दिल्ली सल्तनत : कला एवं स्थापत्य (UPPCS)

Total Questions: 15

1. भारत में कागज का प्रयोग कब से प्रारंभ हुआ? [63rd B.P.S.C. (Pre) 2017]

Correct Answer: (a) 12वीं शताब्दी
Solution:विश्व में सर्वप्रथम कागज का आविष्कार चीन में हुआ था। भारत में कागज का प्रयोग 12वीं शताब्दी में प्रारंभ हुआ। आशुतोष संग्रहालय कलकत्ता में 1105 ई. का पेपर संरक्षित किया गया है, जिसका शीर्षक पंचरक्षा है। यह भारत में कागज का सबसे प्राचीन प्रमाण है।

2. 'अलाई दरवाजा' का निर्माण किस सुल्तान ने करवाया? [42nd B.P.S.C. (Pre) 1997]

Correct Answer: (c) अलाउद्दीन खिलजी
Solution:'अलाई दरवाजा' का निर्माण सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी ने 'कुतुबमीनार' के निकट करवाया था। इसका निर्माण लाल बलुआ पत्थरों तथा सफेद संगमरमर के द्वारा हुआ। यह 1311 ई. में बनकर तैयार हुआ। इल्तुतमिश के मकबरे की तरह इसमें एक चौकोर बड़ा कमरा है, जिसकी छत पर एक गुंबद है। इसमें घोड़े के नाल के आकार की मेहराब का प्रयोग सर्वप्रथम हुआ है। इसमें चतुष्केंद्रीय मेहराब (ट्यूडर मेहराब) का एक प्रमुख वास्तु तत्व के रूप में सर्वप्रथम प्रयोग किया गया है।

3. घोड़े के नाल के आकार की मेहराब सर्वप्रथम प्रयोग में लाई गई थी- [Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2016]

Correct Answer: (c) अलाई दरवाजा में
Solution:'अलाई दरवाजा' का निर्माण सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी ने 'कुतुबमीनार' के निकट करवाया था। इसका निर्माण लाल बलुआ पत्थरों तथा सफेद संगमरमर के द्वारा हुआ। यह 1311 ई. में बनकर तैयार हुआ। इल्तुतमिश के मकबरे की तरह इसमें एक चौकोर बड़ा कमरा है, जिसकी छत पर एक गुंबद है। इसमें घोड़े के नाल के आकार की मेहराब का प्रयोग सर्वप्रथम हुआ है। इसमें चतुष्केंद्रीय मेहराब (ट्यूडर मेहराब) का एक प्रमुख वास्तु तत्व के रूप में सर्वप्रथम प्रयोग किया गया है।

4. निम्नलिखित में से किसने कुतुबमीनार के निर्माण में योगदान नहीं दिया- [U.P. P.C.S. (Pre) 2003 U.P. U.D.A./L.D.A. (Pre) 2002]

Correct Answer: (c) अलाउद्दीन खिलजी
Solution:कुतुबमीनार का निर्माण कुतुबुद्दीन ऐबक ने आरंभ कराया और सुल्तान इल्तुतमिश के काल में इसका निर्माण कार्य पूर्ण हुआ। प्रसिद्ध सूफी ख्वाजा कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी के नाम पर इसका नाम 'कुतुबमीनार' रखा गया। यह गोलाकार तथा पंचमंजिली इमारत है। फिरोज शाह तुगलक के शासनकाल में इसकी चौथी मंजिल को काफी हानि पहुंची थी, जिस पर फिरोज ने चौथी मंजिल के पुनर्निर्माण के साथ-साथ पांचवीं मंजिल का भी निर्माण करवाया। इस प्रकार 'कुतुबमीनार' में चार मंजिलों के स्थान पर पांच मंजिलें बन गईं, जो आज भी विद्यमान हैं। सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी ने कुतुबमीनार के निर्माण में कोई योगदान नहीं किया था

5. निम्न में से किस सुल्तान ने कुतुबमीनार की पांचवीं मंजिल का निर्माण कराया ? [U. P. Lower Sub. (Spl.) (Pre) 2004]

Correct Answer: (c) फिरोज शाह तुगलक
Solution:कुतुबमीनार का निर्माण कुतुबुद्दीन ऐबक ने आरंभ कराया और सुल्तान इल्तुतमिश के काल में इसका निर्माण कार्य पूर्ण हुआ। प्रसिद्ध सूफी ख्वाजा कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी के नाम पर इसका नाम 'कुतुबमीनार' रखा गया। यह गोलाकार तथा पंचमंजिली इमारत है। फिरोज शाह तुगलक के शासनकाल में इसकी चौथी मंजिल को काफी हानि पहुंची थी, जिस पर फिरोज ने चौथी मंजिल के पुनर्निर्माण के साथ-साथ पांचवीं मंजिल का भी निर्माण करवाया। इस प्रकार 'कुतुबमीनार' में चार मंजिलों के स्थान पर पांच मंजिलें बन गईं, जो आज भी विद्यमान हैं। सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी ने कुतुबमीनार के निर्माण में कोई योगदान नहीं किया था

6. मध्य भारत की मीनारों के बारे में निम्नलिखित पर विचार करें। [Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2023]

1. तेरहवीं शताब्दी में निर्मित कुतुबमीनार, 180 फीट ऊंची पतली मीनार है जो पांच मंजिलों में विभाजित है।

2. पंद्रहवी शताब्दी में निर्मित चांद मीनार, 210 फीट ऊंची एक पतली मीनार है जो चार मंजिलों में विभाजित है।

उपर्युक्त में से कौन-सा कथन सही है?

Correct Answer: (b) केवल 2
Solution:कुतुबमीनार का निर्माण कुतुबुद्दीन ऐबक द्वारा प्रारंभ करवाया गया था जिसे इल्तुतमिश ने पूर्ण करवाया था। तेरहवीं शताब्दी में मूलतः निर्मित इस इमारत के आधार का व्यास लगभग 47 फीट (14.32 मीटर), शीर्ष का व्यास लगभग 9 फीट (2.75 मीटर) तथा ऊंचाई लगभग 238 फीट (72.5 मीटर) है। यह इमारत लगभग 5 मंजिलों में विभाजित है। पंद्रहवीं शताब्दी में निर्मित चांद मीनार (महाराष्ट्र), 210 फीट ऊंची एक पतली मीनार है जो चार मंजिलों में विभाजित है। यह आडू (Peach) रंग से चित्रित है। यह मीनार एक ईरानी स्मारक की तरह दिखाई देती है, लेकिन इसके निर्माण में दिल्ली और ईरान के वास्तुकलाविदों के साथ-साथ स्थानीय वास्तु कलाकारों का भी हाथ था।

7. भारत में प्रथम मकबरा, जो शुद्ध हिंद-इस्लामी शैली में निर्मित हुआ था- [U.P. P.C.S. (Spl.) (Pre) 2004]

Correct Answer: (b) बलबन का मकबरा
Solution:भारत में विशुद्ध हिंद-इस्लामी शैली में निर्मित प्रथम मकबरा सुल्तान बलबन द्वारा नई दिल्ली में मेहरौली के समीप बनवाया गया स्वयं का मकबरा था। बलबन के मकबरे में सर्वप्रथम मेहराब का वास्तविक रूप दिखाई पड़ता है। वहीं अलाई दरवाजा में सर्वप्रथम घोड़े के नाल के आकार की मेहराब का प्रयोग दिखाई पड़ता है। खिज्र खान द्वारा निर्मित जमात-ए-खाना मस्जिद पूर्णतः इस्लामी शैली में निर्मित प्रथम मस्जिद है।

8. प्रथम वास्तविक मेहराब किस सल्तनतकालीन स्मारक में दृशातीत् है? [Jharkhand P.C.S. (Pre) 2016]

Correct Answer: (b) बलबन का मकबरा
Solution:बलबन का मकबरा मेहरौली (नई दिल्ली) के निकट में स्थित है। मकबरे का कक्ष वर्गाकार है। सर्वप्रथम इस मकबरे में मेहराब का वास्तविक रूप दिखाई पड़ता है।

9. निम्नलिखित पर विचार करें- [I.A.S. (Pre) 1998]

1. तुगलकाबाद किला

2. लोदी गार्डेन

3. कुतुबमीनार

4. फतेहपुर सीकरी

सही कालानुक्रमिक क्रम, जिसमें इनका निर्माण हुआ है-

 

Correct Answer: (b) 3, 1, 2, 4,
Solution:गयासुद्दीन तुगलक (1320-25 ई.) ने तुगलक वंश की स्थापना के बाद दिल्ली में एक नगर की स्थापना की और उसका नाम 'तुगलकाबाद' रखा।

इसे सुरक्षित रखने के लिए उसने एक किले का निर्माण कराया। लोदी गार्डेन लोदी शासनकाल (1451-1526 ई.) में निर्मित हुआ। कुतुबमीनार के निर्माण का प्रारंभ कुतुबुद्दीन ऐबक (1206-1210 ई.) ने किया एवं यह इल्तुतमिश (1211-36 ई.) के कार्यकाल में पूरा हुआ। फतेहपुर सीकरी की स्थापना एवं निर्माण अकबर (1556-1605 ई.) द्वारा किया गया।

10. सूची-1 को सूची-II से सुमेलित कीजिए तथा सूचियों के नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए। [U.P.P.C.S. (Pre) 2022]

Building (सूची-I) Builder (निर्माणकर्ता)
सुल्तान गढ़ी (Sultan Garhi) अलाउद्दीन खिलजी (Alauddin Khilji)
लाल महल (Lal Mahal) कुतुबुद्दीन ऐबक (Qutubuddin Aibak)
जमात खाना मस्जिद (Jamat Khana Mosque) इल्तुतमिश (Iltutmish)
ढाई दिन का झोपड़ा (Adhai Din Ka Jhonpra) बलबन (Balban)

A

B

C

D

(a)

3 4 2 1

(b)

4 3 2 1

(c)

3 4 1 2

(d)

4 3 1 2

 

Correct Answer: (a)
Solution:

सूची-1 और सूची-II का सही सुमेलन निम्नवत है-

Building (सूची-I) Builder (निर्माणकर्ता)
सुल्तान गढ़ी (Sultan Garhi) इल्तुतमिश (Iltutmish)
लाल महल (Lal Mahal) बलबन (Balban)
जमात खाना मस्जिद (Jamat Khana Mosque) खिज्र खान (Khizr Khan)
अढ़ाई दिन का झोपड़ा (Adhai Din Ka Jhonpra) कुतुबुद्दीन ऐबक (Qutubuddin Aibak)