कथन (A): चांद का सदैव एक अभिन्न फलक ही पृथ्वी की ओर अभिमुख होता है। कारण (R): चांद अपने अक्ष पर 23% दिवस में घूर्णन पूरा करता है, जो लगभग उतनी ही अवधि है जिसमें वह पृथ्वी की परिक्रमा पूरी करता है।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर का चयन कीजिए-
Correct Answer: (c) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
Note: चंद्रमा की पृथ्वी के चारों ओर की कक्षा दीर्घवृत्तीय और झुकावयुक्त है, फलस्वरूप जब चंद्रमा पृथ्वी से सर्वाधिक दूरी पर होता है, तो छोटा और जब निकटतम दूरी पर होता है, तो बड़ा दिखाई देता है। चंद्रमा अपने अक्ष पर 27.322 दिन में एक घूर्णन पूरा करता है जो लगभग उतनी ही अवधि है, जितनी वह पृथ्वी की एक परिक्रमा करने में लेता है। चंद्रमा का अपने अक्ष पर यह घूर्णन 'सिंक्रोनस घूर्णन (Synchro- nous rotation) कहलाता हैं। इस कारण चंद्रमा का सदैव एक अभिन्न फलक ही पृथ्वी की ओर अभिमुख होता है। अतः कथन (A) सही है, जबकि कारण (R) गलत है।