I. यह समाज में आय के असमानता के स्तर को मापता है।
II. गिनी गुणांक जितना अधिक होगा, असमानता उतनी कम होगी।
III. यह लॉरेंज वक्र के प्रयोग से व्युत्पन्न किया जाता है।
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिएः
Correct Answer: (b) केवल I एवं III
Solution:गिनी गुणांक का प्रतिपादन वर्ष 1912 में कोरेडो गिनी ने किया था। यह समाज में आय के असमानता के स्तर का मापन करता है। यह राष्ट्रीय आय के वितरण की गणितीय माप प्रस्तुत करता है। इसे निरपेक्ष समता रेखा के नीचे के संपूर्ण क्षेत्रफल का लॉरेंज वक्र एवं पूर्ण क्षमता रेखा के मध्य क्षेत्रफल में भाग देकर प्राप्त किया जाता है। अतः यह लॉरेंज वक्र के प्रयोग से व्युत्पन्न किया जाता है। अतः कथन I एवं III सत्य हैं।गिनी गुणांक शून्य एवं 1 के मध्य होता है। जब इसका मान शून्य होता है, तो इसका अर्थ राष्ट्रीय आय की पूर्ण समानता से है। अर्थात प्रत्येक व्यक्ति समान आय प्राप्त कर रहा है। जब इसका मान 1 होता है तो इसका तात्पर्य राष्ट्रीय आय के पूर्ण असमान वितरण से है। अर्थात एक ही व्यक्ति संपूर्ण आय प्राप्त कर रहा है, शेष को कुछ भी प्राप्त नहीं हो रहा है। अतः कथन II असत्य है।