Solution:प्रश्नकाल में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को छोड़कर भारत में सार्वजनिक क्षेत्र के 20 बैंक थे (आईडीबीआई बैंक सार्वजनिक क्षेत्र का तो बैंक था, किंतु राष्ट्रीयकृत बैंक नहीं था। अतः स्टेट बैंक समूह को छोड़कर भारत में राष्ट्रीयकृत बैंकों की संख्या 19 थी)। सितंबर, 2018 में अरुण जेटली के नेतृत्व में एक पैनल ने सार्वजनिक क्षेत्र के तीन बैंकों, नामतः बैंक ऑफ बड़ौदा, विजया बैंक और देना बैंक के विलय की सिफारिश की। इस सिफारिश के अनुरूप देना और विजया बैंक का विलय बैंक ऑफ बड़ौदा में हो गया है, जो 1 अप्रैल, 2019 से प्रभावी है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 30 अगस्त, 2019 को 10 राष्ट्रीयकृत बैंकों का समामेलन 4 बैंकों के रूप में किए जाने की बृहद योजना की घोषणा की थी। इसके क्रियान्वित होने के बाद देश में भारतीय स्टेट बैंक के अतिरिक्त राष्ट्रीयकृत बैंकों की संख्या घटकर 11 रह गई है।अद्यतन बैंकों का समामेलन निम्न है-
बैंक (जिनका विलय हुआ) | बैंक (जिसमें विलय हुआ) |
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ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया | पंजाब नेशनल बैंक |
सिंडिकेट बैंक | केनरा बैंक |
आंध्रा बैंक, कॉर्पोरेशन बैंक | यूनियन बैंक ऑफ इंडिया |
इलाहाबाद बैंक | इंडियन बैंक |
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की सूची - 1. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, 2. बैंक ऑफ बड़ौदा, 3. बैंक ऑफ इंडिया, 4. बैंक ऑफ महाराष्ट्र, 5. केनरा बैंक, 6. सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, 7 इंडियन बैंक, 8. इंडियन ओवरसीज बैंक, 9. पंजाब नेशनल बैंक, 10 पंजाब एंड सिंध बैंक, 11. यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, 12. यूको बैंक ।