ग्रीन हाउस प्रभाव का कारण

Total Questions: 20

1. निम्नलिखित में से कौन-से जलवायु परिवर्तन के प्रमुख कारक हैं? [U.P.P.S.C. (Pre) 2017]

1. जीवाश्मिक ईंधन का अधिकाधिक प्रज्वलन

2. तैल चालित स्वचालितों की संख्या विस्फोटन

3. सौर-धधक में वृद्धि

4. अत्यधिक वनोन्मूलन

नीचे दिए गए कूट द्वारा सही उत्तर चुनिए-

Correct Answer: (b) केवल 1, 2 तथा 4
Solution:जलवायु परिवर्तन के दो प्रमुख कारक हैं- कार्बन उत्सर्जन में वृद्धि वाले कारक तथा कार्बन अवशोषण में कमी लाने वाले कारका कार्बन उत्सर्जन में वृद्धि वाले कारणों में जीवाश्म ईंधनों का अत्यधिक प्रज्वलन, तेल से चलने वाले वाहनों की संख्या में अत्यधिक वृद्धि आदि आते हैं। अतः वायुमंडल में कार्बन सांद्रण बढ़ रहा है, जो हरित गृह प्रभाव में वृद्धि कर जलवायु को प्रभावित कर रहा है। नासा एवं अन्य के अध्ययन सौर धधक (Solar Flare) में वृद्धि को जलवायु परिवर्तन का प्रमुख कारण नहीं मानते हैं।

2. निम्नलिखित पर विचार कीजिए- [I.A.S. (Pre) 2019]

1. कार्बन मोनोऑक्साइड

2. मीथेन

3. ओजोन

4. सल्फर डाइऑक्साइड

फसल/जैव मात्रा के अवशेषों के दहन के कारण वायुमंडल में उपर्युक्त में से कौन-से निर्मुक्त होते हैं?

Correct Answer: (d) 1, 2, 3 और 4
Solution:फसल/जैव मात्रा के अवशेषों जैसे धान, गेहूं, गन्ना आदि फसलों के अवशेषों के दहन के कारण वायुमंडल में सल्फर डाइऑक्साइड (SO₂), नाइट्रोजन के ऑक्साइड (NOx), कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂), कार्बन मोनोऑक्साइड (CO), ब्लैक कार्बन (BC), ऑर्गेनिक कार्बन (OC), मीथेन (CH₁) एवं नॉन मीथेन हाइड्रोकार्बन (NMHC), अस्थिर कार्बनिक यौगिक (VOC), ओजोन (O₂), निलंबित कण (PM), एयरोसोल्स आदि निर्मुक्त होते हैं, जो कि पर्यावरण को क्षति पहुंचाने के साथ-साथ मानव स्वास्थ्य एवं जलवायु को भी प्रभावित करते हैं।

3. निम्नलिखित में से कौन-सी गैस ग्लोबल वार्मिंग के लिए ज्यादा जिम्मेदार है? [Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2012]

Correct Answer: (c) कार्बन डाइऑक्साइड
Solution:पृथ्वी के वायुमंडल में पाई जाने वाली प्रमुख ग्रीन हाउस गैसें हैं जलवाष्प, कार्बन डाइऑक्साइड, मीथेन, नाइट्रस ऑक्साइड, क्लोरोफ्लोरोकार्बन्स आदि। उपर्युक्त विकल्पों में से कार्बन डाइऑक्साइड गैस ग्लोबल वार्मिंग के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार है। ध्यातव्य है, कि पिछले कुछ दशकों से वातावरण में CO, की सांद्रता में लगातार वृद्धि हो रही है।

4. वैश्विक ऊष्मन उत्सर्जन के कारण होता है- [U.P.P.C.S. (Mains) 2004]

Correct Answer: (b) कार्बन डाइऑक्साइड के
Solution:वैश्विक ऊष्मन कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) के उत्सर्जन के कारण होता है। वर्ष 1950 में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा वायुमंडल में जहां 315 PPM (Parts Per Million) के आस-पास थी, वहीं पर अब यह मात्रा 420 PPM को पार कर चुकी है। यदि कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा इसी तरह बढ़ती रही, तो 21वीं सदी पूरी होने तक यह मात्रा करीब 650-950 PPM हो जाएगी और पृथ्वी का तापमान 6°C बढ़ जाएगा।

5. भूमंडलीय ऊष्मन की आशंका वायुमंडल में बढ़ती हुई सांद्रता के कारण बढ़ रही है- [U.P.P.C.S. (Mains) 2004 U.P.P.C.S. (Pre) 2006 U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2008]

Correct Answer: (a) कार्बन डाइऑक्साइड की
Solution:वैश्विक ऊष्मन कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) के उत्सर्जन के कारण होता है। वर्ष 1950 में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा वायुमंडल में जहां 315 PPM (Parts Per Million) के आस-पास थी, वहीं पर अब यह मात्रा 420 PPM को पार कर चुकी है। यदि कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा इसी तरह बढ़ती रही, तो 21वीं सदी पूरी होने तक यह मात्रा करीब 650-950 PPM हो जाएगी और पृथ्वी का तापमान 6°C बढ़ जाएगा।

6. भूमंडलीय तापन का कारण है- [U.P. Lower Sub. (Mains) 2013]

Correct Answer: (b) कार्बन डाइऑक्साइड में वृद्धि
Solution:वैश्विक ऊष्मन कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) के उत्सर्जन के कारण होता है। वर्ष 1950 में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा वायुमंडल में जहां 315 PPM (Parts Per Million) के आस-पास थी, वहीं पर अब यह मात्रा 420 PPM को पार कर चुकी है। यदि कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा इसी तरह बढ़ती रही, तो 21वीं सदी पूरी होने तक यह मात्रा करीब 650-950 PPM हो जाएगी और पृथ्वी का तापमान 6°C बढ़ जाएगा।

7. निम्नलिखित फसलों में कौन-सी एक मीथेन और नाइट्रस ऑक्साइड दोनों का सर्वाधिक महत्वपूर्ण मानवोद्भवी स्रोत है? [I.A.S. (Pre) 2022]

Correct Answer: (b) धान
Solution:दिए गए विकल्पों में धान की फसल मीथेन (CH) और नाइट्रस ऑक्साइड (N₂O) दोनों का सर्वाधिक महत्वपूर्ण मानवोद्भवी स्रोत है। धान के खेत मीथेन और नाइट्रस ऑक्साइड के महत्वपूर्ण स्रोत माने जाते हैं।

8. जुगाली करने वाले पशुओं से जिस ग्रीन हाउस गैस का निस्सरण होता है, वह है- [Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2004]

Correct Answer: (b) मीथेन
Solution:मीथेन (CH) गैस को मार्श गैस (Marsh Gas) भी कहते हैं, जिसका स्रोत (Source) बायोगैस (Biogas), जीवाणु अपघटन तथा जुगाली करने वाले पशु हैं। यह एक हरित गृह गैस (Greenhouse Gas) है, जो कि वायु प्रदूषक (Air Pollutant) होती है।

9. हाल के वर्षों में मानव गतिविधियों के कारण वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड की सांद्रता में बढ़ोत्तरी हुई है, किंतु उसमें से बहुत-सी वायुमंडल के निचले भाग में नहीं रहती, क्योंकि- [I.A.S. (Pre) 2011]

1. वह बाह्य समतापमंडल में पलायन कर जाती है।

2. समुद्रों में पादप प्लवक प्रकाश संश्लेषण कर लेते हैं।

3. ध्रुवीय बर्फ-छत्रक वायु का प्रग्रहण कर लेते हैं।

उपर्युक्त में से कौन-सा/कौन-से कथन सही है/हैं?

Correct Answer: (b) केवल 2
Solution:मानवीय गतिविधियों द्वारा उत्पन्न अधिकांश कार्बन डाइऑक्साइड वायुमंडल के निचले भाग में नहीं रुकती, बल्कि समुद्री पादपों या भूमि पर पौधों एवं मिट्टी द्वारा अवशोषित कर ली जाती है। प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया में पादप प्लवक (Phytoplankton) कार्बन डाइऑक्साइड को ग्रहण कर उसे पादप सामग्री में परिवर्तित कर देते हैं।

10. 'मीथेन हाइड्रेट' के निक्षेपों के बारे में, निम्नलिखित में से कौन-से कथन सही हैं? [I.A.S. (Pre) 2019]

1. भूमंडलीय तापन के कारण इन निक्षेपों से मीथेन गैस का निर्मुक्त होना प्रेरित हो सकता है।

2. 'मीथेन हाइड्रेट' के विशाल निक्षेप उत्तर ध्रुवीय टुंड्रा में तथा समुद्र अधस्तल के नीचे पाए जाते हैं।

3. वायुमंडल के अंदर मीथेन एक या दो दशक के बाद कार्बन डाइऑक्साइड में ऑक्सीकृत हो जाता है।

नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-

Correct Answer: (d) 1, 2 और 3
Solution:मीथेन जल के अणुओं से घिरकर निम्न ताप तथा उच्च दाब पर क्रिस्टलीय संरचना के रूप में बर्फ के समान जम जाती है, जो 'मीथेन हाइड्रेट में परिवर्तित हो जाती है। यह आर्कटिक (उत्तर ध्रुवीय टुंड्रा सहित) एवं अंटार्कटिक क्षेत्र में बर्फ के नीचे, महाद्वीपीय उपांतों में तलहटी निक्षेपों, अंतःस्थलीय गहरे जलीय निकायों तथा गहरे समुद्री तल में विशाल निक्षेपों के रूप में पाई जाती है। भूमंडलीय तापन से मीथेन हाइड्रेट के निक्षेपों के पिघलने का खतरा मंडरा रहा है। इसके पिघलने से वैश्विक तापन और उसके दुष्प्रभावों में और तेजी से वृद्धि होगी। साथ ही मीथेन वायुमंडल में तुलनात्मक रूप से कम समय (लगभग 8-12 वर्ष) ही विद्यमान रहती है और यह ऑक्सीकृत होकर कार्बन डाइऑक्साइड और जल में परिवर्तित होती रहती है। इस तरह प्रश्न में दिए तीनों कथन सत्य हैं।