1. दीर्घ तरंगदैर्ध्य वाले प्रकाश का प्रकीर्णन लघु तरंगदैर्ध्य वाले प्रकाश से कहीं अधिक होता है।
2. जल में दृश्य प्रकाश की गति निर्वात में गति का 0.95 गुना होती है।
3. रेडियो तरंगें द्रुतगामी दोलायमान वैद्युत धाराओं से उत्पन्न होती हैं।
4. अतिचालन वाहनों का पता लगाने के लिए, पुलिस डाप्लर के परावर्तित लघु रेडियो तरंग प्रभाव का उपयोग करती है।
इनमें से कौन-कौन से कथन सही हैं?
Correct Answer: (d) 3 और 4
Note: चूंकि प्रकीर्णन या विचलन d= (n-1)A। अतः दीर्घ तरंगदैर्ध्य [कम अपवर्तनांक (n)] वाले प्रकाश का प्रकीर्णन लघु तरंगदैर्ध्य (अधिक 'n') वाले प्रकाश से कम होता है। जल में दृश्य प्रकाश की गति = 2.25 × 108 m/sec एवं निर्वात में प्रकाश की गति = 3.0 × 10 8 m/secl स्पष्ट है कि जल में दृश्य प्रकाश की गति निर्वात में प्रकाश की गति का 0.75 गुना है। इस प्रकार कथन (1) एवं (2) गलत हैं, जबकि कथन (3) एवं (4) सही हैं। अतः विकल्प (d) अभीष्ट उत्तर होगा।