पूर्व मध्य काल (800-1200 ई.) (UPPCS)

Total Questions: 50

1. निम्नलिखित में से कौन शासक 'पृथ्वीराज चौहान' के नाम से प्रसिद्ध है? [U.P.P.C.S. (Pre) 2010]

Correct Answer: (c) पृथ्वीराज तृतीय
Solution:अजमेर का शासक पृथ्वीराज तृतीय (1177-1192 ई.) ही 'पृथ्वीराज चौहान' के नाम से प्रसिद्ध है, जिसने 1191 ई. में तराइन के प्रथम युद्ध में मुहम्मद गोरी को पराजित किया था; परंतु 1192 ई. में तराइन के द्वितीय युद्ध में उसकी पराजय हुई थी।

2. अजमेर का पराक्रमी चौहान शासक जिसने दिल्ली पर विजय प्राप्त कर उसे अपने साम्राज्य में शामिल कर लिया। वह था- [Raj. P.C.S. (Pre) 2023]

Correct Answer: (a) विग्रहराज चतुर्थ
Solution:अजमेर का पराक्रमी चौहान शासक विग्रहराज चतुर्थ ने तोमरों से दिल्ली पर विजय प्राप्त की। इसने परमभट्टारक, परमेश्वर, महाराजाधिराज जैसी उपाधियां धारण की।

3. ताम्रपत्र लेख दर्शाते हैं कि प्राचीन काल में बिहार के राजाओं का संपर्क था- [43rd B.P.S.C. (Pre) 1999]

Correct Answer: (d) जावा-सुमात्रा से
Solution:पालवंशी शासक देवपाल बौद्ध मतानुयायी था। उसने जावा के शैलेंद्रवंशी शासक बालपुत्रदेव के अनुरोध पर उसे नालंदा में एक बौद्ध विहार बनवाने के लिए पांच गांव दान में दिए थे।

4. सुवर्णभूमि का वह राजा कौन था, जिसने नालंदा में एक बौद्ध विहार की स्थापना की तथा उसके रख-रखाव हेतु अपने दूत द्वारा देवपाल से पांच गांव दान में देने के लिए प्रार्थना की? [64th B.P.S.C. (Pre) 2018]

Correct Answer: (c) बालपुत्रदेव
Solution:सुवर्णभूमि के शासक बालपुत्रदेव ने नालंदा में एक बौद्ध विहार की स्थापना की तथा उसके रख-रखाव हेतु अपने दूत द्वारा देवपाल से पांच गांव देने के लिए प्रार्थना की थी।

5. गोविंदचंद्र गहड़वाल की एक रानी कुमारदेवी ने धर्मचक्र-जिन विहार कहां बनवाया था? [U.P.P.C.S. (Mains) 2007]

Correct Answer: (d) सारनाथ
Solution:गोविंदचंद्र गहड़वाल की रानी कुमारदेवी बौद्ध मतानुयाई थीं। उन्होंने सारनाथ में धर्मचक्र-जिन विहार बनवाया था। अतः विकल्प (d) सही उत्तर है।

6. हम्मीर महाकाव्य में चौहानों को बताया गया है- [R.A.S./R.T.S. (Pre) 1999]

Correct Answer: (d) सूर्यवंशी
Solution:हम्मीर महाकाव्य में चौहानों को सूर्यवंशी बताया गया है। हम्मीर महाकाव्य और पृथ्वीराज विजय के अनुसार, चौहान सूर्य के पुत्र चाहमान नामक अपने पूर्वज के वंशज थे। वे चार अग्निकुलों में से एक थे।

7. आल्हा ऊदल संबंधित थे- [M.P.P.C.S. (Pre) 2010]

Correct Answer: (c) महोबा से
Solution:आल्हा और ऊदल महोबा से संबंधित थे। ये चंदेल शासक परमार्दिदेव (परमल) (1165-1203 ई.) के सेनानायक थे, जो 1182 ई. में पृथ्वीराज चौहान के आक्रमण का डटकर सामना करने के बाद वीरगति को प्राप्त हुए। चंदेलों एवं चौहानों के इस संघर्ष का वर्णन चंदबरदाई कृत 'पृथ्वीराज रासो' एवं जगनिक कृत परमाल रासो के 'आल्हाखंड' से प्राप्त होता है।

8. 'पृथ्वीराज रासो' के लेखक हैं [43rd B.P.S.C. (Pre) 1999]

Correct Answer: (d) चंदबरदाई
Solution:चौहानवंशी शासक पृथ्वीराज III (रायपिथौरा) के दरबारी कवि चंदबरदाई ने 'पृथ्वीराज रासो' की रचना की। इसमें चौहानों को अग्निकुंड से उत्पन्न बताया गया है।

9. 'पृथ्वीराज विजय' का लेखक कौन है? [R.A.S./R.T.S. (Pre) 2012]

Correct Answer: (c) जयानक
Solution:'पृथ्वीराज विजय' के लेखक जयानक हैं।

10. निम्नलिखित युग्मों में से कौन एक सुमेलित नहीं है? [U.P.P.C.S. (Mains) 2010]

Correct Answer: (a) अब्दुर रहमान- हमीर रासो
Solution:हमीर रासो की रचना सारंगधर ने की थी। अन्य सभी विकल्प सुमेलित हैं।