उत्तराखण्ड समीक्षा अधिकारी (मुख्य) परीक्षा, 2016 सामान्य अध्ययन (Part-I)

Total Questions: 50

1. वैदिक काल में' बलि' शब्द का क्या अर्थ है?

Correct Answer: (d) प्रजा द्वारा शासक को दी गई भेंट
Solution:व्याख्या-वैदिक काल में 'बलि' शब्द का अर्थ है-प्रजा द्वारा शासक को दी गई भेंट से है।

2. किस सातवाहन राजा ने स्वयं एकब्राह्मण की उपाधि धारण की थी?

Correct Answer: (c) गौतमीपुत्र शातकर्णी
Solution:व्याख्या-सातवाहन भारत का एक राजवंश था, जिसने केन्द्रीय दक्षिण भारत पर शासन किया। सातवाहन वंश के संस्थापक सिमुक ने 60 ई0पू0 से 37 ई०पू० तक राज्य किया। राजा शातकर्णी के उत्तराधिकारियों के केवल नाम ही पुराणों द्वारा ज्ञात है। इनमें गौतमीपुत्र शातकर्णी के सम्बन्ध में उसके शिलालेखों से बहुत कुछ परिचय प्राप्त होता है। यह प्रसिद्ध शक महाक्षत्रप 'नहपान' का समकालीन था। गौतमी पुत्र शातकर्णी ने एकराट या एक ब्राह्मण की उपाधि धारण की।

3. कौन से बौद्ध ग्रंथ में 'सोलह महाजनपद' का उल्लेख मिलता है?

Correct Answer: (a) अंगुत्तर निकाय
Solution:व्याख्या-अंगुतर निकाय बौद्ध धर्म का एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है। इस निकाय में ही सोलह महाजनपदों का उल्लेख मिलता है। इनका उल्लेख निम्न है-

(1) अवन्ति
(2) अश्मक
(3) अंग
(4) कम्बोज
(5) काशी
(6) कुरु
(7) कोशल
(8) गांधार
(9) चेदि
(10) वज्जि
(11) वत्स
(12) पांचाल
(13) मगध
(14) मत्स्य
(15) मल्ल
(16) सूरसेन
ये सभी महाजनपद आज के उत्तरी अफगानिस्तान से बिहार तक और हिन्दकुश से गोदावरी नदी तक फैले हुए थे।

4. निम्नलिखित में से किस शासक ने भारत में सर्वप्रथम 'इक्ता' प्रारंभ किया था?

Correct Answer: (a) इल्तुतमिश
Solution:व्याख्या-इल्तुतमिश, इल्बारी तुर्क था (1210-1236 ई०) इल्तुतमिश, कुतुब-उद्-दीन ऐबक का दामाद व उत्तराधिकारी था। यह दिल्ली सल्तनत का वास्तविक संस्थापक था। इल्तुतमिश ने सुल्तान के पद को वंशानुगत बनाया। इक्ता की शासन व्यवस्था और सुल्तान की सेना के निर्माण का विचार दिल्ली सल्तनत को प्रदान किया। इक्ता का प्रयोग भारतीय समाज की सामन्तवादी व्यवस्था को समाप्त करने तथा साम्राज्य के दूरस्थ भागों को केन्द्र के साथ संयुक्त करने के एक साधन के रूप में प्रयुक्त किया।

5. बुलन्द दरवाजा किसके द्वारा बनवाया गया था?

Correct Answer: (a) अकबर
Solution:व्याख्या- बुलन्द दरवाजा आगरा शहर से 43 किमी0 दूर फतेहपुर सीकरी नामक स्थान पर स्थित एक प्रवेश द्वार है। इस द्वार का निर्माण अकबर ने 1572 ई. में गुजरात पर अपनी विजय के उपलक्ष्य में कराया था। बुलंद दरवाजे का निर्माण लाल और बादामी रंग के बलुआ पत्थर से किया गया है, जिनको सफेद और काले संगमरमर से सजाया गया है। यह ईरान से ली गयी अर्द्ध गुम्बदीय शैली से प्रेरित है।

6. भारत में मनसबदारी व्यवस्था किसने प्रारम्भ की?

Correct Answer: (c) अकबर
Solution:व्याख्या-मनसबदारी एक विशिष्ट प्रशासनिक व्यवस्था थी जो मुगल साम्राज्य की सैन्य व नागरिक सेवाओं तथा मुगलकालीन अमीर वर्ग 'उमरा' के संगठन का मूल आधार थी जिसका प्रचलन अकबर द्वारा किया गया था।

7. वहाबी आन्दोलन का मुख्य उद्देश्य क्या था?

Correct Answer: (b) इस्लाम का शुद्धीकरण
Solution:व्याख्या-वहाबी आन्दोलन 1828 ई0 से प्रारम्भ होकर 1888 ई0 तक चलता रहा। इस विद्रोह के प्रवर्तक रायबरेली के सैय्यद अहमद थे। इस आन्दोलन का मुख्य केन्द्र पटना शहर था। पटना के विलायत अली और इनायत अली इस आन्दोलन के प्रमुख नायक थे। यह आन्दोलन मूल रूप से मुस्लिम सुधारवादी आन्दोलन था, जो उत्तर पश्चिम, पूर्वी भारत तथा मध्य भारत में सक्रिय था।

8. निम्न में से किस सामाजिक-धार्मिक आन्दोलन ने दलित वर्ग के संबंध में आवाज उठायी?

Correct Answer: (d) सत्य शोधक समाज
Solution:व्याख्या- ज्योतिबा फूले ने 24 सितम्बर, 1873 पुणे महाराष्ट्र में सत्य शोधक समाज की स्थापना की जिसका उद्देश्य दलित समाज को सामाजिक सुरक्षा न्याय और राजनीतिक पहुँच में सक्षम बनाना व उनको शिक्षित करना था। (आर्य समाज ने भी दलितों के उत्थान से संबंधित कार्य किये थे।)

9. "भारतीय प्रेस की स्वतन्त्रता का प्रणेता" किसे कहा जाता है?

Correct Answer: (b) चार्ल्स मेटकॉफ
Solution:व्याख्या-कार्यवाहक गवर्नर जनरल चार्ल्स मेटकॉफ ने भारतीय प्रेस के प्रति उदारवादी दृष्टिकोण अपनाया तथा 1823 के कुत्सित अध्यादेश को रद्द कर दिया। इस प्रयास के कारण चार्ल्स मेटकॉफ को भारतीय समाचार पत्रों के मुक्तिदाता की संज्ञा दी गयी। मेटकॉफ ने 1835 में एक प्रेस अधिनियम बनाया जिसके अनुसार, प्रकाशक या मुद्रक को केवल प्रकाशन के स्थान की निश्चित सूचना ही सरकार को देनी थी और वह आसानी से अपना कार्य कर सकता था। यह कानून 1856 तक चलता रहा तथा इस अवधि में समाचार पत्रों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई।

10. दिसम्बर 1929, के लाहौर कांग्रेस के अधिवेशन ने जोर दिया।

Correct Answer: (b) पूर्ण स्वराज
Solution:व्याख्या-दिसम्बर 1929 में, भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस का वार्षिक अधिवेशन तत्कालीन पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर में हुआ। इस ऐतिहासिक अधिवेशन में काँग्रेस के पूर्ण स्वराज का घोषणा-पत्र तैयार किया गया तथा इसे कॉग्रेस का मुख्य लक्ष्य घोषित किया गया। जवाहर लाल नेहरू जिन्होंने 'पूर्ण स्वराज' के विचार को लोकप्रिय बनाने में सर्वाधिक योगदान दिया था, इस अधिवेशन के अध्यक्ष चुने गये। नेहरू को अध्यक्ष बनाने में गाँधी जी की निर्णायक भूमिका थी