Correct Answer: (d) प्लैंक
Solution:प्लैंक के क्वांटम सिद्धांत के अनुसार, विभिन्न परमाणु और अणु अलग-अलग मात्रा में ही ऊर्जा का उत्सर्जन या अवशोषण कर सकते हैं। प्लैंक ने यह भी निष्कर्ष निकाला है कि ये विकिरण के अवशोषण और उत्सर्जन की प्रक्रियाओं का केवल एक पहलू थे, बाद में वर्ष 1905 में, प्रसिद्ध जर्मन भौतिक विज्ञानी अल्बर्ट आइंस्टीन ने भी फोटोइलेक्ट्रिक प्रभाव (जब प्रकाश किसी धातु व धातु की सतह पर चमकता है तो उस धातु से इलेक्ट्रॉन बाहर निकल जाते हैं) की और व्याख्या करने के लिए प्लैंक के सिद्धांत की पुनर्व्याख्या की, E = h v जहाँ, E = विकिरण की ऊर्जा, h = प्लैंक नियतांक ( 6.626 * 10⁻³⁴ * J .s), v = विकिरण की आवृत्ति।