Correct Answer: (d) पुत्रियों के पुत्रों में
Solution:यदि एक वर्णाध पुरुष एक सामान्य महिला से विवाह करता है, तो वर्णाधता के लक्षण उसके पुत्र में नहीं जाएंगे, जबकि उसकी पुत्री वाहक का कार्य करेगी। अगली पीढ़ी में यह वाहक पुत्री यदि सामान्य पुरुष से विवाह करती है, तो उसके पुत्रों में वर्णाधता की संभावना 50% होगी, जबकि पुत्रियों में वाहक होने की संभावना 50% होगी। यदि वाहक पुत्री किसी वर्णाध पुरुष से विवाह करती है, तो उसके पुत्रों के वर्णांच होने की संभावना 50% तथा पुत्रियां या तो वर्णाच या तो वाहक होगी। वर्णाधता एक X- क्रोमोसोम संबंधी (X-linked) रोग है. जिसके कारण यदि एक स्त्री एक वर्णाधता प्रभावित X क्रोमोसोम के साथ एक सामान्य X क्रोमोसोम प्राप्त करती है, तो यह वर्णाध न होकर मात्र इसके वाहक का कार्य करेगी। दूसरी ओर यदि एक पुरुष एक वर्णाचता प्रभावित X क्रोमोसोम प्राप्त करता है, तो उसमे (सामान्य Y क्रोमोसोम X से अत्यधिक छोटा होने के कारण) वर्णाधता के लक्षण आएंगे। वर्णाध पुरुष और सामान्य महिला के पुत्र में X क्रोमोसोम सामान्य होने के कारण वे सामान्य होंगे।