सैंधव सभ्यता एवं संस्कृति (Part-2)

Total Questions: 42

1. निम्नलिखित में से कौन-सा सिंधु घाटी की सभ्यता से संबंधित स्थल नहीं है? [M.P.P.C.S. (Pre) 2013]

Correct Answer: (c) पाटलिपुत्र
Solution:कालीबंगा, रोपड़ तथा लोथल सिंधु घाटी सभ्यता से संबंधित स्थल हैं, जबकि पाटलिपुत्र सिंधु घाटी सभ्यता से संबंधित स्थल नहीं है।

2. भारत में हड़प्पा का वृहद स्थल है- [Jharkhand P.C.S. (Pre) 2016]

Correct Answer: (a) राखीगढ़ी
Solution:हरियाणा के हिसार जिले में अवस्थित राखीगढ़ी हड़प्पा सभ्यता का सबसे बड़ा स्थल है। मोहनजोदड़ो, हड़प्पा और गनवेरीवाला (पाकिस्तान) तथा राखीगढ़ी एवं धौलावीरा (भारत) हड़प्पा सभ्यता के पांच वृहद स्थलों की श्रेणी में आते हैं।

3. भारत का सबसे बड़ा हड़प्पन पुरास्थल है- [U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2004]

Correct Answer: (d) राखीगढ़ी
Solution:हरियाणा के हिसार जिले में अवस्थित राखीगढ़ी हड़प्पा सभ्यता का सबसे बड़ा स्थल है। मोहनजोदड़ो, हड़प्पा और गनवेरीवाला (पाकिस्तान) तथा राखीगढ़ी एवं धौलावीरा (भारत) हड़प्पा सभ्यता के पांच वृहद स्थलों की श्रेणी में आते हैं।

4. स्थापित सिंधु घाटी सभ्यता जिन नदियों के तट पर बसी थी, वे थीं [U.P.P.C.S. (Pre) 2009]

1. सिंधु             2. चेनाब

3. झेलम         4. गंगा

नीचे दिए गए कूट में से सही उत्तर का चयन कीजिए ।

कूट :

 

 

 

Correct Answer: (b) 1, 2 और 3
Solution:प्रश्नगत विकल्पों में सिंधु घाटी सभ्यता झेलम, सिंधु तथा चिनाब नदी के तट पर बसी थी; परंतु गंगा नदी इसमें शामिल नहीं है।

5. सिंधु घाटी के लोग विश्वास करते थे- [R.A.S./R.T.S. (Pre) 1993]

Correct Answer: (d) मातृ शक्ति में
Solution:सिंधु सभ्यता की लिपि अभी तक पढ़ी नहीं जा सकी है, इस कारण उन लोगों के धार्मिक विश्वास के बारे में निश्चित तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता। उत्खनन में प्राप्त स्त्री मूर्तियों की बहुलता से मातृ शक्ति की उपासना का अनुमान लगाया जाता है। पुरुष आकृतियों से शिव की पूजा अनुमानित होती है, अग्निकुंड या यज्ञ वेदिकाएं भी प्राप्त हुई हैं। मृतकों के साथ दैनिक उपयोग की वस्तुओं के दफनाने से आत्मा में विश्वास का भी अनुमान लगाया जाता है। फिर भी कई विद्वान इन्हें मुख्यतः मातृ शक्ति का उपासक मानते हैं, लेकिन निश्चित तौर पर इस प्रश्न का उत्तर नहीं दिया जा सकता है।

6. सिंधु घाटी के लोग पूजा करते थे- [Uttarakhand P.C.S. (Mains) 2006]

Correct Answer: (a) पशुपति की
Solution:सिंधु घाटी के लोग पशुपति शिव की पूजा भी करते थे। इसका प्रमाण मोहनजोदड़ो से प्राप्त एक मुहर है, जिस पर योगी की आकृति बनी है।

7. मोहनजोदड़ो एवं हड़प्पा की पुरातात्विक खुदाई के प्रभारी थे- [R.A.S./R.T.S. (Pre) 1997]

Correct Answer: (b) सर जॉन मार्शल
Solution:भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के महानिदेशक सर जॉन मार्शल के निर्देश पर वर्ष 1921 में दयाराम साहनी ने हड़प्पा तथा वर्ष 1922 में राखालदास बनर्जी ने मोहनजोदड़ो का उत्त्खनन प्रारंभ कराया था। हड़प्पा के टीले के विषय में सर्वप्रथम जानकारी चार्ल्स मेंसन ने 1826 ई. में दिया था।

8. सिंधु घाटी सभ्यता को खोज निकालने में जिन दो भारतीयों का नाम जुड़ा है, वे हैं- [Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2003]

Correct Answer: (a) राखालदास बनर्जी तथा दयाराम साहनी
Solution:प्रश्नानुसार, सिंधु घाटी सभ्यता को खोज निकालने में राखालदास बनर्जी तथा दयाराम साहनी नामक दो भारतीयों का नाम जुड़ा है।

9. निम्नलिखित में से कौन सुमेलित नहीं है? [U.P.P.C.S. (Mains) 2006]

Correct Answer: (a) हड़प्पा -दयाराम साहनी
Solution:हड़प्पा का उत्खनन दयाराम साहनी, लोथल का उत्खनन एस.आर. राव तथा सुरकोटडा का उत्खनन जे.पी. जोशी ने कराया था, जबकि धौलावीरा का उत्खनन बी. के. थापड़ ने नहीं, बल्कि आर.एस. बिष्ट ने कराया था। अतः विकल्प (d) सुमेलित नहीं है।

10. हड़प्पा का उत्खनन करने वाला प्रथम पुरातत्वविद, जो इसके महत्व को नहीं समझ पाया था- [U.P.P.C.S. (Mains) 2006]

Correct Answer: (a) ए. कनिंघम
Solution:ए. कनिंघम महोदय ने भारतीय उपमहाद्वीप के ऐतिहासिक महत्व के हड़प्पा के टीलों का सीमित उत्खनन करार कुछ पुरावस्तुएं प्राप्त की थी; किंतु वह हड़प्पा के टीलों के महत्व को नहीं समझ सके थे।