जनन एवं भ्रूणीय विकास

Total Questions: 6

1. निषेचन (Fertilization) की क्रिया कहां पर होती है? [45th B.P.S.C. (Pre) 2001]

Correct Answer: (b) अंडवाहिनी में (Oviduct)
Solution:निषेचन (Fertilization) की क्रिया अंडवाहिनी (Oviduct) में संपन्न होती है। यहां नर युग्मक (शुक्राणु) तथा मादा युग्मक (अंडाणु) में निषेचन क्रिया के द्वारा युग्मनज (Zygote) का निर्माण होता है, जो कि द्विगुणित (Diploid) होता है और विकास कर शिशु का निर्माण करता है। मनुष्य में जन्म का समय निषेचन के बाद आदर्श रूप से 266 दिन या 38 सप्ताह का होता है।

2. मानव में शरीर के निम्नलिखित भागों में से किस एक में शुक्राणु, डिम्ब को निषेचित करता है? [I.A.S. (Pre) 2007]

Correct Answer: (b) डिम्बवाहिनी नली
Solution:पुरुष का शुक्राणु महिला के डिम्ब (Ovum) को डिम्बवाहिनी नली (Fallopian Tube) में निषेचित करता है।

3. मादा जनन पथ्य में पहुंचने के पश्चात, मानव शुक्राणु अपनी निषेचन क्षमता सुरक्षित रखते हैं- [U.P.P.C.S. (Mains) 2010]

Correct Answer: (d) एक से दो दिनों के लिए
Solution:मादा जनन पथ में पहुंचने के पश्चात शुक्राणु की निषेचन क्षमता सामान्यतः 48-72 घंटों तक सुरक्षित रहती है।

4. मानव भ्रूण का हृदय कब स्पंदन करने लगता है? [I.A.S. (Pre) 1994]

Correct Answer: (c) अपने परिवर्धन के चतुर्थ सप्ताह में
Solution:मानव भूण (Human Embryo) का हृदय अपने परिवर्धन (Development) के चतुर्थ-पंचम सप्ताह में स्पंदन (Pulsation) करने लगता है। भ्रूणीय विकास के तीसरे से आठवें सप्ताह को भ्रूण विकास काल (Embryo-Development Period) कहते है, क्योंकि यह अंग विकास का मुख्य समय होता है। तीसरे महीने से जन्म तक के समय को भ्रूणकाल (Foetal period) कहते हैं, जिसमें ऊतकों तथा अंगों का परिपक्वन (Maturation) तथा शारीरिक वृद्धि होती है।

5. निम्नलिखित में से कौन-सी कला परिवर्धनशील भ्रूण की शुष्कन से रक्षा करती है? [I.A.S. (Pre) 1995]

Correct Answer: (a) उल्व (ऐम्नियॉन)
Solution:उल्व या ऐम्नियॉन (Amnion) में उल्वी तरल (Amniotic Fluid) भरा रहता है, जो कि भ्रूण को नम बनाए रखने, बाहरी दबाव तथा धक्कों इत्यादि से इसकी सुरक्षा रखने का कार्य करता है।

6. सर्टोली कोशिकाएं किस अंग में पाई जाती हैं? [M.P.P.C.S. (Pre) 2021]

Correct Answer: (d) वृषण
Solution:1862 ई. में इटैलियन फिजियोलॉजिस्ट 'एरिक सर्टोली ने इन कोशिकाओं की खोज की। सर्टोली कोशिकाएं लुमेन से दूर, सूजी नलिकाओं के किनारे पर स्थित होती हैं। इन्हें सहायक अथवा नर्स कोशिकाओं के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि ये शुक्राणु उत्पादन के लिए आवश्यक रासायनिक यौगिकों को स्रावित कर शुक्राणुजनन (Spermatogenesis) की प्रगति में सहायता करती हैं। इन कोशिकाओं का उत्पादन पुरुष भ्रूण के विकास के समय निर्देशित होता है, जब Y- गुणसूत्र पर लिंग निर्धारण क्षेत्र (SRY) सक्रिय होता है।