Solution:सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण संगठन ने अपने 70वें दौर (जनवरी-दिसंबर, 2013) में कृषक परिवारों की स्थिति का मूल्यांकन सर्वेक्षण के प्रमुख संकेतकों को दिसंबर, 2014 में जारी किए। इस सर्वेक्षण का उद्देश्य भारत सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों के संदर्भ में देश के ग्रामीण क्षेत्रों में कृषक परिवारों की स्थिति की जानकारी हासिल करना था। इस सर्वेक्षण के अनुसार -1. उत्तर प्रदेश में अनुमानित 18.05 मिलियन कृषक परिवार थे और यह देश में कृषक परिवारों का 20 प्रतिशत था।
2. राजस्थान के ग्रामीण परिवारों में सबसे अधिक प्रतिशत (78.4 %) कृषक परिवारों का है उसके बाद यह आंकड़ा क्रमशः उत्तर प्रदेश (74.8%) तथा मध्य प्रदेश (70.8%) में दर्ज है। केरल में ग्रामीण परिवारों में कृषक परिवारों का सबसे कम प्रतिशत (27.3%) था।
3. देश में कुल अनुमानित कृषक परिवारों में लगभग 45 (45.4%) प्रतिशत अन्य पिछड़े वर्गों के थे। लगभग 16 (16.3%) प्रतिशत कृषक परिवार अनुसूचित जाति के तथा लगभग 13 (13.3%) प्रतिशत अनुसूचित जनजाति के थे।
4. कृषक परिवार की आय का मुख्य स्रोत इस बात से निर्धारित होता है कि परिवार के पास कितनी जमीन है।
5. केरल को छोड़कर सभी प्रमुख राज्यों में कृषक परिवारों ने अपनी आय का मुख्य स्रोत खेती-बाड़ी गतिविधि (जुताई, पशुधन तथा अन्य कृषि गतिविधियां) बताया। केरल में लगभग 61 प्रतिशत कृषक परिवारों ने कृषि को छोड़ दूसरे स्रोतों से अपनी अधिकतम आय की जानकारी दी।
6. देश में लगभग 52 प्रतिशत कृषक परिवार ऋणग्रस्त थे। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में, एनएसएस के 77वें दौर (जनवरी-दिसंबर, 2019) के सर्वेक्षण पर आधारित "परिवारों की भूमि एवं पशुधन धारिता तथा कृषक परिवारों की स्थिति के आकलन" संबंधित प्रमुख तथ्य निम्न हैं-
• ग्रामीण परिवारों की आकलित संख्या 172.44 मिलियन
• ग्रामीण परिवारों में कृषक परिवारों की आकलित संख्या 93.09 मिलियन
• ग्रामीण परिवारों में गैर-कृषक परिवारों की आकलित संख्या 79.35 मिलियन
• ग्रामीण परिवारों के प्रतिशत के रूप में कृषक परिवार - 54 प्रतिशत
• ग्रामीण परिवारों के प्रतिशत के रूप में गैर-कृषक परिवार - 46 प्रतिशत
• कृषक परिवारों की संख्या के संदर्भ में शीर्ष राज्य हैं - क्रमशः
• उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार तथा पश्चिम बंगाल
• सबसे कम कृषक परिवार हैं क्रमशः सिक्किम तथा मिजोरम में
• प्रतिशतता के संदर्भ में सर्वाधिक कृषक परिवारों वाले राज्य हैं - क्रमशः नगालैंड, जम्मू एवं कश्मीर, मिजोरम, राजस्थान तथा मेघालय
• अनुसूचित जनजाति (ST) के संदर्भ में सर्वाधिक कृषक परिवार
• नगालैंड (99.2%) में तथा न्यूनतम हरियाणा (0.5%) में हैं
• अनुसूचित जाति (SC) के संदर्भ में सर्वाधिक कृषक परिवार पंजाब (33.1%) में तथा न्यूनतम नगालैंड (0.5%) में हैं।
• अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के संदर्भ में सर्वाधिक कृषक परिवार तमिलनाडु (78.3%) में तथा न्यूनतम अरुणाचल प्रदेश (0.2%) में हैं।