भौतिक विज्ञान (Part-I)

Total Questions: 52

11. दूध के घनत्व को किसके द्वारा मापा जाता है? [M.P.P.C.S. (Pre) 2015]

Correct Answer: (a) लैक्टोमीटर
Solution:दूध का आपेक्षिक घनत्व या दूध की शुद्धता का मापन लैक्टोमीटर की सहायता से किया जाता है। ब्यूटिरोमीटर (Butyrometer) दूध या दुग्ध उत्पादों में वसा की मात्रा को मापने का उपकरण है।

12. भूकंप की तीव्रता किससे मापी जाती है? [M.P.P.C.S. (Pre) 2015]

Correct Answer: (d) सिस्मोग्राफ
Solution:सीस्मोग्राफ भूकंपीय तरंगों (भूचाल) के संसूचन (Detection) एवं मापन हेतु प्रयुक्त होता है। क्रेस्कोग्राफ, पौधों में वृद्धि मापने का एक यंत्र है, जिसका आविष्कार भारतीय वैज्ञानिक जगदीश चन्द्र बोस ने वर्ष 1900 में किया था। रेनगेज वर्षामापी यंत्र है। गीगर काउंटर एक प्रकार का 'कण अनुवेदक' (Particle detector) है, जो आयनित विकिरण को मापने या डिटेक्ट करने में प्रयुक्त होता है।

13. 'सीस्मोग्राफ' क्या रिकॉर्ड करता है? [M.P. P.C.S. (Pre) 1995]

Correct Answer: (c) भूचाल
Solution:सीस्मोग्राफ भूकंपीय तरंगों (भूचाल) के संसूचन (Detection) एवं मापन हेतु प्रयुक्त होता है। क्रेस्कोग्राफ, पौधों में वृद्धि मापने का एक यंत्र है, जिसका आविष्कार भारतीय वैज्ञानिक जगदीश चन्द्र बोस ने वर्ष 1900 में किया था। रेनगेज वर्षामापी यंत्र है। गीगर काउंटर एक प्रकार का 'कण अनुवेदक' (Particle detector) है, जो आयनित विकिरण को मापने या डिटेक्ट करने में प्रयुक्त होता है।

14. 'फैदोमीटर' का उपयोग किसे नापने में किया जाता है? [M.P.P.C.S. (Pre) 2015]

Correct Answer: (c) समुद्र की गहराई
Solution:फैदोमीटर नामक यंत्र से समुद्र की गहराई मापते हैं। बैरोमीटर से वायुमंडलीय दाब, हाइग्रोमीटर से वायुमंडलीय आर्द्रता तथा अल्टीमीटर से समुद्र तल से किसी बिंदु की ऊंचाई मापते हैं।

15. ऊर्जा संरक्षण का आशय है कि- [M.P. P.C.S. (Pre) 2000]

Correct Answer: (d) ऊर्जा का न तो सृजन हो सकता है और न ही विनाश।
Solution:ऊर्जा संरक्षण के मूल सिद्धांत के अनुसार, ऊर्जा का न तो सृजन हो सकता है और न ही ऊर्जा का विनाश हो सकता है।

16. गुरुत्वाकर्षण का सिद्धांत किसने दिया ? [M.P.P.C.S.(Pre.) 2010]

Correct Answer: (c) आइजैक न्यूटन
Solution:गुरुत्वाकर्षण पदार्थों द्वारा एक-दूसरे की ओर आकृष्ट होने की प्रवृत्ति है। सर आइजैक न्यूटन ने गति के तीन नियमों एवं गुरुत्वाकर्षण के सिद्धांत का प्रतिपादन किया। न्यूटन ने अपनी मौलिक खोजों के आधार पर बताया कि केवल पृथ्वी ही नहीं, अपितु ब्रह्मांड का प्रत्येक कण दूसरे कण को अपनी ओर आकर्षित करता रहता है। कणों के बीच कार्य करने वाले पारस्परिक आकर्षण को गुरुत्वाकर्षण तथा उससे उत्पन्न बल को गुरुत्वाकर्षण बल कहा जाता है।

17. गुरुत्वाकर्षण के सार्वभौमिक नियम का प्रतिपादन किसने किया- [M.P. P.C.S. (Pre) 2000]

Correct Answer: (a) न्यूटन
Solution:गुरुत्वाकर्षण के सार्वभौमिक नियम का प्रतिपादन न्यूटन ने किया था। इस नियम के अनुसार, दो पिण्डों के बीच लगने वाले आकर्षण बल का परिणाम उन पिण्डों के द्रव्यमान के गुणनफल के समानुपाती तथा उनके बीच की दूरी के व्युत्क्रमानुपाती होता है। F= G, mm जहां, F = बल, m₁ = पहले पिण्ड का द्रव्यमान, 1m2= दूसरे पिण्ड का द्रव्यमान, r = दोनों पिण्डों के बीच दूरी, G सार्वत्रिक गुरुत्वाकर्षण स्थिरांका |

18. जब कोई वस्तु ऊपर से गिराई जाती है, तो उसका भार होता है- [M.P. P.C.S. (Pre) 1992]

Correct Answer: (b) अपरिवर्तित
Solution:आदर्श परिस्थितियों में (वायु प्रतिरोध को नगण्य मानते हुए) किसी वस्तु को ऊपर से गिराने पर उसके भार में कोई परिवर्तन नहीं होता है, क्योंकि उसका द्रव्यमान और उस पर लगने वाला गुरुत्वीय त्वरण अपरिवर्तित रहता है।

19. भारहीनता होती है- [M.P. P.C.S. (Pre)1991]

Correct Answer: (a) गुरुत्वाकर्षण की शून्य स्थिति
Solution:भारहीनता, वह अवस्था है जब पृथ्वी का गुरुत्वाकर्षण बल ऊपर की ओर लगने वाले बल से संतुलित हो जाए। हम जानते हैं कि पिण्ड का भार W = m.g होता है (जहां m वस्तु का द्रव्यमान तथा g गुरुत्वीय त्वरण है)। यदि ऊपर की तरफ प्रक्षेपित वस्तु का त्वरण गुरुत्वाकर्षण को संतुलित कर दे, तो-W = m (g,+g) = m.[g,+ (-g₁)] = m.0 = 0 (शून्य)

20. पारिस्थितिकी तंत्र में ऊर्जा का प्रवाह निम्न से अधिक पोषण (ट्रॉफिक) स्तर पर जाने से कम होता है। इसे निम्नलिखित द्वारा समझा जा सकता है- [M.P.P.C.S. (Pre) 2023]

Correct Answer: (b) ऊष्मागतिकी (थर्मोडायनेमिक्स) के द्वितीय नियम द्वारा
Solution:भोजन की रासायनिक ऊर्जा (Chemical energy) सभी जीवित जीवों के लिए आवश्यक ऊर्जा का मुख्य स्रोत है। यह ऊर्जा खाद्य श्रृंखला (Food Chain) के विभिन्न पोषी स्तरों (Trophic levels) तक संचारित होती है। यह ऊर्जा प्रवाह (Energy flow) ऊष्मागतिकी (Thermo-dynamics) के दो भिन्न नियमों पर आधारित है। पारिस्थितिकी तंत्र में एक पोषी स्तर और अगले पोषी स्तर के मध्य बड़ी मात्रा में ऊर्जा नष्ट हो जाती है। ऊर्जा की इस हानि का मुख्य कारण ऊष्मागतिकी का द्वितीय नियम है जो स्पष्ट करता है कि जब भी ऊर्जा एक रूप से दूसरे रूप में परिवर्तित होती है, तो प्रणाली (System) में एंट्रॉ पी (Entropy) की प्रवृत्ति होती है। किसी खाद्य श्रृंखला में ऊर्जा का प्रवाह 10 प्रतिशत नियम (10 Percent law) का पालन करता है। इस नियम के अनुसार, केवल 10 प्रतिशत ऊर्जा ही एक पोषी स्तर से दूसरे पोषी स्तर में स्थानांतरित होती है, शेष वातावरण में नष्ट हो जाती है।