भौतिक विज्ञान (भाग-X) (रेलवे)

Total Questions: 51

21. क्रमशः 2Ω और 3Ω प्रतिरोध वाले शे प्रतिरोधी के समांतर संयोजन का प्रभावी प्रतिरोध कितना होगा? [RRB Group D' CBT परीक्षा, 11.10.2022 (प्रथम पाली)]

Correct Answer: (1) 1.2Ω
Solution:

22. एक विद्युत परिपथ, तप्त किए जाने पर, 540 वाट प्रति मिनट की दर से ऊर्जा की खपत करता है। यदि परिपथ के टर्मिनलों पर वोल्टेज 270 वोल्ट हो, तो परिपथ का प्रतिरोध कितना होगा? [RRB Group 'D' CBT परीक्षा, 11.10.2022 (द्वितीय पाली)]

Correct Answer: (1) 135 ohm
Solution:

23. उस अवतल दर्पण की फोकस दूरी कितनी होगी, जो -2 का आवर्धन उत्पन्न कर सकता है, और ध्रुव से 1.5 मी. की दूरी पर वास्तविक प्रतिबिंब निर्मित कर सकता है? [RRB Group D' CBT परीक्षा, 11.10.2022 (द्वितीय पाली)]

Correct Answer: (1) -1.5 मी.
Solution:

24. विद्युत मोटर में,______ दिक्परिवर्तक (commutator) और बैटरी के टर्मिनलों के बीच संपर्क के रूप में कार्य करता है। [RRB Group 'D' CBT परीक्षा, 11.10.2022 (द्वितीय पाली)]

Correct Answer: (2) कार्बन ब्रश (carbon brushes)
Solution:कार्बन ब्रश कम्यूटेटर और बैटरी के टर्मिनलों के बीच संपर्क के रूप में कार्य करता है।
  • कार्बन ब्रश से जुड़ी एक बैटरी करंट की आपूर्ति करती है।

25. मान लीजिए कि किसी अवतल दर्पण के सामने एक 5 सेमी. ऊंची वस्तु रखी जाती है, और उसका प्रतिबिंब 20.0 सेमी. की दूरी पर समान आकार का वास्तविक और उल्टा बनता है। तो दर्पण का वक्रता केंद्र______पर है। [RRB Group D' CBT परीक्षा, 11.10.2022 (द्वितीय पाली)]

Correct Answer: (1) 20 सेमी.
Solution:m = hᵢ/h₀ = 5 सेमी./5सेमी. = 1
dᵢ = -20सेमी.
1/f = 1/d₀ - 1/20सेमी.
1/f = (20 - d₀)/(20 × d₀)
20 × d₀ = f (20 - d₀)
⇒ f = ( 20 × d₀)/d₀ + 20)
d₀ = -20सेमी.
∴ f = [20 × (-20)]/[(-20) + (20)]
= -20सेमी.

इसलिए दर्पण की वक्रता का केंद्र दर्पण के खंभे से 20 सेंटीमीटर की दूरी पर पाईच लोकेटर है जो छवि की दूरी के बराबर है।

26. किसी पदार्थ को विद्युत बल्ब के तंतु (filament) में प्रयोग किए जाने हेतु उसमें इनमें से कौन-सा गुणधर्म होना आवश्यक है? [RRB Group D CBT, 11.10.2022 (द्वितीय पाली)]

Correct Answer: (3) उच्च प्रतिरोधकता
Solution:बिजली के बल्ब के फिलामेंट के लिए उपयोग की जाने वाली सामग्री में उच्च प्रतिरोधकता होनी चाहिए ताकि फिलामेंट के लिए प्रतिरोध अधिक हो और उच्च प्रतिरोध फिलामेंट द्वारा आवश्यक अधिक गर्मी और प्रकाश ऊर्जा को नष्ट कर दे।
फिलामेंट की सामग्री में गलनांक का उच्च मान होना चाहिए ताकि फिलामेंट तापमान के उच्च मान का सामना कर सके ताकि वह पिघले नहीं।

27. घरों और उद्योगी में उपयोग करने हेतु अत्यधिक परिमाण की विद्युत धाराएं उत्पन्न करने के लिए किस उपकरण का प्रयोग किया जाता है? [RRB Group D CBT परीक्षा, 11.10.2022 (द्वितीय पाली)]

Correct Answer: (1) विद्युत जनित्र
Solution:घरों और उद्योगों में उपयोग के लिए बड़ी विद्युत धाराओं का उत्पादन करने के लिए विद्युत जनित्र का उपयोग किया गता है।

यह बाहरी सर्किट में उपयोग के लिए प्रेरक शक्ति (यांत्रिक ऊर्जा) या ईंधन-आधारित शक्ति (रासायनिक ऊर्जा) को विद्युत शक्ति में परिवर्तित करता है।

विद्युत जनित्र विद्युत चुम्बकीय प्रेरण के सिद्धांत पर कार्य करता है।

28. तांबे के एक तार की त्रिन्या 0.5 mm और लंबाई 100m है। यदि पदार्थ की प्रतिरोधकता 2.5 × 10⁻⁸ ohm-m हो, तो तार का प्रतिरोध_______होगा। [RRB Group D CBT परीक्षा, 11.10.2022 (द्वितीय पाली)]

Correct Answer: (4) 10/π ओम
Solution:

क्राँस सेक्शन का क्षेत्रफल = A

29. बादल सफेद दिखते हैं, क्योंकि बादल की छोटी जल की बूंदें_______है। [RRB Group 'D' CBT परीक्षा, 11.10.2022 (द्वितीय पाली)]

Correct Answer: (4) दृश्य प्रकाश की सभी तरंग दैध्यों को लगभग समान तीव्रता के साथ प्रकीर्णित करती हैं।
Solution:दृश्य प्रकाश की सभी तरंगदैों को लगभग समान तीव्रता से प्रकीर्णित करना
  • प्रकाश का प्रकीर्णन, प्रकीर्णन के लिए उत्तरदायी कणों के आकार पर निर्भर करता है।
  • बादल पृथ्वी की सतह के समीप होते हैं तथा उनमें धूल के कण और दृश्य प्रकाश की तरंग दैर्ध्य की तुलना में बड़े आकार के पानी के अणुओं का समुच्चय होता है।
  • इसलिए, बादलों में मौजूद धूल के कण और पानी के अणु सूर्य से मिलने वाले सफेद प्रकाश के सभी रंगों को लगभग समान मात्रा में बिखेरते हैं।
  • सभी तरंग दैर्ध्य का प्रकाश समान रूप से बिखरा होता है इसलिए बादल सफेद दिखाई देते हैं।

30. सूर्य के प्रकाश का इंद्रधनुष के विभिन्न रंगों में विभक्त होना क्या कहलाता है? [RRB Group 'D' CBT परीक्षा, 11.10.2022 (द्वितीय पाली)]

Correct Answer: (2) प्रकाश का वर्ण-विक्षेपण (Dispersion of light)
Solution:सफेद प्रकाश के सात घटक रंगों बैंगनी, इंडिगो, नीला, हरा, पीला, नारंगी और लाल (VIBGYOR) में विभाजित होने को प्रकाश का विक्षेपण कहा जाता है।

उदाहरणः वर्षा की बूंदों द्वारा सफेद सूर्य के प्रकाश के बिखरने से इंद्रधनुष बनता है |