धूमकेतु एवं उल्का

Total Questions: 4

1. शूमेकर-लेवी 9 धूमकेतु किस ग्रह से टकराया था? [I.A.S. (Pre) 1995]

Correct Answer: (c) बृहस्पति
Solution:धूमकेतु शुमेकर लैवी-9 (Comet Shoemaker Levy-9) की खोज 24 मार्च, 1993 में कैलिफोर्निया स्थित पालोमर वेधशाला के वैज्ञानिक इयूगेन एवं कैरोलिन शूमेकर तथा कनाडा के डेविड लेवी द्वारा की गई थी। ब्रह्माण्ड में विचरण करता यह धूमकेतु जैसे ही सौरमंडल के सबसे बड़े ग्रह बृहस्पति (Jupiter) के आकर्षण क्षेत्र में आया, 16 से 22 जुलाई, 1994 के मध्य बृहस्पति से टकरा गया। इस टक्कर से बृहस्पति ग्रह को कोई नुकसान नहीं हुआ। सौरमंडल के दो घटकों के बीच देखी जाने वाली यह पहली टक्कर थी।

2. उल्का (Meteor) है- [I.A.S. (Pre) 1995]

Correct Answer: (b) बाह्य अंतरिक्ष से पृथ्वी के वायुमंडल में प्रविष्ट हुए द्रव्य का अंश
Solution:उल्का (Meteor) आकाश में (पृथ्वी के वायुमंडल में) प्रकाश की चमकती हुई चमकीली लकीर (Bright Streak) सदृश होते हैं, जिन्हें 'टूटने वाला तारा' (Shooting Star or Falling Star) भी कहा जाता है। पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करते ही घर्षण से ये चमकने लगते हैं और पृथ्वी पर पहुंचने से पूर्व ही सामान्यतः जलकर राख हो जाते हैं।

3. धूमकेतु की पुच्छ सूर्य से परे दिष्ट होती है, क्योंकि- [I.A.S. (Pre) 1997]

Correct Answer: (c) सूर्य द्वारा उत्सर्जित विकिरण धूमकेतु पर मैज्य दाब डालता है जिससे उसकी पुच्छ सूर्य से दूर क्षिप्त हो जाती है।
Solution:धूमकेतु (Comet) में सामान्यतः दो पुच्छ होती हैं- (1) धूलकणों से युक्त, (2) आयोनाइज्ड। दोनों की उत्पत्ति 'कोमा' (Coma) से होती है। विद्युत आवेशित कणों से युक्त आयोनाइज्ड पुच्छ सौर्यिक चुम्बकीय क्षेत्र से उत्पन्न चुम्बकीय बल के विशेष प्रभाव के कारण सूर्य की विपरीत दिशा में होती है और सौर हवाओं के सहारे आगे बढ़ती है, जबकि धूलकणों से युक्त पुच्छ सूर्य से उत्पन्न विकिरण दबाव से आगे बढ़ती है। अतः विकल्प (c) सही उत्तर है।

4. 'हेल-बॉप' किसका नाम है? [M.P.P.C.S. (Pre) 1997]

Correct Answer: (a) पुच्छल तारा
Solution:हेल-बीप (Hale-Bopp) पुच्छर तारा धूमकेतु (Comet) है, जो 23 जुलाई, 1995 को बृहस्पति की कक्षा के बाहर चमक रहा था। इसकी खोज एलन हेल' (Alan Hale) (न्यू मेक्सिको) और धामस बॉप (Thomas Bopp) (एरीजोना) ने किया था।