क्षुद्रग्रह

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1. क्षुद्रग्रहों तथा धूमकेतु के बीच क्या अंतर होता है? [I.A.S. (Pre) 2011]

1. क्षुद्रग्रह लघु चट्टानी ग्राहिकाएं (प्लेनेटॉयड) हैं, जबकि घूमकेतु हिमशीतित गैसों से निर्मित होते हैं, जिन्हें चट्टानी और धातु पदार्थ आपस में बांधे रखते हैं।

2. क्षुद्रग्रह अधिकांशतः बृहस्पति और मंगल के परिक्रमापथों के बीच पाए जाते हैं, जबकि धूमकेतु अधिकांशतः शुक्र और बुध दे. बीच पाए जाते हैं।

3. धूमकेतु गोचर दीप्तिमान पुच्छ दर्शाते हैं, जबकि क्षुद्रग्रह यह नहीं दर्शाते।

उपर्युक्त में से कौन-सा कथन सही है/हैं?

Correct Answer: (b) केवल 1 और 3
Solution:धूमकेतु सौरमंडलीय निकाय हैं जो पत्थर, धूल, बर्फ और गैस के बने हुए छोटे-छोटे खंड होते हैं। ये ग्रहों के समान सूर्य की परिक्रमा करते हैं। धूमकेतु के तीन मुख्य भाग होते हैं- (i) नाभि, (ii) कोमा और (iii) पूंछ। नाभि धूमकेतु का केंद्र होता है, जो पत्थर और बर्फ का बना होता है। नाभि के चारों ओर गैस और धूल के बादल को कोमा कहते हैं। नाभि तथा कोमा से निकलने वाली गैस (आयन) और धूल दो पूंछ का आकार ले लेती है। धूमकेतु मुख्यतः 'कुइपर बेल्ट' (Kuiper Belt) एवं 'ऊर्ट क्लाउड' (Oort Cloud) में पाए जाते हैं। क्षुद्रग्रह पथरीले और धातुओं के ऐसे पिंड हैं, जो सूर्य की परिक्रमा करते हैं। अधिकांश क्षुद्रग्रह बृहस्पति और मंगल के बीच की एक पट्टी (Asteroid Belt) में स्थित हैं।

2. मंगल और बृहस्पति की कक्षाओं के बीच सूर्य के चारों ओर परिक्रमा करने वाले शैल के छोटे टुकड़ों के समूह को क्या कहते हैं? [I.A.S. (Pre) 1997]

Correct Answer: (d) क्षुद्रग्रह
Solution:मंगल और बृहस्पति की कक्षाओं के बीच सूर्य के चारों ओर क्षुद्रग्रह परिक्रमारत हैं। अधिकांश क्षुद्रग्रह छोटे हैं, किंतु कुछ का व्यास 1000 किमी. तक बड़ा है। सेरेस (Ceres) का व्यास लगभग 952 किमी. है। सौरमंडल में अवस्थितियों के अनुसार, क्षुद्रग्रहों (Asteroids) को श्रेणीबद्ध किया जाता है। मुख्य पेटी (Main Belt)- इसमें सूर्य से 2-4 खगोलीय इकाइयों की दूरी पर मंगल और बृहस्पति ग्रहों के बीच स्थित चट्टानी टुकड़े होते हैं। इस समूह के प्रमुख क्षुद्रग्रह हंगेरियस (Hungarias), फ्लोरस (Floras), फोकिया (Phocaea), कोरोनिस (Koronis), इयोस (Eos), थेमिस (Themis), सिबेले (Cybele) और हिल्डास (Hildas) हैं। पृथ्वी के निकट के क्षुद्रग्रह (NEAs)- इसमें एटेन (Aten), अपोलो (Apollo), अमोर (Amor) एवं अटिरा (Atira) प्रमुख हैं। ट्रॉजंस (Trojans)- यह बृहस्पति की कक्षा के लैगरेंज बिंदुओं (Lagrange Points) के समीप स्थित है।

3. क्षुद्रग्रहों के विषय में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए- [I.A.S. (Pre) 1998]

1. क्षुद्रग्रह सूर्य की परिक्रमा करने वाले विभिन्न आकारों के चट्टानी मलबे हैं।

2. अधिकांश क्षुद्रग्रह छोटे हैं, किंतु कुछ का व्यास 1000 किमी. तक बड़ा है।

3. क्षुद्रग्रहों की कक्षा बृहस्पति और शनि की कक्षाओं के मध्य स्थित है।

इन कथनों में से-

Correct Answer: (c) 1 और 2 सही हैं
Solution:मंगल और बृहस्पति की कक्षाओं के बीच सूर्य के चारों ओर क्षुद्रग्रह परिक्रमारत हैं। अधिकांश क्षुद्रग्रह छोटे हैं, किंतु कुछ का व्यास 1000 किमी. तक बड़ा है। सेरेस (Ceres) का व्यास लगभग 952 किमी. है। सौरमंडल में अवस्थितियों के अनुसार, क्षुद्रग्रहों (Asteroids) को श्रेणीबद्ध किया जाता है। मुख्य पेटी (Main Belt)- इसमें सूर्य से 2-4 खगोलीय इकाइयों की दूरी पर मंगल और बृहस्पति ग्रहों के बीच स्थित चट्टानी टुकड़े होते हैं। इस समूह के प्रमुख क्षुद्रग्रह हंगेरियस (Hungarias), फ्लोरस (Floras), फोकिया (Phocaea), कोरोनिस (Koronis), इयोस (Eos), थेमिस (Themis), सिबेले (Cybele) और हिल्डास (Hildas) हैं। पृथ्वी के निकट के क्षुद्रग्रह (NEAs)- इसमें एटेन (Aten), अपोलो (Apollo), अमोर (Amor) एवं अटिरा (Atira) प्रमुख हैं। ट्रॉजंस (Trojans)- यह बृहस्पति की कक्षा के लैगरेंज बिंदुओं (Lagrange Points) के समीप स्थित है।

4. सौरमंडल में क्षुद्रग्रह (एस्ट्रॉयड) छोटे खगोलीय पिंड हैं। ये जिन ग्रहों के मध्य पाए जाते हैं, वे हैं- [U.P.P.C.S. (Pre) 2008]

Correct Answer: (b) मंगल और बृहस्पति
Solution:मंगल और बृहस्पति की कक्षाओं के बीच सूर्य के चारों ओर क्षुद्रग्रह परिक्रमारत हैं। अधिकांश क्षुद्रग्रह छोटे हैं, किंतु कुछ का व्यास 1000 किमी. तक बड़ा है। सेरेस (Ceres) का व्यास लगभग 952 किमी. है। सौरमंडल में अवस्थितियों के अनुसार, क्षुद्रग्रहों (Asteroids) को श्रेणीबद्ध किया जाता है। मुख्य पेटी (Main Belt)- इसमें सूर्य से 2-4 खगोलीय इकाइयों की दूरी पर मंगल और बृहस्पति ग्रहों के बीच स्थित चट्टानी टुकड़े होते हैं। इस समूह के प्रमुख क्षुद्रग्रह हंगेरियस (Hungarias), फ्लोरस (Floras), फोकिया (Phocaea), कोरोनिस (Koronis), इयोस (Eos), थेमिस (Themis), सिबेले (Cybele) और हिल्डास (Hildas) हैं। पृथ्वी के निकट के क्षुद्रग्रह (NEAs)- इसमें एटेन (Aten), अपोलो (Apollo), अमोर (Amor) एवं अटिरा (Atira) प्रमुख हैं। ट्रॉजंस (Trojans)- यह बृहस्पति की कक्षा के लैगरेंज बिंदुओं (Lagrange Points) के समीप स्थित है।