खिलजी वंश (UPPCS)

Total Questions: 31

21. बाजार कीमतों को नियंत्रित करने के अलाउद्दीन खिलजी के प्रयास ने [U.P.P.C.S. (Mains) 2017]

Correct Answer: (c) बहुत सफलता प्राप्त की।
Note:

अलाउद्दीन का आर्थिक सुधार मुख्यतः एक बड़ी सेना का भरण-पोषण, कालाबाजारी को रोकना और विद्रोहों पर अंकुश लगाने के लिए था। इन सब के लिए सुल्तान ने बाजार में मूल्य नियंत्रण के लिए कई नियम और प्रमुख अधिकारियों की नियुक्ति की। उसने मलिक कबूल को शहना या बाजार अधीक्षक नियुक्त किया और उसको मूल्य में स्थिरता बनाएं रखने के लिए कई सहायक और विस्तृत अधिकार दिए, जिससे नियमों को उसने बड़ी कठोरता से लागू किया, जिसका परिणाम हुआ कि मुनाफाखोरी और कालाबाजारी बंद हो गई।

 

22. निम्नलिखित में से किस मध्यकालीन शासक ने 'सार्वजनिक वितरण प्रणाली' प्रारंभ की थी? [U.P.P.C.S. (Mains) 2010]

Correct Answer: (a) अलाउद्दीन खिलजी ने
Note:

सल्तनतकालीन शासक अलाउद्दीन खिलजी ने 'सार्वजनिक वितरण प्रणाली' प्रारंभ की थी।

 

23. सल्तनकाल में 'सार्वजनिक वितरण प्रणाली' किसने प्रारंभ की थी ? [66th B.P.S.C. (Re-Exam) 2020]

Correct Answer: (a) अलाउद्दीन खिलजी
Note:

सल्तनतकालीन शासक अलाउद्दीन खिलजी ने 'सार्वजनिक वितरण प्रणाली' प्रारंभ की थी।

 

24. घरी' अथवा गृहकर लगाने वाला दिल्ली का प्रथम सुल्तान कौन था? [U.P.P.C.S. (Mains) 2011]

Correct Answer: (b) अलाउद्दीन खिलजी
Note:

अलाउद्दीन खिलजी द्वारा लगाए गए दो नवीन कर थे 'घरी कर' जो कि घरों एवं झोपड़ियों पर लगाया जाता था तथा 'चराई कर' जो कि दुधारू पशुओं पर लगाया जाता था।

 

25. 1306 ई. के बाद अलाउद्दीन खिलजी के समय में दिल्ली के सुल्तान तथा मंगोलों के बीच सीमा क्या थी ? [U.P.P.C.S. (Pre) 2014]

Correct Answer: (b) रावी
Note:

1306 ई. के बाद अलाउद्दीन खिलजी के समय में दिल्ली सल्तनत एवं मंगोलों के बीच सीमा रावी नदी थी। 1306 ई. में कबक के नेतृत्व में मंगोल आक्रमण हुआ, जिसे रावी नदी के तट पर अलाउद्दीन के एक विश्वासपात्र गुलाम अधिकारी मलिक इज्जउद्दीन काफर सुल्तानी द्वारा रोक दिया गया था और रावी नदी मंगोल और खिलजी साम्राज्य की सीमा बन गई थी।

 

26. भारतीय इतिहास के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए - [I.A.S. (Pre) 2022]

1. भारत पर पहला मंगोल आक्रमण जलालुद्दीन खिलजी के राज्यकाल में हुआ।

2. अलाउद्दीन खिलजी के राज्यकाल में, एक मंगोल आक्रमण दिल्ली तक आ पहुंचा और उस शहर पर घेरा डाल दिया।

3. मुहम्मद बिन तुगलक मंगोलों से अपने राज्य के कुछ उत्तरी- पश्चिमी भाग अस्थायी रूप से हार गया था।

उपर्युक्त कथनों में कौन-सा/से सही है/हैं?

Correct Answer: (b) केवल 2
Note:

भारतीय इतिहास के संदर्भ में भारत पर पहला मंगोल आक्रमण इल्तुतमिश के शासनकाल में हुआ था। अलाउद्दीन खिलजी के काल में • मंगोल आक्रमणकारी कुतलुग ख्वाजा के नेतृत्व में दिल्ली पर आक्रमण हुआ था। उस समय अलाउद्दीन खिलजी चित्तौड़ अभियान पर था। मुहम्मद बिन तुगलक के काल में तरमाशरीन के नेतृत्व में मंगोल अभियान हुआ था। लेकिन कलानौर और पेशावर पर मुहम्मद बिन तुगलक ने अधिकार कर मंगोलों के अभियान को विफल कर दिया।

 

27. निम्नलिखित में से किस सुल्तान ने साम्राज्य की सीमाओं की सुरक्षा हेतु एक विशेष सेना को नियुक्त किया? [U.P.R.O./A.R.O. (Pre) 2021]

Correct Answer: (d) अलाउद्दीन खिलजी
Note:

न अलाउद्दीन खिलजी ने साम्राज्य की सीमाओं की सुरक्षा हेतु एक विशेष सेना को नियुक्त किया था। इसने सीमा प्रांतों की सुरक्षा के लिए सैनिकों की संख्या बढ़ाने, प्रशासन को व्यवस्थित करने हेतु सीमावर्ती किलों की मरम्मत करवाई मंगोलों के मार्गों पर बसे हुए अनुभवी अमीरों और फौजी सरदारों की इक्ताओं में भी सेना की टुकड़ियां तैनात की गईं।

 

28. निम्नलिखित युग्मों में कौन सही सुमेलित नहीं है? [U.P.P.C.S. (Pre) 2018]

Correct Answer: (b) वारंगल रामचंद्रदेव
Note:

अलाउद्दीन खिलजी के दक्षिण भारत पर आक्रमण के समय देवगिरि का शासक रामचंद्रदेव था। रामचंद्रदेव की मृत्यु के बाद उनका पुत्र शंकरदेव शासक बना। तेलंगाना में काकतीय वंश का शासन था। यहां का तत्कालीन शासक प्रताप रुद्र द्वितीय था, इसकी राजधानी वारंगल थी। शेष अन्य विकल्प सही सुमेलित हैं।

 

29. इनमें से किसने खलीफा की शक्ति का विरोध किया? [67th B.P.S.C. (Pre) (Re. Exam) 2022]

Correct Answer: (e) उपर्युक्त में से कोई नहीं / उपर्युक्त में से एक से अधिक
Note:

विकल्पगत किसी भी सुल्तान ने खलीफा की शक्ति का विरोध नहीं किया। इल्तुतमिश ने खलीफा से मान्यता प्राप्त जरूर की थी; परंतु बंगाल के सुल्तान गयासुद्दीन ने भी खलीफा से मान्यता प्राप्त की थी। जिस पर आक्रमण कर इल्तुतमिश ने एक तरीके से खलीफा की सत्ता का विरोध भी किया था। अलाउद्दीन खिलजी, बलबन, मुहम्मद बिन तुगलक सभी व्यावहारिक रूप में स्वतंत्र शासक ही थे, लेकिन किसी ने खलीफा की शक्ति या सत्ता का विरोध नहीं किया था। केवल मुबारक खलजी था, जिसने स्वयं खलीफा की उपाधि ली थी। इस तरह उसने खलीफा की सत्ता का विरोध किया था।

 

30. दिल्ली सल्तनत के किस शासक ने अपने आप को 'खलीफा' घोषित कर दिया था? [U.P.R.O./A.R.O. (Re. Exam) (Pre) 2016]

Correct Answer: (c) मुबारक खिलजी
Note:

अलाउद्दीन खिलजी की मृत्यु के पश्चात मलिक काफूर ने मुबारक खिलजी को कैद कर कारावास में डाल दिया था। बाद में कैद से मुक्त होकर वह सुल्तान बना। उसने स्वयं को खलीफा घोषित कर दिया तथा 'अल-इमाम', 'उल इमाम' तथा 'खलीफतुल्लाह' की उपाधि धारण की।