त पंक्तियों में 'विशेषोक्ति अलंकार' है। जहाँ कारण रहते हुए भी कार्य नहीं होता, वहाँ विशेषोक्ति अलंकार होता है।