(A) विश्व के सभी भागों में ईस्वी पूर्व छठवीं शताब्दी एक महान धार्मिक उथल-पुथल का काल था।
(B) वैदिक धर्म बहुत जटिल हो चुका था।
कूट :
Correct Answer: (b) दोनों (A) और (B) सही हैं।
Solution:ईसा पूर्व छठी शताब्दी में उत्तर भारत की मध्य गंगा घाटी क्षेत्र में अनेक धार्मिक संप्रदायों का उदय हुआ। अनेक मत तथा दर्शनों के प्रादुर्भाव ने बौद्धिक आंदोलन का रूप ग्रहण किया। विभिन्न मतों को मानने वाले संन्यासी (परिव्राजक) घूम-घूमकर अपने जीवन-दर्शन का जन समुदाय में प्रचार तथा एक-दूसरे के दर्शन का खंडन भी करते थे। यह भी महत्वपूर्ण है कि इस प्रकार के बौद्धिक आंदोलनों के प्रमाण अन्य देशों में भी मिलते हैं। चीन, ईरान तथा यूनान में पुरातन मान्यताओं को चुनौती देने वाले क्रमशः कन्फ्यूशियस, जरथुस्ट तथा पाइथागोरस थे। वैदिक धर्म बहुत जटिल हो चुका था। मंत्रों की शुद्धता और यज्ञों पर बहुत जोर था, जिससे पुरोहितों का महत्व अत्यधिक बढ़ गया। यज्ञों में बहुत धन-व्यय होने लगा तथा पशु-बलि को भी बढ़ावा मिला।