Correct Answer: (c) बढ़ता है।
Solution:अर्थव्यवस्था की विकासमान स्थिति में जीडीपी में तृतीयक क्षेत्र या सेवा क्षेत्र का योगदान बढ़ता है। उदाहरणस्वरूप भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास के साथ सेवा क्षेत्र का जीडीपी में योगदान वर्ष 1950-51 के 30.3% से क्रमशः बढ़ते हुए वर्ष 1980-81 में 37.65%, वर्ष 1990-91 में 42.55%, ऋण वर्ष 2000-01 में 50.37% हो गया है। 29 फरवरी, 2024 को जारी राष्ट्रीय आय के द्वितीय अग्रिम अनुमान, 2023-24 के अनुसार, चालू मूल्यों पर वर्ष 2021-22 (2nd R.E.), 2022-23 (1st R.E.) एवं 2023-24 (2nd A.E.) में GVA में सेवा क्षेत्र की हिस्सेदारी क्रमशः 52.18%, 54.18% तथा 54.86% अनुमानित है।