रौलेट एक्ट और जलियांवाला बाग हत्याकांड (1919) (UPPCS)

Total Questions: 39

11. रौलेट एक्ट के विरोध में किसने लगान न देने का आंदोलन चलाने का सुझाव दिया था? [U.P. P.C.S. (Mains) 2008]

Correct Answer: (d) स्वामी श्रद्धानंद
Solution:रौलेट एक्ट को बिना वकील, बिना अपील, बिना दलील का कानून या काला कानून कहा जाता है। इसके तहत ब्रिटिश सरकार किसी भी व्यक्ति पर बिना किसी कारण बताए गिरफ्तार कर सकती थी। इसके विरोध में स्वामी श्रद्धानंद ने लगान न देने का आंदोलन चलाने का सुझाव दिया था।

12. द अनार्किकल एंड रिवोल्यूशनरी क्राइम एक्ट, 1919 को सामान्य बोलचाल में कहा जाता था- [I.A.S (Pre) 1996]

Correct Answer: (a) रौलेट एक्ट
Solution:द अनार्किकल एंड रिवोल्यूशनरी क्राइम एक्ट, 1919 को सामान्य बोलचाल में रौलेट एक्ट कहा जाता था। यह एक्ट न्यायाधीश सिडनी रौलेट (सिडनी आर्थर टेलर रौलेट) की अध्यक्षता में गठित समिति के सुझावों के आधार पर पारित किया गया था।

13. कौन-सी महत्वपूर्ण घटना जलियांवाला बाग नरसंहार के तुरंत पूर्व घटी थी? [U.P. P.C.S. (Mains) 2012]

Correct Answer: (b) रौलेट एक्ट का बनना
Solution:रौलेट एक्ट मार्च, 1919 में लागू किया गया था, जिसके विरुद्ध गांधीजी ने 6 अप्रैल, 1919 को देशव्यापी हड़ताल का आयोजन कराया था। जलियांवाला बाग (अमृतसर) में 13 अप्रैल, 1919 को शांतिपूर्ण जनसभा में ब्रिगेडियर जनरल डायर (रेगिर्नेल्ड एडवर्ड हैरी डायर) ने नृशंस नरसंहार कराया था। असहयोग आंदोलन वर्ष 1920, सांप्रदायिक अवॉर्ड वर्ष 1932 तथा साइमन कमीशन का भारत आना वर्ष 1928 की घटनाएं हैं।

14. जलियांवाला बाग हत्याकांड हुआ- [U.P P.C.S. (Pre) 1993, 46th B.P.S.C. (Pre) 2003]

Correct Answer: (c) 13 अप्रैल, 1919
Solution:रौलेट एक्ट मार्च, 1919 में लागू किया गया था, जिसके विरुद्ध गांधीजी ने 6 अप्रैल, 1919 को देशव्यापी हड़ताल का आयोजन कराया था। जलियांवाला बाग (अमृतसर) में 13 अप्रैल, 1919 को शांतिपूर्ण जनसभा में ब्रिगेडियर जनरल डायर (रेगिर्नेल्ड एडवर्ड हैरी डायर) ने नृशंस नरसंहार कराया था। असहयोग आंदोलन वर्ष 1920, सांप्रदायिक अवॉर्ड वर्ष 1932 तथा साइमन कमीशन का भारत आना वर्ष 1928 की घटनाएं हैं।

15. जलियांवाला बाग नरसंहार किस गांधीवादी सत्याग्रह के संबंध में हुआ? [64th B.P.S.C. (Pre) 2018]

Correct Answer: (b) रौलेट सत्याग्रह
Solution:रौलेट एक्ट मार्च, 1919 में लागू किया गया था, जिसके विरुद्ध गांधीजी ने 6 अप्रैल, 1919 को देशव्यापी हड़ताल का आयोजन कराया था। जलियांवाला बाग (अमृतसर) में 13 अप्रैल, 1919 को शांतिपूर्ण जनसभा में ब्रिगेडियर जनरल डायर (रेगिर्नेल्ड एडवर्ड हैरी डायर) ने नृशंस नरसंहार कराया था। असहयोग आंदोलन वर्ष 1920, सांप्रदायिक अवॉर्ड वर्ष 1932 तथा साइमन कमीशन का भारत आना वर्ष 1928 की घटनाएं हैं।

16. वर्ष 1919 भारतीय इतिहास से संबंधित है- [38th B.P.S.C. (Pre) 1992]

Correct Answer: (b) जलियांवाला बाग त्रासदी से
Solution:रौलेट एक्ट मार्च, 1919 में लागू किया गया था, जिसके विरुद्ध गांधीजी ने 6 अप्रैल, 1919 को देशव्यापी हड़ताल का आयोजन कराया था। जलियांवाला बाग (अमृतसर) में 13 अप्रैल, 1919 को शांतिपूर्ण जनसभा में ब्रिगेडियर जनरल डायर (रेगिर्नेल्ड एडवर्ड हैरी डायर) ने नृशंस नरसंहार कराया था। असहयोग आंदोलन वर्ष 1920, सांप्रदायिक अवॉर्ड वर्ष 1932 तथा साइमन कमीशन का भारत आना वर्ष 1928 की घटनाएं हैं।

17. जलियांवाला बाग कत्लेआम किस शहर में हुआ? [Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2010]

Correct Answer: (c) अमृतसर
Solution:रौलेट एक्ट मार्च, 1919 में लागू किया गया था, जिसके विरुद्ध गांधीजी ने 6 अप्रैल, 1919 को देशव्यापी हड़ताल का आयोजन कराया था। जलियांवाला बाग (अमृतसर) में 13 अप्रैल, 1919 को शांतिपूर्ण जनसभा में ब्रिगेडियर जनरल डायर (रेगिर्नेल्ड एडवर्ड हैरी डायर) ने नृशंस नरसंहार कराया था। असहयोग आंदोलन वर्ष 1920, सांप्रदायिक अवॉर्ड वर्ष 1932 तथा साइमन कमीशन का भारत आना वर्ष 1928 की घटनाएं हैं।

18. जनरल डायर का नाम किस घटना से जुड़ा हुआ है? [M.P P.C.S. (Pre) 1993]

Correct Answer: (d) जलियांवाला बाग
Solution:रौलेट एक्ट मार्च, 1919 में लागू किया गया था, जिसके विरुद्ध गांधीजी ने 6 अप्रैल, 1919 को देशव्यापी हड़ताल का आयोजन कराया था। जलियांवाला बाग (अमृतसर) में 13 अप्रैल, 1919 को शांतिपूर्ण जनसभा में ब्रिगेडियर जनरल डायर (रेगिर्नेल्ड एडवर्ड हैरी डायर) ने नृशंस नरसंहार कराया था। असहयोग आंदोलन वर्ष 1920, सांप्रदायिक अवॉर्ड वर्ष 1932 तथा साइमन कमीशन का भारत आना वर्ष 1928 की घटनाएं हैं।

19. काफी संख्या में लोग अमृतसर के जलियांवाला बाग में 13 अप्रैल, 1919 को एकत्रित हुए थे, गिरफ्तारी के विरोध में - [U.P. P.C.S. (Pre) 2002]

Correct Answer: (d) डॉ. सैफुद्दीन किचलू और डॉ. सत्यपाल
Solution:पंजाब के दो लोकप्रिय नेताओं डॉ. सैफुद्दीन किचलू और डॉ. सत्यपाल की गिरफ्तारी और ब्रिटिश दमन का ब्रिगेडियर-विरोध करने के लिए 13 अप्रैल, 1919 को बैसाखी के दिन अमृतसर के जलियांवाला बाग में एक सार्वजनिक सभा बुलाई गई थी, जहां ब्रिगेडियर-जनरल रेगिनैल्ड एडवर्ड हैरी डायर (R.E.H. Dyer) ने निहत्थी शांतिपूर्ण भीड़ पर गोलियां चलवाकर लगभग 1,000 लोगों की हत्या कराई, जबकि सरकारी रिपोर्ट के अनुसार 379 लोग मारे गए थे। 13 अप्रैल, 1919 को जलियांवाला बाग नरसंहार की हृदय-विदारक घटना के बाद रबींद्रनाथ टैगोर ने ब्रिटिश सरकार द्वारा प्रदान की गई 'नाइट' की उपाधि लौटा दी तथा शंकरन नायर ने वायसराय की कार्यकारिणी से इस्तीफा दे दिया था।

20. जलियांवाला बाग में प्रदर्शन के लिए क्यों लोग जमा हुए थे? [48th to 52nd B.P.S.C. (Pre) 2008]

Correct Answer: (b) किचलू तथा सत्यपाल के बंदी बनाने के विरोध में प्रदर्शन करने
Solution:पंजाब के दो लोकप्रिय नेताओं डॉ. सैफुद्दीन किचलू और डॉ. सत्यपाल की गिरफ्तारी और ब्रिटिश दमन का ब्रिगेडियर-विरोध करने के लिए 13 अप्रैल, 1919 को बैसाखी के दिन अमृतसर के जलियांवाला बाग में एक सार्वजनिक सभा बुलाई गई थी, जहां ब्रिगेडियर-जनरल रेगिनैल्ड एडवर्ड हैरी डायर (R.E.H. Dyer) ने निहत्थी शांतिपूर्ण भीड़ पर गोलियां चलवाकर लगभग 1,000 लोगों की हत्या कराई, जबकि सरकारी रिपोर्ट के अनुसार 379 लोग मारे गए थे। 13 अप्रैल, 1919 को जलियांवाला बाग नरसंहार की हृदय-विदारक घटना के बाद रबींद्रनाथ टैगोर ने ब्रिटिश सरकार द्वारा प्रदान की गई 'नाइट' की उपाधि लौटा दी तथा शंकरन नायर ने वायसराय की कार्यकारिणी से इस्तीफा दे दिया था।