रबी की फसलें (खाद्यान्न फसलें)

Total Questions: 35

21. रबी की फसलों को बोया जाता है- [M.P.P.C.S. (Pre) 2013]

Correct Answer: (a) अक्टूबर से नवंबर तक
Solution:भारत में मुख्यतः तीन फसलों की बुआई की जाती है-

रबी फसल-बुआई : अक्टूबर-नवंबर, कटाई मार्च-अप्रैल ।

प्रमुख फसलें -गेहूं, जौ, चना, मटर, सरसों, मसूर तथा आलू इत्यादि।

खरीफ फसल-बुआई : जून-जुलाई, कटाई अक्टूबर-नवंबर।

प्रमुख फसलें-चावल, ज्वार, बाजरा, मक्का, तिल, मूंगफली इत्यादि।

जायद फसल-मार्च-जून (ग्रीष्मकालीन फसल)

प्रमुख फसलें-तरबूज, खरबूजा, ककड़ी, खीरा, भिंडी आदि विभिन्न प्रकार की सब्जियों की खेती।

22. निम्नलिखित में से कौन-सी खरीफ की फसल नहीं है? [R.A.S./R.T.S. (Pre) 1999]

Correct Answer: (c) मसूर
Solution:भारत में मुख्यतः तीन फसलों की बुआई की जाती है-

रबी फसल-बुआई : अक्टूबर-नवंबर, कटाई मार्च-अप्रैल ।

प्रमुख फसलें -गेहूं, जौ, चना, मटर, सरसों, मसूर तथा आलू इत्यादि।

खरीफ फसल-बुआई : जून-जुलाई, कटाई अक्टूबर-नवंबर।

प्रमुख फसलें-चावल, ज्वार, बाजरा, मक्का, तिल, मूंगफली इत्यादि।

जायद फसल-मार्च-जून (ग्रीष्मकालीन फसल)

प्रमुख फसलें-तरबूज, खरबूजा, ककड़ी, खीरा, भिंडी आदि विभिन्न प्रकार की सब्जियों की खेती।

23. निम्न में से कौन-सी रबी की फसल नहीं है? [Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2006]

Correct Answer: (a) भिंडी
Solution:भारत में मुख्यतः तीन फसलों की बुआई की जाती है-

रबी फसल-बुआई : अक्टूबर-नवंबर, कटाई मार्च-अप्रैल ।

प्रमुख फसलें -गेहूं, जौ, चना, मटर, सरसों, मसूर तथा आलू इत्यादि।

खरीफ फसल-बुआई : जून-जुलाई, कटाई अक्टूबर-नवंबर।

प्रमुख फसलें-चावल, ज्वार, बाजरा, मक्का, तिल, मूंगफली इत्यादि।

जायद फसल-मार्च-जून (ग्रीष्मकालीन फसल)

प्रमुख फसलें-तरबूज, खरबूजा, ककड़ी, खीरा, भिंडी आदि विभिन्न प्रकार की सब्जियों की खेती।

24. इनमें से कौन-सी खरीफ फसल नहीं हैं? [M.P.P.C.S (Pre) 1994]

Correct Answer: (b) चना
Solution:भारत में मुख्यतः तीन फसलों की बुआई की जाती है-

रबी फसल-बुआई : अक्टूबर-नवंबर, कटाई मार्च-अप्रैल ।

प्रमुख फसलें -गेहूं, जौ, चना, मटर, सरसों, मसूर तथा आलू इत्यादि।

खरीफ फसल-बुआई : जून-जुलाई, कटाई अक्टूबर-नवंबर।

प्रमुख फसलें-चावल, ज्वार, बाजरा, मक्का, तिल, मूंगफली इत्यादि।

जायद फसल-मार्च-जून (ग्रीष्मकालीन फसल)

प्रमुख फसलें-तरबूज, खरबूजा, ककड़ी, खीरा, भिंडी आदि विभिन्न प्रकार की सब्जियों की खेती।

25. फसलों के आधार पर बेमेल बताइए- [M.P.P.C.S (Pre) 1995]

Correct Answer: (d) गेहूं
Solution:उपर्युक्त विकल्पों में गेहूं रबी की फसल है, शेष खरीफ की फसलें हैं। अतः बेमेल विकल्प (d) है।

26. वर्ष 2015-2016 में भारत का कौन-सा राज्य गेहूं का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य था? [U.P.R.O./A.R.O. (Pre) 2016]

Correct Answer: (b) उत्तर प्रदेश
Solution:भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के कृषि सहकारिता एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा जारी कृषि सांख्यिकी एट ए ग्लांस, 2017 के अनुसार, वर्ष 2015-16 में भारत के सर्वाधिक गेहूं उत्पादक तीन राज्य निम्न हैं-
राज्यउत्पादन 2015-16प्रतिशत (कुल उत्पादन) 2015-162021-22 (च.अ.अनु.)
उत्तर प्रदेश25.43 मि. टन27.55%33.95 मि. टन
पंजाब16.08 मि.टन17.42%14.82 मि. टन
मध्य प्रदेश17.69 मि.टन19.17%22.42 मि. टन
भारत92.29 मि.टन        _106.8 मि. टन

27. भारत का अधिकतम गेहूं उत्पादक राज्य है - [U.P.P.C.S. (Mains) 2016 53rdto55th B.P.S.C. (Pre) 2011]

Correct Answer: (b) उत्तर प्रदेश
Solution:भारत का अधिकतम गेहूं उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश है। उत्तर प्रदेश ने वर्ष 2021-22 (च.अ.अनु.) में 33.95 मिलियन टन गेहूं का उत्पादन किया, जो भारत में सर्वाधिक है। उत्तर प्रदेश के बाद द्वितीय और तृतीय स्थान पर क्रमशः मध्य प्रदेश (22.42 मिलियन टन) तथा पंजाब (14.82 मि.टन) हैं।

28. 'मही सुगंधा' किस फसल की प्रजाति है? [U.P.P.C.S. (Mains) 2015]

Correct Answer: (a) धान
Solution:'मही सुगंधा' धान की फसल की एक प्रजाति है। धान की कुछ अन्य प्रमुख प्रजातियां हैं-आभा (R-155-355), अभय (IET-10746), आदित्य (IET-7613), आकाशी, अम्बिका, दीप्ती (R-34-2478), गजपति (IET- 13251), गरिमा, गीतांजलि (CRM-2007-1), पीएनआर-546, उन्नत पूसा बासमती-1 (IET-18990) 1

29. किसके उत्पादन में भारत में उत्तर प्रदेश का प्रथम स्थान है? [U.P. Lower Sub. (Pre) 2008]

Correct Answer: (b) गेहूं और गन्ना के
Solution:प्रश्नकाल तथा आर्थिक समीक्षा, 2022-23 के अनुसार भी गेहूं और गन्ना के उत्पादन में उत्तर प्रदेश का देश में प्रथम स्थान है।

30. निम्नलिखित में से गेहूं की कौन-सी प्रजाति प्रेरित उत्परिवर्तन द्वारा विकसित की गई है? [U.P.P.C.S. (Mains) 2015]

Correct Answer: (b) सोनोरा-64
Solution:भारत में गेहूं की उत्पादकता को बढ़ाने के लिए कृषि वैज्ञानिकों द्वारा गेहूं की बौनी प्रजातियों का विकास किया गया जिनमें लर्मा रोजो 64- A, सोनोरा-63, सोनोरा-64, मेयो-64 और एस-227 का परीक्षण देश के गेहूं उत्पादक राज्यों में किया गया। इन बौनी किस्मों के सफल परीक्षण के फलस्वरूप भारत में गेहूं की उत्पादकता बढ़ी।