हिन्दी भाषा एवं उसकी बोलियाँः उत्पत्ति एवं विकास – PART-2

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1. निम्नलिखित में से पश्चिमी हिन्दी की बोली नहीं है- [UGC हिन्दी द्वितीय प्रश्न-पत्र जुलाई, 2018]

Correct Answer: (d) मगही
Solution:ब्रजभाषा, कन्नौजी तथा बुन्देली 'पश्चिमी हिन्दी' की बोलियाँ हैं, जबकि 'मगही' बिहारी हिन्दी की बोली है।
उपभाषा का नामबोलियाँ
पूर्वी हिन्दीअवधी, बघेली, छत्तीसगढ़ी
बिहारी हिन्दीमगही, मैथिली, भोजपुरी
पश्चिमी हिन्दीखड़ी बोली/कौरवी, बुन्देली, कन्नौजी, ब्रज, हरियाणवी
पहाड़ी हिन्दीकुमाऊँनी, गढ़वाली
राजस्थानी हिन्दीमारवाड़ी, जयपुरी, मेवाती, मालवी

अन्य महत्त्वपूर्ण तथ्य

  • पूर्वी हिन्दी' की बोलियों का विकास अर्धमागधी अपभ्रंश से हुआ है।
  • पश्चिमी हिन्दी, राजस्थानी, गुजराती तथा पहाड़ी का विकास 'शौरसेनी' अपभ्रंश से हुआ है।
  • कुछ विद्वान पहाड़ी हिन्दी को 'खस' अपभ्रंश से भी विकसित मानते हैं।
  • बिहारी हिन्दी की बोलियाँ, असमिया तथा बंगाली का भी विकास मागधी अपभ्रंश से हुआ है।

2. निम्नलिखित में से कौन-सी बोली पश्चिमी हिन्दी की नहीं है? [UGC हिन्दी द्वितीय प्रश्न-पत्र दिसम्बर, 2019]

Correct Answer: (d) मगही
Solution:'मगही' बोली पश्चिमी हिन्दी की बोली नहीं, बल्कि बिहारी हिन्दी उपभाषा की बोली है। बिहारी हिन्दी उपभाषा के अन्तर्गत तीन बोलियाँ आती हैं- मगही, मैथिली तथा भोजपुरी।

अन्य महत्त्वपूर्ण तथ्य

  • 'मगध' क्षेत्र में बोली जाने के कारण इसका नाम 'मगही' पड़ा है।
  • वर्तमान में मगही बोली पटना, गया, हजारीबाग का पूर्वी भाग तथा भागलपुर और मुंगेर के थोड़े से भाग में बोली जाती है।
  • 'पश्चिमी हिन्दी' उपभाषा के अन्तर्गत कौरवी, हरियाणवी, ब्रजभाषा, बुन्देली तथा कन्नौजी बोलियाँ आती हैं।
  • 'मैथिली' को संविधान की आठवीं अनुसूची में भाषा का दर्जा प्राप्त हो गया है।
  • अवधी, बघेली तथा छत्तीसगढ़ी बोलियाँ 'पूर्वी हिन्दी' उपभाषा की बोलिय…

3. निम्नलिखित में से एक पश्चिमी हिन्दी वर्ग की बोली नहीं है [आश्रम पद्धति (प्रवक्ता) परीक्षा, 2009, T.G.T. परीक्षा, 2011]

Correct Answer: (b) छत्तीसगढ़ी
Solution:'छत्तीसगढ़ी' पूर्वी हिन्दी की बोली है, जिसका विकास 'अर्धमागधी अपभ्रंश' से हुआ है। 'सरगुजिया', 'सरगुरि सदरी, 'वैगानी' तथा 'बिझवाली इसकी मुख्य बोलिया है। शेषबोलियाँ पश्चिमी हिन्दी वर्ग की है।

4. इनमें से कौन-सी बोली पश्चिमी हिन्दी वर्ग की नहीं है? [UGC हिन्दी द्वितीय प्रश्न-पत्र दिसम्बर, 2013 P.G.T. परीक्षा, 2013, P.G.T. परीक्षा, 2001]

Correct Answer: (a) अवधी
Solution:अवधी पूर्वी हिन्दी वर्ग की बोली है, जबकि अन्य बोलियाँ पश्चिमी हिन्दी वर्ग की हैं।

अन्य महत्त्वपूर्ण तथ्य

हिन्दी भाषा : उत्पत्ति/विकास उपभाषाएँ व उनकी बोलियाँ-

  • 'पश्चिमी हिन्दी' (खड़ी बोली, ब्रज, हरियाणवी, बुन्देली, कन्नौजी) शौरसेनी अपभ्रंश से विकास।
  • 'पूर्वी हिन्दी' (अवधी, बघेली, छत्तीसगढ़ी) अर्धमागधी अपभ्रंश से विकास ।
  • 'राजस्थानी' (मारवाड़ी, जयपुरी, मेवाती, मालवी) शौरसेनी अपभ्रंश से विकास।
  • पहाड़ी हिन्दी (पश्चिमी व मध्यवर्ती पहाड़ी), शौरसेनी या खस अपभ्रंश से विकास ।
  • 'बिहारी हिन्दी' (भोजपुरी, मगही, मैथिली) मागधी अपभ्रंश से विकास।
  • पैशाची अपभ्रंश से लहँदा तथा पंजाबी भाषा का विकास तथा ब्राचड़ अपभ्रंश से सिन्धी भाषा का उ‌द्भव हुआ है।
  • महाराष्ट्री अपभ्रंश से मराठी भाषा का विकास हुआ।
  • गुजराती भाषा 'शौरसेनी अपभ्रंश' से विकसित हुई है।
  • बैंगला, ओडिया, असमिया भाषाएँ 'मागधी अपभ्रंश' से विकसित हुई हैं।

5. पश्चिमी हिन्दी की कितनी बोलियों हैं? [T.G.T. परीक्षा, 2011]

Correct Answer: (b) 5
Solution:पश्चिमी हिन्दी वर्ग के अन्तर्गत पाँच बोलियाँ आती हैं- खड़ीबोली (कौरवी), बज, बुन्देली, हरियाणवी (हरियाणी) तथा कन्नौजी, जिनका विकास 'शौरसेनी अपभ्रंश' से हुआ है। 'बनाफरी' बुन्देली की उपबोली है। 'जादू' तथा 'बाँगरू' हरियाणवी की उपबोलियाँ हैं।

6. निम्नलिखित में से कौन-सी बोली पश्चिमी हिन्दी की नहीं है? [UGC हिन्दी द्वितीय प्रश्न-पत्र दिसम्बर, 2011]

Correct Answer: (d) अवधी
Solution:पश्चिमी हिन्दी की बोलियों में ब्रजभाषा, खड़ी बोली, बुन्देली, हरियाणवी तथा कन्नौजी आती हैं, जबकि अवधी पूर्वी हिन्दी की बोली है।

7. पश्चिमी हिन्दी में कौन-सी बोली शामिल है? [T.G.T. परीक्षा, 2013]

Correct Answer: (b) कन्नौजी
Solution:'कन्नौजी' पश्चिमी हिन्दी की बोली है, जबकि मगही, मैथिली 'बिहारी हिन्दी' की तथा 'अवधी' पूर्वी हिन्दी की बोली है।

8. निम्नलिखित में से किस भाषा का विकास शौरसेनी अपभ्रंश से हुआ? [UGC हिन्दी द्वितीय प्रश्न-पत्र नवम्बर, 2017]

Correct Answer: (a) गुजराती
Solution:'गुजराती' भाषा का विकास शौरसेनी अपभ्रंश से हुआ है। हार्नले महोदय ने आधुनिक आर्यभाषाओं का वर्गीकरण करते हुए गुजराती को पश्चिमी गौड़ियन वर्ग में रखा, जबकि जॉर्ज ग्रियर्सन ने गुजराती को केन्द्रीय समुदाय में रखा।

अन्य महत्त्वपूर्ण तथ्य

  • पूर्वी हिन्दी का विकास अर्धमागधी अपभ्रंश से हुआ है।
  • बिहारी हिन्दी का विकास- मागधी अपभ्रंश से हुआ है।
  • पंजाबी भाषा का विकास- पैशाची अपभ्रंश से हुआ है।
  • सिन्धी भाषा का विकास- जाचड़ अपभ्रंश से हुआ है।

9. खड़ी बोली हिन्दी का विकास किरा भाषा से हुआ है? [दिल्ली केन्द्रीय विद्यालय (P.G.T.) परीक्षा, 2015]

Correct Answer: (d) अपभ्रंश
Solution:'खड़ी बोली' या 'कौरवी' का विकास 'शौरसेनी अपभ्रंश' के उत्तरी रूप से हुआ है तथा इस बोली के क्षेत्र देहरादून का मैदानी भाग, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, दिल्ली का कुछ भाग, बिजनौर, रामपुर तथा मुरादाबा हैं। चूँकि अपभ्रंश के विभिन्न क्षेत्रीय रूपों में शौरसेनी, अर्धमागधी तथा मागधी तीनों ही आते हैं। अतः प्रश्नानुसार विकल्प (d) सही उत्तर होगा।

10. खड़ी बोली या कौरवी का उद्‌भव शौरसेनी अपभ्रंश के निम्नलिखित में से किस रूप से हुआ है? [U.P. SI-2021]

Correct Answer: (a) उत्तरी रूप
Solution:खड़ी बोली या कौरवी का उद्भव या विकास शौरसेनी अपभ्रंश के उत्तरी रूप से हुआ है। यह पश्चिमी हिन्दी की आकार बहुला बोली है। दिल्ली, मेरठ, बिजनौर, रामपुर, सहारनपुर, मुरादाबाद, देहरादून तथा मुजफ्फरपुर इत्यादि इस बोली के क्षेत्र हैं। भारत की राजभाषा हिन्दी व खड़ी बोली एक नहीं हैं, बल्कि खड़ी बोली का तात्पर्य प्राचीन कुरु जनपद में बोली जाने वाली बोली से है।