अकबर (UPPCS)

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21. निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? [U.P.P.C.S. (Pre) 2020]

1. अकबर ने लड़कों और लड़‌कियों के विवाह की आयु निर्धारित करने का प्रयास किया था।

2. अकबर ने लड़कियों को अभिभावकों के दबाव से अलग स्वयं की इच्छा से विवाह करने की स्वतंत्रता दी थी।

नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।

कूट :

Correct Answer: (c) 1 एवं 2 दोनों
Solution:बादशाह अकबर ने लड़कों के लिए कम-से-कम सोलह वर्ष तथा लड़कियों के लिए चौदह वर्ष विवाह की आयु निर्धारित की थी। इसने लड़कियों को अभिभावकों के दबाव से अलग स्वयं की इच्छा से विवाह करने की स्वतंत्रता दी थी। अतः दोनों कथन सही हैं।

22. अकबर का शासन जाना जाता है- [Uttarakhand U.D.A./L.D.A. (Pre) 2003]

(1) क्षेत्रों को जीतने के लिए

(2) अपनी प्रशासनिक व्यवस्था के लिए

(3) न्यायिक प्रशासन के लिए

(4) उसकी धार्मिक कट्टरता के लिए

नीचे दिए गए कूटों से सही उत्तर चुनिए-

Correct Answer: (b) (1), (2) और (3)
Solution:अकबर अपनी धार्मिक कट्टरता के लिए नहीं, अपितु धार्मिक उदारता एवं धार्मिक सहिष्णुता के लिए जगप्रसिद्ध है। उसके द्वारा प्रतिपादित सुलह-ए-कुल की नीति इसका सबल प्रमाण है। इस प्रकार कथन (4) सही नहीं है, जबकि कथन (1), (2) और (3) सही हैं। अतः अभीष्ट उत्तर विकल्प (b) होगा।

23. अकबर के शासनकाल में पुनर्गठित केंद्रीय प्रशासन तंत्र के अंतर्गत सैनिक विभाग का प्रमुख था- [I.A.S. (Pre) 1997]

Correct Answer: (b) मीर बख्शी
Solution:अकबर के शासनकाल में पुनर्गठित केंद्रीय प्रशासन तंत्र के अंतर्गत 'मीर बख्शी' मुख्यतः सैन्य विभाग का प्रमुख था; किंतु उसे प्रधान सेनापति नहीं कहा जा सकता। उसका कार्य सैनिकों के वेतन एवं सैन्य संगठन से संबंधित था। वह मनसबदारों की सूची रखता था तथा उसे बादशाह अकबर के समक्ष प्रस्तुत करता था। सैनिकों की भर्ती, उनके शस्त्रों की व्यवस्था, सैनिकों का निरीक्षण आदि उसके कार्यों के अंतर्गत था।

24. अकबर कालीन सैन्य व्यवस्था आधारित थी- [U.P. P.C.S. (Pre) 1992]

Correct Answer: (a) मनसबदारी
Solution:साम्राज्य के विस्तार एवं शांति-सुव्यवस्था के लिए सुसंगठित सेना का होना अत्यंत आवश्यक था। इस दृष्टि से अकबर ने अपनी सैन्य व्यवस्था की अनेक त्रुटियों में सुधार किया। उसने 1573-74 ई. में घोड़ों को दागने की प्रथा का पुनः प्रचलन किया, जिससे सेनापति अपने घोड़े न बदल सकें अथवा एक घोड़े को दो बार न प्रस्तुत कर सकें। इसके पश्चात 1574-1575 ई. में अकबर ने मनसबदारी व्यवस्था के आधार पर सैनिक संगठित किया। 'मनसब' शब्द का अर्थ श्रेणी या पद है तथा 'मनसबदार' का अर्थ उस अधिकारी से था, जिसे शाही सेना में एक पद या श्रेणीप्त थी। अकबर की मनसबदारी व्यवस्था दशमलव प्रणाली पर आधारित थी।

25. मध्यकालीन भारत में मनसबदारी व्यवस्था क्यों लागू की गई थी? [65th B.P.S.C. (Pre) 2019]

Correct Answer: (d) स्वच्छ प्रशासन सुनिश्चित करने के लिए
Solution:दिए गए विकल्पों में मनसबदारी प्रथा को लागू करने का उद्देश्य स्वच्छ प्रशासन सुनिश्चित करना था।

26. अकबर द्वारा दीवान का पूर्णरूपेण दर्जा दिया जाने वाला प्रथम व्यक्ति था- [U.P. Lower Sub. (Spl.) (Pre) 2002 & U.P. Lower Sub. (Spl.) (Pre) 2003]

Correct Answer: (c) मुजफ्फर खां तुरबती
Solution:'दीवान' शब्द फारसी भाषा का है और खलीफा उमर के काल में मुसलमानों ने इसे अपनाया था। वे इसका प्रयोग खजाना विभाग के लिए करते थे। अकबर के शासनकाल में दीवान पद मुजफ्फर खां तुरबती, राजा टोडरमल एवं ख्वाजा शाह मंसूर के पास रहा। अकबर द्वारा 'दीवान' का पूर्णरुपेण दर्जा दिया जाने वाला प्रथम व्यक्ति मुजफ्फर खां तुरबती था। 'दीवान' आर्थिक मामलों एवं राजस्व विभाग का सर्वोच्च अधिकारी होता था।

27. अकबर ने जिस मनसबदारी प्रणाली को लागू किया, वह किस देश में प्रचलित प्रणाली से उधार ली गई थी? [I.A.S. (Pre) 1994]

Correct Answer: (c) मंगोलिया
Solution:मुगल मनसबदारी प्रणाली मध्य एशिया (मंगोलिया) से ली गई थी। इस प्रकार का सैन्य विभाजन चंगेज खान के नेतृत्व में मंगोल सेना में किया गया था। अकबर द्वारा प्रारंभ मनसबदारी प्रणाली यद्यपि काफी हद तक नवीन थी तथापि यह मूलतः मंगोल सैन्य विभाजन पर आधारित थी।

28. कथन (A) : अकबर के काल में, हर दस घुड़सवार सैनिकों के लिए मनसबदारों को बीस घोड़ों का रख-रखाव करना पड़ता था। [I.A.S. (Pre) 1999]

कारण (R) : घोड़ों को यात्रा में आराम देना होता था और युद्ध के समय उनको बदलना आवश्यक होता था।

कूट :

Correct Answer: (a) (A) तथा (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
Solution:अकबर के काल में, हर दस घुड़सवार सैनिकों के लिए मनसबदारों को बीस घोड़े रखने होते थे। इसका मूल कारण यह था कि लंबी यात्रा के दौरान घोड़ों को आराम देना आवश्यक था और युद्ध में उन्हें बदलने की आवश्यकता भी पड़ती थी। इस प्रकार कथन और कारण दोनों सही हैं तथा कारण, कथन की सही व्याख्या है।

29. जाब्ती प्रणाली किसकी उपज थी? [39th B.P.S.C. (Pre) 1994]

Correct Answer: (d) अकबर
Solution:अकबर के शासनकाल में भू-राजस्व वसूली के लिए जाब्ती प्रणाली का प्रचलन हुआ, जो भूमि सर्वेक्षण, भू-राजस्व निर्धारण के लिए दस्तूर- उल- अमल तथा जाब्ती खसरे पर आधारित थी। साम्राज्य के अधिकतर भू-भाग में यही प्रणाली प्रचलित थी।

30. टोडरमल ने किस क्षेत्र में ख्याति अर्जित की थी? [U.P.P.C.S. (Pre) 1992]

Correct Answer: (b) भू-राजस्व
Solution:टोडरमल ने भू-राजस्व के क्षेत्र में ख्याति अर्जित की थी। अकबर ने अपने शासन के 24वें वर्ष (1580 ई.) में आइने-दहसाला (टोडरमल बंदोबस्त) नामक नई कर प्रणाली को शुरू करके मुगलकालीन व्यवस्था को स्थायी स्वरूप प्रदान किया। इस प्रणाली का वास्तविक प्रणेता टोडरमल था। इसी कारण इसे 'टोडरमल बंदोबस्त' भी कहते हैं। उस समय टोडरमल वित्त मंत्री था। इस प्रणाली के अंतर्गत अलग-अलग फसलों के पिछले दस वर्ष के उत्पादन और उसी समय के उनके प्रचलित मूल्यों का औसत निकाल कर उस औसत का एक-तिहाई हिस्सा भू-राजस्व के रूप में वसूला जाता था।