भक्ति और सूफी आंदोलन (UPPCS) (भाग – 2)

Total Questions: 43

11. जिस सूफी संत की मान्यता थी कि भक्ति संगीत ईश्वर के निकट पहुंचने का एक साधन है, वह है- [I.A.S. (Pre) 1996]

Correct Answer: (a) मुइनुद्दीन चिश्ती
Solution:भारत में चिश्ती सिलसिले के प्रचार का श्रेय शेख मुइनुद्दीन चिश्ती को प्राप्त है। वे अद्वैतवाद के परंपरागत नियमों तथा 'समा' (संगीत) में विश्वास करते थे। उनकी मान्यता थी कि भक्ति संगीत ईश्वर के निकट पहुंचने का एक साधन है।

12. निम्न में से कौन चिश्ती सिलसिले से संबद्ध नहीं है? [R.A.S./R.T.S (Pre) 2016]

Correct Answer: (b) शेख अब्दुल जिलानी
Solution:शेख अब्दुल जिलानी का संबंध कादिरी सिलसिले से था, जबकि ख्वाजा कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी, शेख मुइनुद्दीन व शेख निजामुद्दीन औलिया का संबंध चिश्ती सिलसिला से था। भारत में सर्वप्रथम चिश्ती सिलसिले का प्रचार ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती के द्वारा हुआ।

13. निम्नलिखित में से किसे 'भारत का सादी' कहा गया है? [U.P.P.C.S. (Mains) 2013]

Correct Answer: (a) अमीर हसन
Solution:अमीर हसन-ए-देहलवी को उसकी उच्च गजलों के कारण उसे 'भारत का सादी' कहा गया है।

14. निम्नलिखित में से किस सुल्तान से निजामुद्दीन औलिया ने भेंट करने से इंकार कर दिया था? [44th B.P.S.C. (Pre) 2000]

Correct Answer: (b) अलाउद्दीन खिलजी
Solution:शेख निजामुद्दीन औलिया ने सात से अधिक सुल्तानों का राज्य देखा, जो कि एक के बाद एक सत्तासीन होते रहे; किंतु वे कभी भी किसी के दरबार में नहीं गए। सुल्तान जलालुद्दीन ने शेख से मिलने का बहुत प्रयास किया, यहां तक कि उसने शेख के प्रिय शिष्य अमीर खुसरो के माध्यम से भी प्रयत्न किया; किंतु जब शेख को ज्ञात हुआ कि सुल्तान आने वाला है, तो वे अजोधन चले गए। इसी प्रकार जब अलाउद्दीन ने उनसे मिलने की आज्ञा मांगी तो शेख ने उत्तर दिया कि 'मेरे मकान के दो दरवाजे हैं, यदि सुल्तान एक के द्वारा आएगा, तो मैं दूसरे के द्वारा बाहर चला जाऊंगा।' इस प्रकार उन्होंने अलाउद्दीन से मिलने से इंकार कर दिया था। वे महबूब-ए-इलाही के नाम से प्रसिद्ध थे।

15. कौन सूफी संत 'महबूब-ए-इलाही' कहलाता था? [U.P.P.C.S. (Pre) 2014]

Correct Answer: (d) शेख निजामुद्दीन औलिया
Solution:शेख निजामुद्दीन औलिया ने सात से अधिक सुल्तानों का राज्य देखा, जो कि एक के बाद एक सत्तासीन होते रहे; किंतु वे कभी भी किसी के दरबार में नहीं गए। सुल्तान जलालुद्दीन ने शेख से मिलने का बहुत प्रयास किया, यहां तक कि उसने शेख के प्रिय शिष्य अमीर खुसरो के माध्यम से भी प्रयत्न किया; किंतु जब शेख को ज्ञात हुआ कि सुल्तान आने वाला है, तो वे अजोधन चले गए। इसी प्रकार जब अलाउद्दीन ने उनसे मिलने की आज्ञा मांगी तो शेख ने उत्तर दिया कि 'मेरे मकान के दो दरवाजे हैं, यदि सुल्तान एक के द्वारा आएगा, तो मैं दूसरे के द्वारा बाहर चला जाऊंगा।' इस प्रकार उन्होंने अलाउद्दीन से मिलने से इंकार कर दिया था। वे महबूब-ए-इलाही के नाम से प्रसिद्ध थे।

16. निम्नलिखित में से कौन-से सूफी संत महबूब-ए-इलाही के नाम से जाने जाते हैं? [Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2016]

Correct Answer: (b) शेख निजामुद्दीन औलिया
Solution:शेख निजामुद्दीन औलिया ने सात से अधिक सुल्तानों का राज्य देखा, जो कि एक के बाद एक सत्तासीन होते रहे; किंतु वे कभी भी किसी के दरबार में नहीं गए। सुल्तान जलालुद्दीन ने शेख से मिलने का बहुत प्रयास किया, यहां तक कि उसने शेख के प्रिय शिष्य अमीर खुसरो के माध्यम से भी प्रयत्न किया; किंतु जब शेख को ज्ञात हुआ कि सुल्तान आने वाला है, तो वे अजोधन चले गए। इसी प्रकार जब अलाउद्दीन ने उनसे मिलने की आज्ञा मांगी तो शेख ने उत्तर दिया कि 'मेरे मकान के दो दरवाजे हैं, यदि सुल्तान एक के द्वारा आएगा, तो मैं दूसरे के द्वारा बाहर चला जाऊंगा।' इस प्रकार उन्होंने अलाउद्दीन से मिलने से इंकार कर दिया था। वे महबूब-ए-इलाही के नाम से प्रसिद्ध थे।

17. शेख फरीद का सर्वाधिक ख्यातिलब्ध शिष्य, जिसने दिल्ली के सात सुल्तानों का शासन देखा था, कौन था? [U.P.P.C.S. (Mains) 2014]

Correct Answer: (a) निजामुद्दीन औलिया
Solution:शेख फरीद के शिष्य शेख निजामुद्दीन औलिया ने दिल्ली के सात से अधिक सुल्तानों का शासन देखा। शेख निजामुद्दीन औलिया को महबूब-ए-इलाही' (ईश्वर का प्रिय) और 'सुल्तान-उल-औलिया' (संतों का राजा) भी कहा जाता है।

18. निम्न में से किस सूफी संत के विचारों को सिक्खों के धर्म ग्रंथ 'आदि ग्रंथ' में संकलित किया गया है? [U.P. P.C.S. (Pre) 1994]

Correct Answer: (c) फरीदुद्दीन-गंज-ए-शकर
Solution:शेख फरीदुद्दीन-गंज-ए-शकर चिश्ती सिलसिले के सूफी संत थे, जो 'बाबा फरीद' के नाम से प्रसिद्ध थे। इन्हीं के प्रयत्नों के फलस्वरूप चिश्तिया सिलसिले को भारत में लोकप्रियता मिली। इनका सबसे महत्वपूर्ण योगदान वे रचनाएं हैं, जो गुरु ग्रंथ साहिब में संकलित हैं। ये बलबन के दामाद थे। उन्होंने हांसी और अजोधन को अपने क्रिया- कलापों का केंद्र बनाया था।

19. प्रसिद्ध संत सलीम चिश्ती रहते थे? [R.A.S./R.T.S. (Pre) 1999]

Correct Answer: (c) फतेहपुर सीकरी में
Solution:चिश्ती शाखा के अंतिम सूफियों में 'शेख सलीम चिश्ती' का नाम विशेष उल्लेखनीय है। इनके पिता का नाम शेख बहाउद्दीन था। ये बहुत दिनों तक अरब में रहे और वहां उन्हें 'शेख-उल-हिंद' की उपाधि से विभूषित किया गया। तत्पश्चात वे भारत लौट आए और आगरा से लगभग 37 किमी. की दूरी पर स्थित सीकरी नामक स्थान पर रहने लगे, जिसे अकबर ने अपने प्रसिद्ध नगर फतेहपुर सीकरी का रूप प्रदान किया।

20. निम्नलिखित में से किसे 'शेख-उल-हिंद' की पदवी प्रदान की गई थी? [U.P. Lower Sub. (Pre) 2004 & U.P. Lower Sub. (Pre) 2008]

Correct Answer: (d) शेख सलीम चिश्ती
Solution:चिश्ती शाखा के अंतिम सूफियों में 'शेख सलीम चिश्ती' का नाम विशेष उल्लेखनीय है। इनके पिता का नाम शेख बहाउद्दीन था। ये बहुत दिनों तक अरब में रहे और वहां उन्हें 'शेख-उल-हिंद' की उपाधि से विभूषित किया गया। तत्पश्चात वे भारत लौट आए और आगरा से लगभग 37 किमी. की दूरी पर स्थित सीकरी नामक स्थान पर रहने लगे, जिसे अकबर ने अपने प्रसिद्ध नगर फतेहपुर सीकरी का रूप प्रदान किया।