भारत छोड़ो आंदोलन (UPPCS) (भाग – 2)

Total Questions: 21

11. स्वतंत्रता संग्राम के दौरान, अरुणा आसफ अली किस भूमिगत क्रिया-कलाप की प्रमुख महिला संगठक थीं? [U.P. P.C.S. (Pre) 2009]

Correct Answer: (c) भारत छोड़ो आंदोलन
Solution:अरुणा आसफ अली प्रसिद्ध भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थीं। उन्हें वर्ष 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान मुंबई के ग्वालिया टैंक मैदान में कांग्रेस का झंडा फहराने के लिए याद किया जाता है। अरुणा आसफ अली, उषा मेहता, जयप्रकाश नारायण, राम मनोहर लोहिया आदि ने कांग्रेस के सभी बड़े नेताओं की गिरफ्तारी के बाद भूमिगत रहकर 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन का नेतृत्व किया था।

12. निम्नलिखित में से किस आंदोलन के साथ अरुणा आसफ अली जुड़ी हैं? [U.P. P.C.S. (Pre) 2013 U.P. U.D.A./L.D.A. (Spl) (Pre) 2010]

Correct Answer: (d) भारत छोड़ो आंदोलन
Solution:अरुणा आसफ अली प्रसिद्ध भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थीं। उन्हें वर्ष 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान मुंबई के ग्वालिया टैंक मैदान में कांग्रेस का झंडा फहराने के लिए याद किया जाता है। अरुणा आसफ अली, उषा मेहता, जयप्रकाश नारायण, राम मनोहर लोहिया आदि ने कांग्रेस के सभी बड़े नेताओं की गिरफ्तारी के बाद भूमिगत रहकर 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन का नेतृत्व किया था।

13. निम्नलिखित में से किस एक आंदोलन के साथ अरुणा आसफ अली जुड़ी थीं? [U.P.P.C.S. (Pre) 2010]

Correct Answer: (d) भारत छोड़ो आंदोलन
Solution:अरुणा आसफ अली प्रसिद्ध भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थीं। उन्हें वर्ष 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान मुंबई के ग्वालिया टैंक मैदान में कांग्रेस का झंडा फहराने के लिए याद किया जाता है। अरुणा आसफ अली, उषा मेहता, जयप्रकाश नारायण, राम मनोहर लोहिया आदि ने कांग्रेस के सभी बड़े नेताओं की गिरफ्तारी के बाद भूमिगत रहकर 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन का नेतृत्व किया था।

14. नीचे कुछ स्थानों की सूची दी गई है। उनका नामोल्लेख कीजिए, जहां 'भारत छोड़ो आंदोलन' में समांतर सरकारों की स्थापना की गई थी। [U.P. P.C.S. (Mains) 2002]

सूची के नीचे दिए गए कूट से अपना उत्तर चुनिए-

1. बलिया                    2. सतारा

3. हजारीबाग            4. मेरठ

कूट :

Correct Answer: (a) 1 तथा 2
Solution:भारत छोड़ो आंदोलन की एक महत्वपूर्ण विशेषता थी- देश के कई स्थानों पर समानांतर सरकार की स्थापना। 1942-43 के दौरान देश में तीन प्रमुख स्थानों पर समानांतर सरकार का गठन किया गया (1) बलिया - अगस्त, 1942 चित्तू पांडेय के नेतृत्व में (II) तामलुक (मिदनापुर) बंगाल-दिसंबर, 1942 से अगस्त, 1944 तक; यहां की जातीय सरकार ने तूफान पीड़ितों की सहायता के लिए कार्यक्रम प्रारंभ किया और (III) सतारा (महाराष्ट्र) अगस्त, 1943 से मई 1946 तकः यह सबसे लंबे समय तक चलने वाली सरकार थी यहां पर प्रति सरकार के नाम से समानांतर सरकार स्थापित की गई; इसके प्रमुख नेता वाई. बी. चह्वाण एवं नाना पाटिल थे। इसके अतिरिक्त उड़ीसा के तलचर में भी कुछ समय तक समानांतर सरकार रही थी।

15. निम्नलिखित में से किस वर्ष बंगाल के मिदनापुर जिले में जातीय सरकार की स्थापना हुई थी? [U.P. P.C.S. (Pre) 2017]

Correct Answer: (d) 1942
Solution:भारत छोड़ो आंदोलन की एक महत्वपूर्ण विशेषता थी- देश के कई स्थानों पर समानांतर सरकार की स्थापना। 1942-43 के दौरान देश में तीन प्रमुख स्थानों पर समानांतर सरकार का गठन किया गया (1) बलिया - अगस्त, 1942 चित्तू पांडेय के नेतृत्व में (II) तामलुक (मिदनापुर) बंगाल-दिसंबर, 1942 से अगस्त, 1944 तक; यहां की जातीय सरकार ने तूफान पीड़ितों की सहायता के लिए कार्यक्रम प्रारंभ किया और (III) सतारा (महाराष्ट्र) अगस्त, 1943 से मई 1946 तकः यह सबसे लंबे समय तक चलने वाली सरकार थी यहां पर प्रति सरकार के नाम से समानांतर सरकार स्थापित की गई; इसके प्रमुख नेता वाई. बी. चह्वाण एवं नाना पाटिल थे। इसके अतिरिक्त उड़ीसा के तलचर में भी कुछ समय तक समानांतर सरकार रही थी।

16. भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान उत्तर प्रदेश के निम्नलिखित जिलों में से किसमें समानांतर सरकार की स्थापना की गई थी ? [U.P. U.D.A./L.D.A. (Pre) 2013]

Correct Answer: (c) बलिया
Solution:भारत छोड़ो आंदोलन की एक महत्वपूर्ण विशेषता थी- देश के कई स्थानों पर समानांतर सरकार की स्थापना। 1942-43 के दौरान देश में तीन प्रमुख स्थानों पर समानांतर सरकार का गठन किया गया (1) बलिया - अगस्त, 1942 चित्तू पांडेय के नेतृत्व में (II) तामलुक (मिदनापुर) बंगाल-दिसंबर, 1942 से अगस्त, 1944 तक; यहां की जातीय सरकार ने तूफान पीड़ितों की सहायता के लिए कार्यक्रम प्रारंभ किया और (III) सतारा (महाराष्ट्र) अगस्त, 1943 से मई 1946 तकः यह सबसे लंबे समय तक चलने वाली सरकार थी यहां पर प्रति सरकार के नाम से समानांतर सरकार स्थापित की गई; इसके प्रमुख नेता वाई. बी. चह्वाण एवं नाना पाटिल थे। इसके अतिरिक्त उड़ीसा के तलचर में भी कुछ समय तक समानांतर सरकार रही थी।

17. निम्नलिखित में से उत्तर प्रदेश के किस एक जनपद में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान समानांतर सरकार की स्थापना की गई थी? [U.P.P.C.S. (Mains) 2013]

Correct Answer: (c) बलिया में
Solution:भारत छोड़ो आंदोलन की एक महत्वपूर्ण विशेषता थी- देश के कई स्थानों पर समानांतर सरकार की स्थापना। 1942-43 के दौरान देश में तीन प्रमुख स्थानों पर समानांतर सरकार का गठन किया गया (1) बलिया - अगस्त, 1942 चित्तू पांडेय के नेतृत्व में (II) तामलुक (मिदनापुर) बंगाल-दिसंबर, 1942 से अगस्त, 1944 तक; यहां की जातीय सरकार ने तूफान पीड़ितों की सहायता के लिए कार्यक्रम प्रारंभ किया और (III) सतारा (महाराष्ट्र) अगस्त, 1943 से मई 1946 तकः यह सबसे लंबे समय तक चलने वाली सरकार थी यहां पर प्रति सरकार के नाम से समानांतर सरकार स्थापित की गई; इसके प्रमुख नेता वाई. बी. चह्वाण एवं नाना पाटिल थे। इसके अतिरिक्त उड़ीसा के तलचर में भी कुछ समय तक समानांतर सरकार रही थी।

18. भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान कनकलता बरुआ नामक एक कन्या ने जनता का एक जुलूस निकाला और पुलिस की परवाह न करते हुए थाने में घुसने के प्रयास में गोली खाई। यह घटना किस स्थान की है? [R.A.S./R.T.S. (Pre) 2021]

Correct Answer: (d) गोहपुर
Solution:कनकलता बरुआ का जन्म वर्ष 1924 में असम में हुआ था। वर्ष 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान गोहपुर पुलिस थाने पर तिरंगा फहराने के दौरान पुलिस गोलीबारी में शहीद हो गई थीं।

19. कथन (A): 'भारत छोड़ो आंदोलन' भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन की पराकाष्ठा थी। [U.P. P.C.S (Pre) 2005]

कारण (R) : 'भारत छोड़ो आंदोलन' के पश्चात शक्ति हस्तांतरण की प्रक्रिया की खोज समय का तकाजा थी।

नीचे दिए गए कूट में से सही उत्तर चुनिए-

कूट :

Correct Answer: (a) (A) तथा (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
Solution:निःसंदेह भारत छोड़ो आंदोलन को सरकार ने बर्बरतापूर्वक कुचला फिर भी वर्ष 1947 में स्वाधीनता का जो स्वर्ण विहान हुआ, उसमें इस आंदोलन का ही सबसे बड़ा योगदान था। अगस्त, 1942 में दी गई भारत छोड़ो की ललकार ने ठीक पांच वर्ष बाद अंग्रेजों को भारत छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया।

20. भारत छोड़ो आंदोलन के उपरांत, सी. राजगोपालाचारी ने "दी वे आउट" नामक पैम्फलेट जारी किया। निम्नलिखित में से कौन-सा एक प्रस्ताव इस पैम्फलेट में था? [I.A.S. (Pre) 2010]

Correct Answer: (d) संवैधानिक गतिरोध का हल ।
Solution:अखिल भारतीय मुस्लिम लीग तथा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के बीच संवैधानिक गतिरोध को दूर करने के लिए सी. राजगोपालाचारी ने वर्ष 1944 में 'दी वे आउट' नामक अपना प्रपत्र जारी किया था, जिसका कांग्रेस की ओर से विरोध किया गया। गांधी जी ने जिन्ना से अपनी बातचीत में इस प्रस्ताव की चर्चा की थी, जिसे जिन्ना ने अस्वीकार कर दिया था।