उत्तर भारत एवं दक्कन के प्रांतीय राजवंश (UPPCS)

Total Questions: 42

11. निम्नलिखित में से कौन-सा विद्वान कुंभा के दरबार में नहीं था? [R.A.S./R.T.S. (Pre) 2016]

Correct Answer: (d) मुनि जिन विजय सूरी
Solution:जैन विद्वान मुनि जिन विजय सूरी राणा कुंभा के दरबार से संबंधित नहीं थे। जबकि मुनि सुंदर सूरी, नाथा तथा टिल्ला भट्ट कुंभा के दरबार से संबद्ध थे।

12. निम्नलिखित में से कौन-सा एक सही सुमेलित नहीं है? [U.P.P.C.S. (Pre) 2021]

शासकराज्य
राणा हमीरमेवाड़
राणा चुंडामारवाड़
मलिक राजा फारुकीखानदेश
मलिक सरवर ख्वाजा जहांमालवा
Correct Answer: (d)
Solution:जौनपुर सल्तनत उत्तर भारत में 1394 एवं 1479 ई. के मध्य एक स्वतंत्र इस्लामिक राज्य था। इस सल्तनत पर शर्की राजवंश का शासन था। इसकी स्थापना 1394 ई. में ख्वाजा-ए-जहां मलिक सरवर द्वारा की गई थी।

13. निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिए- [I.A.S. (Pre) 2015]

मध्यकालीन भारतीय राज्यवर्तमान क्षेत्र
1. चंपकमध्य भारत
2. दुर्गारजम्मू
3. कुलूतमालाबार

उपर्युक्त युग्मों में से कौन-सा/से सही सुमेलित है/हैं?

Correct Answer: (b) केवल 2
Solution:मध्यकालीन भारतीय राज्यों में चंपक (चंबा) तथा कुलूत (कुल्लू) का संबंध हिमाचल प्रदेश से है। दुर्गर जम्मू एवं कश्मीर में स्थित था। चंपक, दुर्गर और कुलूत राजपूतों से संबंधित हैं, इन तीनों राज्यों का उदय त्रिपक्षीय संघर्ष में शामिल राज्यों (पाल, प्रतिहार और राष्ट्रकूट) के पतन के परिणामस्वरूप हुआ था।

14. बहमनी राज्य की स्थापना की थी- [Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2002]

Correct Answer: (a) अलाउद्दीन हसन ने
Solution:दक्कन के अमीरान-ए-सादाह के विद्रोह के परिणामस्वरूप मुहम्मद बिन तुगलक के शासनकाल के अंतिम दिनों में बहमनी साम्राज्य की स्थापना हुई। जफर खां (हसन गंगू, 1347-1358 ई.) नामक एक सरदार 'अलाउद्दीन हसन बहमन शाह' की उपाधि धारण करके 1347 ई. में सिंहासनारूढ़ हुआ और बहमनी साम्राज्य की नींव डाली। उसने गुलबर्गा को अपने नव-संस्थापित साम्राज्य की राजधानी बनाया तथा उसका नाम 'अहसानाबाद' रखा। अपने साम्राज्य के शासन के लिए उसने इसे चार तरफों अथवा प्रांतों में विभाजित किया-गुलबर्गा, दौलताबाद, बरार और बीदर। प्रत्येक प्रांत एक शासक के अधीन था। गुलबर्गा का प्रांत सबसे महत्वपूर्ण था। इसमें बीजापुर भी सम्मिलित था। दक्षिण के हिंदू शासकों को उसने अपने अधीन किया तथा अपने अनुयायियों को पद और जागीर प्रदान करने की नई प्रथा प्रारंभ की। उसने हिंदुओं से जजिया न लेने का आदेश दिया था।

15. बहमनी राज्य का संस्थापक कौन था? [60th to 62nd B.P.S.C. (Pre) 2016]

Correct Answer: (a) अलाउद्दीन हसन
Solution:दक्कन के अमीरान-ए-सादाह के विद्रोह के परिणामस्वरूप मुहम्मद बिन तुगलक के शासनकाल के अंतिम दिनों में बहमनी साम्राज्य की स्थापना हुई। जफर खां (हसन गंगू, 1347-1358 ई.) नामक एक सरदार 'अलाउद्दीन हसन बहमन शाह' की उपाधि धारण करके 1347 ई. में सिंहासनारूढ़ हुआ और बहमनी साम्राज्य की नींव डाली। उसने गुलबर्गा को अपने नव-संस्थापित साम्राज्य की राजधानी बनाया तथा उसका नाम 'अहसानाबाद' रखा। अपने साम्राज्य के शासन के लिए उसने इसे चार तरफों अथवा प्रांतों में विभाजित किया-गुलबर्गा, दौलताबाद, बरार और बीदर। प्रत्येक प्रांत एक शासक के अधीन था। गुलबर्गा का प्रांत सबसे महत्वपूर्ण था। इसमें बीजापुर भी सम्मिलित था। दक्षिण के हिंदू शासकों को उसने अपने अधीन किया तथा अपने अनुयायियों को पद और जागीर प्रदान करने की नई प्रथा प्रारंभ की। उसने हिंदुओं से जजिया न लेने का आदेश दिया था।

16. बहमनी राज्य की स्थापना किस वर्ष हुई थी? [U.P.P.C.S. (Mains) 2005]

Correct Answer: (c) 1347 ई.
Solution:दक्कन के अमीरान-ए-सादाह के विद्रोह के परिणामस्वरूप मुहम्मद बिन तुगलक के शासनकाल के अंतिम दिनों में बहमनी साम्राज्य की स्थापना हुई। जफर खां (हसन गंगू, 1347-1358 ई.) नामक एक सरदार 'अलाउद्दीन हसन बहमन शाह' की उपाधि धारण करके 1347 ई. में सिंहासनारूढ़ हुआ और बहमनी साम्राज्य की नींव डाली। उसने गुलबर्गा को अपने नव-संस्थापित साम्राज्य की राजधानी बनाया तथा उसका नाम 'अहसानाबाद' रखा। अपने साम्राज्य के शासन के लिए उसने इसे चार तरफों अथवा प्रांतों में विभाजित किया-गुलबर्गा, दौलताबाद, बरार और बीदर। प्रत्येक प्रांत एक शासक के अधीन था। गुलबर्गा का प्रांत सबसे महत्वपूर्ण था। इसमें बीजापुर भी सम्मिलित था। दक्षिण के हिंदू शासकों को उसने अपने अधीन किया तथा अपने अनुयायियों को पद और जागीर प्रदान करने की नई प्रथा प्रारंभ की। उसने हिंदुओं से जजिया न लेने का आदेश दिया था।

17. बहमनी राज्य की प्रथम राजधानी निम्नलिखित में से कौन-सी थी? [Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2014]

Correct Answer: (b) गुलबर्गा
Solution:दक्कन के अमीरान-ए-सादाह के विद्रोह के परिणामस्वरूप मुहम्मद बिन तुगलक के शासनकाल के अंतिम दिनों में बहमनी साम्राज्य की स्थापना हुई। जफर खां (हसन गंगू, 1347-1358 ई.) नामक एक सरदार 'अलाउद्दीन हसन बहमन शाह' की उपाधि धारण करके 1347 ई. में सिंहासनारूढ़ हुआ और बहमनी साम्राज्य की नींव डाली। उसने गुलबर्गा को अपने नव-संस्थापित साम्राज्य की राजधानी बनाया तथा उसका नाम 'अहसानाबाद' रखा। अपने साम्राज्य के शासन के लिए उसने इसे चार तरफों अथवा प्रांतों में विभाजित किया-गुलबर्गा, दौलताबाद, बरार और बीदर। प्रत्येक प्रांत एक शासक के अधीन था। गुलबर्गा का प्रांत सबसे महत्वपूर्ण था। इसमें बीजापुर भी सम्मिलित था। दक्षिण के हिंदू शासकों को उसने अपने अधीन किया तथा अपने अनुयायियों को पद और जागीर प्रदान करने की नई प्रथा प्रारंभ की। उसने हिंदुओं से जजिया न लेने का आदेश दिया था।

18. दक्षिण में बहमनी राज्य का संस्थापक निम्न में से कौन था? [U.P. P.C.S. (Pre) 1995]

Correct Answer: (b) हसन गंगू
Solution:दक्कन के अमीरान-ए-सादाह के विद्रोह के परिणामस्वरूप मुहम्मद बिन तुगलक के शासनकाल के अंतिम दिनों में बहमनी साम्राज्य की स्थापना हुई। जफर खां (हसन गंगू, 1347-1358 ई.) नामक एक सरदार 'अलाउद्दीन हसन बहमन शाह' की उपाधि धारण करके 1347 ई. में सिंहासनारूढ़ हुआ और बहमनी साम्राज्य की नींव डाली। उसने गुलबर्गा को अपने नव-संस्थापित साम्राज्य की राजधानी बनाया तथा उसका नाम 'अहसानाबाद' रखा। अपने साम्राज्य के शासन के लिए उसने इसे चार तरफों अथवा प्रांतों में विभाजित किया-गुलबर्गा, दौलताबाद, बरार और बीदर। प्रत्येक प्रांत एक शासक के अधीन था। गुलबर्गा का प्रांत सबसे महत्वपूर्ण था। इसमें बीजापुर भी सम्मिलित था। दक्षिण के हिंदू शासकों को उसने अपने अधीन किया तथा अपने अनुयायियों को पद और जागीर प्रदान करने की नई प्रथा प्रारंभ की। उसने हिंदुओं से जजिया न लेने का आदेश दिया था।

19. बहमनी राज्य स्थापित हुआ था - [U.P.P.C.S (Mains) 2016]

Correct Answer: (b) 14वीं सदी ई. में
Solution:दक्कन के अमीरान-ए-सादाह के विद्रोह के परिणामस्वरूप मुहम्मद बिन तुगलक के शासनकाल के अंतिम दिनों में बहमनी साम्राज्य की स्थापना हुई। जफर खां (हसन गंगू, 1347-1358 ई.) नामक एक सरदार 'अलाउद्दीन हसन बहमन शाह' की उपाधि धारण करके 1347 ई. में सिंहासनारूढ़ हुआ और बहमनी साम्राज्य की नींव डाली। उसने गुलबर्गा को अपने नव-संस्थापित साम्राज्य की राजधानी बनाया तथा उसका नाम 'अहसानाबाद' रखा। अपने साम्राज्य के शासन के लिए उसने इसे चार तरफों अथवा प्रांतों में विभाजित किया-गुलबर्गा, दौलताबाद, बरार और बीदर। प्रत्येक प्रांत एक शासक के अधीन था। गुलबर्गा का प्रांत सबसे महत्वपूर्ण था। इसमें बीजापुर भी सम्मिलित था। दक्षिण के हिंदू शासकों को उसने अपने अधीन किया तथा अपने अनुयायियों को पद और जागीर प्रदान करने की नई प्रथा प्रारंभ की। उसने हिंदुओं से जजिया न लेने का आदेश दिया था।

20. सूची-I एवं सूची-II का सुमेल करें तथा नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर दें- [Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2002 U.P. Lower Sub. (Pre) 2002]

सूची-Iसूची-II
A. आदिलशाही1. अहमदनगर
B. कुतुबशाही2. बीजापुर
C. निजामशाही3. गोलकुंडा
D. शर्कीशाही4. जौनपुर

 

          (A)

        (B)

      (C)

          (D)

(a)

1

2

3

4

(b)

2

3

4

1

(c)

3

4

1

2

(d)

2

3

1

4

Correct Answer: (d)
Solution:बीजापुर में आदिलशाही राजवंश की स्थापना युसूफ आदिल शाह ने की थी। कुतुबशाही वंश की स्थापना गोलकुंडा में कुली कुतुब शाह ने की थी। निजामशाही वंश की स्थापना अहमदनगर में मलिक अहमद ने की थी। शर्कीशाही राजवंश ने जौनपुर में शासन किया तथा इस वंश की स्थापना मलिक सरवर नामक हिजड़े ने की थी।