महासागरीय धाराएं

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1. जो महासागरीय धारा शेष तीन से भिन्न है, वह है- [R.A.S./R.T.S. (Pre) 1999]

Correct Answer: (d) पेरुवियन
Note:

उपर्युक्त पेरूवियन धारा को छोड़कर सभी शेष तीन धाराओं का संबंध दक्षिणी अटलांटिक महासागर से है, जो एक वृत्त का निर्माण करती हैं, जबकि पेरुवियन धारा का संबंध दक्षिण-पूर्वी प्रशांत महासागर से है। पेरुवियन धारा को हम्बोल्ट धारा भी कहते हैं। यह दक्षिणी अमेरिका महाद्वीप के पश्चिमी तट के सहारे दक्षिण से उत्तर की ओर प्रवाहित होने वाली ठंडी जलधारा है।

2. निम्नलिखित में से कौन-सी शीत धारा है? [Jharkhand P.C.S. (Pre) 2003]

Correct Answer: (a) पेरुवियन (हम्बोल्ट)
Note:

उपर्युक्त पेरूवियन धारा को छोड़कर सभी शेष तीन धाराओं का संबंध दक्षिणी अटलांटिक महासागर से है, जो एक वृत्त का निर्माण करती हैं, जबकि पेरुवियन धारा का संबंध दक्षिण-पूर्वी प्रशांत महासागर से है। पेरुवियन धारा को हम्बोल्ट धारा भी कहते हैं। यह दक्षिणी अमेरिका महाद्वीप के पश्चिमी तट के सहारे दक्षिण से उत्तर की ओर प्रवाहित होने वाली ठंडी जलधारा है।

3. निम्नांकित में किसका सुमेल नहीं है? [U.P. P.C.S. (Pre) 1998]

Correct Answer: (b) हम्बोल्ट धारा - उत्तरी प्रशांत महासागर
Note:

उपर्युक्त पेरूवियन धारा को छोड़कर सभी शेष तीन धाराओं का संबंध दक्षिणी अटलांटिक महासागर से है, जो एक वृत्त का निर्माण करती हैं, जबकि पेरुवियन धारा का संबंध दक्षिण-पूर्वी प्रशांत महासागर से है। पेरुवियन धारा को हम्बोल्ट धारा भी कहते हैं। यह दक्षिणी अमेरिका महाद्वीप के पश्चिमी तट के सहारे दक्षिण से उत्तर की ओर प्रवाहित होने वाली ठंडी जलधारा है।

4. गल्फ स्ट्रीम है- [44th B.P.S.C. (Pre) 2000 42nd B.P.S.C. (Pre) 1997]

Correct Answer: (b) एक महासागरीय धारा
Note:

फ्लोरिडा की धारा जब एण्टलीस धारा का जल समाविष्ट कर हेटरस अंतरीप से आगे बढ़ती है, तो वह गल्फ स्ट्रीम के नाम से जानी जाती है। यह गर्म जलधारा है तथा सं.रा. अमेरिका के पूर्वी तट के सहारे प्रवाहित होती है। गल्फ स्ट्रीम धारा की खोज पोंस डि लियोन ने 1513 ई. में की थी।

5. दिए गए मानचित्र में महासागरीय धाराओं का निम्नलिखित में से कौन-सा एक युग्म दिखाया गया है? [I.A.S. (Pre) 1999]

Correct Answer: (d) बेंगुला और गिनी
Note:

उपर्युक्त मानचित्र में दक्षिण से उत्तर की ओर प्रवाहित होने वाली ठंडी जलधारा बेंगुला और उत्तर से दक्षिण प्रवाहित हो रही गिनी की खाड़ी में गिनी धारा का युग्म प्रदर्शित किया गया है। अतः विकल्प (d) सही उत्तर है।

6. सूची-I का सूची-II से सुमेलित कीजिए और सूचियों के नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए : [Jharkhand P.C.S. (Pre) 2013]

सूची-I सूची-II
(A) गल्फ स्ट्रीम 1. प्रशांत महासागर
(B) पश्चिमी वायु प्रवाह से 2. पश्चिमी वायु के क्षेत्र के ऊपर पूरब की ओर चलने वाली धीमी धारा
(C) पेरू धारा 3. हिंद महासागर
(D) पश्चिमी ऑस्ट्रेलियाई धारा 4. गर्म धारा

 

A B C D
(a) 4 2 1 3
(b) 1 3 4 2
(c) 4 3 1 2
(d) 1 2 4 3

 

Correct Answer: (a)
Note:

सही उत्तर का सुमेलन इस प्रकार है-

सूची-I सूची-II
गल्फ स्ट्रीम गर्म धारा
पश्चिमी वायु प्रवाह पश्चिमी वायु के क्षेत्र के ऊपर पूरब की ओर चलने वाली धीमी धारा
पेरू धारा प्रशांत महासागर
पश्चिमी ऑस्ट्रेलियाई धारा हिंद महासागर

 

7. निम्नलिखित कारकों पर विचार कीजिए- [I.A.S. (Pre) 2012]

1. पृथ्वी का आवर्तन

2. वायु दाब और हवा

3. महासागरीय जल का घनत्व

4. पृथ्वी का परिक्रमण

उपर्युक्त में से कौन-से कारक महासागरीय धाराओं को प्रभावित करते हैं?

Correct Answer: (b) 1, 2 और 3
Note:

महासागरों में धाराओं की उत्पत्ति कई कारकों के सम्मिलित प्रभाव के फलस्वरूप संभव होती है। इन कारकों में पृथ्वी का परिभ्रमण (आवर्तन), तापमान में भिन्नता, लवणता में भिन्नता, घनत्व में भिन्नता, वायु दाब तथा हवाएं (पवनें) एवं वाष्पीकरण तथा वर्षा का प्रभाव अधिक है। उल्लेखनीय है कि पृथ्वी की परिक्रमण गति महासागरीय धाराओं को प्रभावित नहीं करती है।

8. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए- [I.A.S. (Pre) 2002]

1. महासागरीय धाराएं महासागर में जल का मंद भू-पृष्ठ संचलन होती हैं।

2. महासागरीय धाराएं पृथ्वी का ताप संतुलन बनाए रखने में सहायक होती हैं।

3. महासागरीय धाराएं मुख्यतः सनातन पवनों द्वारा चलायमान होती हैं।

4. महासागरीय धाराएं महासागर संरूपण द्वारा प्रभावित होती हैं।

इनमें से कौन-से वक्तव्य सही हैं?

Correct Answer: (d) 1, 2, 3 और 4
Note:

महासागरों के जल के एक निश्चित दिशा में प्रवाहित होने की गति को 'महासागरीय धारा' कहा जाता है। अधिकांश धाराएं सनातनी पवन वेग से प्रेरित होकर आगे बढ़ती हैं। धाराओं की गति एवं सीमा निश्चित नहीं होती है। सामान्यतः गति मंद होती है और सतह का केवल भू-पृष्ठ जल ही गतिशील रहता है। अतः कथन 1 एवं 3 सही हैं। तापमान की महासागरीय धाराओं के संचलन में भूमिका रहती है, क्योंकि विषुवतरेखीय जलधारा तापमान से ही प्रेरित होती है। कुछ शीत क्षेत्रों में गर्म जलधाराओं (यथा गल्फ स्ट्रीम) का तथा कुछ ग्रीष्म क्षेत्रों में ठंडी जलधाराओं (यथा बेंगुला धारा) की ताप संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। अतः कथन (2) भी सही है। महासागरीय धाराएं प्रचलित पवनें और पृथ्वी की परिभ्रमण गति के अतिरिक्त महासागरीय संरूपण द्वारा भी प्रभावित होती हैं। इनमें तट की दिशा एवं आकार तथा महासागरीय स्थलाकृतियां सर्वाधिक महत्वपूर्ण हैं। अतः कथन (4) भी सत्य है।

9. हिंद महासागर में सागर धाराओं की नियमित दिशा में परिवर्तन के लिए निम्नलिखित कारकों में से कौन-सा एक उत्तरदायी है? [I.A.S. (Pre) 1997]

Correct Answer: (b) हिंद महासागर में मानसूनी प्रवाह पाया जाता है
Note:

हिंद महासागर की धाराओं में प्रशांत एवं अटलांटिक महासागरीय धाराओं का क्रम कुछ परिवर्तन के साथ पाया जाता है। हिंद महासागर की धाराओं पर स्थलमंडल तथा मानसूनी हवाओं का पर्याप्त प्रभाव है। उत्तरी हिंद महासागर में उत्तर-पूर्व तथा दक्षिण-पश्चिम मानसूनी हवाओं के कारण धाराओं की दिशा में वर्ष में दो बार परिवर्तन होता है, जबकि दक्षिण हिंद महासागर में धाराओं का एक निश्चित क्रम पाया जाता है। अतः विकल्प (b) सही उत्तर है।

10. अगुलहास धारा चलती है- [R.A.S./R.T.S. (Pre) 1999]

Correct Answer: (a) हिंद महासागर में
Note:

अगुलहास धारा दक्षिण हिंद महासागर में प्रवाहित होने वाली गर्म जलधारा है।