Solution:रौलेट एक्ट (1919), जिसे काला कानून कहा गया, ने ब्रिटिश सरकार को बिना मुकदमे के किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार करने और अनिश्चित काल तक जेल में रखने की शक्ति दी थी। इस दमनकारी कानून के खिलाफ गांधीजी ने देशव्यापी हड़ताल (सत्याग्रह) का आह्वान किया।
इस आंदोलन ने पहली बार गांधीजी के नेतृत्व को राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित किया और उन्हें बड़े पैमाने पर जनता का समर्थन मिला, जिसने उन्हें सही मायने में एक राष्ट्रीय नेता बना दिया।