पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी

Total Questions: 66

61. अंतरराष्ट्रीय पृथ्वी दिवस, कब मनाया जाता है? [M.P.P.C.S. (Pre) 2018]

Correct Answer: (c) 22 अप्रैल
Solution:अंतरराष्ट्रीय पृथ्वी दिवस 22 अप्रैल को मनाया जाता है। वर्ष 2019 में इस दिवस का मुख्य विषय (Theme)- हमारी प्रजातियों की रक्षा करें, था। वर्ष 2020 में इस दिवस की थीम 'जलवायु कार्रवाई' (Climate Action) थी, जबकि 2021 में इस दिवस की थीम 'रीस्टोर ऑवर अर्थ' थी वर्ष 2023 में इस दिवस की थीम 'इनवेस्ट इन ऑवर प्लैनेट' (Invest in our Planet) था। वर्ष 2024 में इस दिवस की थीम 'प्लैनेट Vs. प्लास्टिक' है।

62. भारत के प्रधानमंत्री ने 'स्वच्छ भारत अभियान' आधिकारिक रूप से कब प्रारंभ किया? [M.P.P.C.S. (Pre) 2014]

Correct Answer: (c) गांधी जयंती
Solution:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 अक्टूबर, 2014 को गांधी जयंती के अवसर पर 'स्वच्छ भारत अभियान' को आधिकारिक तौर पर लांच किया। इस अभियान का उद्देश्य वर्ष 2019 में गांधीजी के जन्म की 150वीं वर्षगांठ तक स्वच्छ भारत के उनके सपने को पूरा करना था।

63. मेधा पाटकर का नाम किस आंदोलन के साथ जुड़ा हुआ है? [M.P.P.C.S. (Pre) 1993]

Correct Answer: (b) नर्मदा बचाओ आंदोलन
Solution:मेधा पाटकर नर्मदा बचाओ आंदोलन से संबंधित हैं।

64. डायनासोर जीवाश्म राष्ट्रीय पार्क की स्थापना किस जिले में की जा रही है? [M.P.P.C.S. (Pre) 2010]

Correct Answer: (c) धार
Solution:मध्य प्रदेश वन्यजीव बोर्ड की अनुशंसा के आधार पर मध्य प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के धार जिले में डायनासोर जीवाश्म राष्ट्रीय पार्क स्थापित किया गया है। इसे वर्ष 2011 में राष्ट्रीय पार्क के रूप में अधिसूचित किया गया।

65. प्राकृतिक आपदा ह्रासीकरण का अंतरराष्ट्रीय दशक माना जाता है- [M.P.P.C.S. (Pre) 2013]

Correct Answer: (b) 1990-1999
Solution:प्राकृतिक आपदा ह्रासीकरण का अंतरराष्ट्रीय दशक 1990 1999 को माना जाता है।

66. आपदा प्रबंधन एक्ट बनाया गया था- [M.P.P.C.S. (Pre) 2020]

Correct Answer: (c) 2005
Solution:आपदा प्रबंधन अधिनियम (Disaster Management Act) वर्ष 2005 में पारित किया गया, जो 23 दिसंबर, 2005 को अधिनियमित किया गया। इस अधिनियम में आपदा को किसी क्षेत्र में घटित एक महाविपत्ति, दुर्घटना, संकट या गंभीर घटना के रूप में परिभाषित किया गया है, जो प्राकृतिक या मानवकृत कारणों या दुर्घटना या लापरवाही का परिणाम हो और जिससे बड़े स्तर पर जान की क्षति या मानव पीड़ा, पर्यावरण की हानि एवं विनाश हो और जिसकी प्रकृति या परिमाण प्रभावित क्षेत्र में रहने वाले मानव समुदाय की सहन क्षमता से परे हो।