जैन धर्म (UPPSC)

Total Questions: 58

11. जैन धर्म के प्रवर्तक महावीर जी का मोक्ष स्थान कहां स्थित है? [63rd B.P.S.C. (Pre) 2017]

Correct Answer: (c) पावापुरी
Solution:जैन धर्म के प्रवर्तक महावीर स्वामी का मोक्ष स्थान (निर्वाण) पावापुरी में स्थित है। बिहार राज्य के नालंदा जिले में स्थित पावापुरी जैनियों का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। भगवान महावीर ने 527 ई.पू. में 72 वर्ष की आयु में बिहार के पावापुरी में अपना शरीर त्याग दिया।

12. महावीर जैन की मृत्यु निम्नलिखित में से किस नगर में हुई? [45th B.P.S.C. (Pre) 2001]

Correct Answer: (c) पावापुरी
Solution:जैन धर्म के प्रवर्तक महावीर स्वामी का मोक्ष स्थान (निर्वाण) पावापुरी में स्थित है। बिहार राज्य के नालंदा जिले में स्थित पावापुरी जैनियों का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। भगवान महावीर ने 527 ई.पू. में 72 वर्ष की आयु में बिहार के पावापुरी में अपना शरीर त्याग दिया।

13. वर्धमान महावीर के संबंध में क्या सही नहीं है? [Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2022]

Correct Answer: (c) उन्होंने अपने जीवनकाल में विवाह नहीं किया
Solution:वर्धमान महावीर का जन्म 599 ई.पू. में हुआ था। इनकी माता लिच्छवि के राजा चेतक की बहन थीं। 'यशोदा' से इनका विवाह हुआ था। उन्हें जैन धर्म का 24वां और अंतिम तीर्थंकर माना जाता है। इन्होंने 527 ई. पू. में पटना के नजदीक पावापुरी में शरीर त्याग किया।

14. तीर्थंकर शब्द संबंधित है- [U.P.P.C.S. (Pre) 1993]

Correct Answer: (d) जैन
Solution:'तीर्थंकर' शब्द जैन धर्म से संबंधित है। जैन धर्म में कुल 24 तीर्थंकर माने जाते हैं, जिन्होंने समय-समय पर जैन धर्म का प्रचार-प्रसार किया। जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर ऋषभनाथ तथा अंतिम तीर्थंकर महावीर स्वामी थे।

15. जैन तीर्थंकरों के क्रम में अंतिम कौन था? [I.A.S. (Pre) 1993]

Correct Answer: (c) महावीर
Solution:'तीर्थंकर' शब्द जैन धर्म से संबंधित है। जैन धर्म में कुल 24 तीर्थंकर माने जाते हैं, जिन्होंने समय-समय पर जैन धर्म का प्रचार-प्रसार किया। जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर ऋषभनाथ तथा अंतिम तीर्थंकर महावीर स्वामी थे।

16. निम्नलिखित में से कौन एक जैन तीर्थंकर नहीं था? [U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2004]

Correct Answer: (b) नाथमुनि
Solution:नाथमुनि जैन तीर्थंकर नहीं थे। विकल्प में दिए शेष सभी जैन तीर्थंकर थे।

17. प्रभासगिरि जिनका तीर्थ स्थल है, वे हैं - [U.P.P.C.S. (Spl.) (Pre) 2008]

Correct Answer: (b) जैन
Solution:प्रभासगिरि उ.प्र. के कौशाम्बी में स्थित जैन तीर्थ स्थल है। कौशाम्बी का प्रभासगिरि स्थल छठवें जैन तीर्थंकर पद्मप्रभ, से संबंधित है।

18. जैन धर्म में 'पूर्ण ज्ञान' के लिए क्या शब्द है? [I.A.S. (Pre) 1993]

Correct Answer: (c) कैवल्य
Solution:जैन धर्म में 'पूर्ण ज्ञान' के लिए कैवल्य शब्द का प्रयोग किया गया है। महावीर स्वामी को 12 वर्षों की कठोर तपस्या तथा साधना के पश्चात जृम्भिकाग्राम के समीप ऋजुपालिका नदी के तट पर एक साल वृक्ष के नीचे कैवल्य (पूर्ण ज्ञान) प्राप्त हुआ था, फलतः वे 'केवलिन' कहलाए।

19. महावीर स्वामी को किस नदी के तट पर ज्ञानोदय प्राप्त हुआ था? [U.P.R.O./A.R.O. (Mains) 2017]

Correct Answer: (d) ऋजुपालिका
Solution:जैन धर्म में 'पूर्ण ज्ञान' के लिए कैवल्य शब्द का प्रयोग किया गया है। महावीर स्वामी को 12 वर्षों की कठोर तपस्या तथा साधना के पश्चात जृम्भिकाग्राम के समीप ऋजुपालिका नदी के तट पर एक साल वृक्ष के नीचे कैवल्य (पूर्ण ज्ञान) प्राप्त हुआ था, फलतः वे 'केवलिन' कहलाए।

20. त्रिरत्न सिद्धांत सम्यक् धारण, सम्यक् चरित्र एवं सम्यक् ज्ञान जिस धर्म की महिमा है, वह है- [U.P.P.C.S. (Pre) 2004]

Correct Answer: (c) जैन धर्म
Solution:जैन धर्म में मोक्ष के लिए तीन आवश्यक साधन बताए गए हैं-सम्यक् धारण (दर्शन), सम्यक् चरित्र एवं सम्यक् ज्ञान। इन तीनों को जैन धर्म में 'त्रिरत्न' की संज्ञा दी गई है।