कथन (A): शीतोष्ण वनों के विपरीत यदि उष्णकटिबंधीय वर्षा वनों का निर्वृक्षन किया जाए, तो उत्पादी कृषि स्थल निकलते हैं, जो कई वर्षों तक रासायनिक उर्वरकों के बिना भी गहन कृषि का भरण-पोषण कर सकते हैं।
कारण (R) : शीतोष्ण वनों की तुलना में उष्णकटिबंधीय वर्षा वनों की प्रधान उत्पादकता बहुत अधिक होती है।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर का चयन कीजिए-
Correct Answer: (d) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।
Solution:यदि उष्णकटिबंधीय वर्षा वनों के स्थान पर शीतोष्ण कटिबंधीय वनों का निर्वृक्षन किया जाए, तो उत्पादी कृषि स्थल निकलते हैं। मध्य अक्षांशीय भागों (यूरोप एवं अमेरिका) में स्थित इन वनों का निर्वृक्षन कर कृषि फॉर्मों का तेजी से विकास किया जा रहा है। अतः कथन (A) गलत है। उष्णकटिबंधीय वर्षा वनों की प्रधान उत्पादकता [2200 ग्राम (शुष्कभार)/ वर्ग मीटर/वर्ष] अन्य सभी वनों से अधिक होती है। यह शीतोष्ण वनों [1320 ग्राम (शुष्कभार) / वर्ग मीटर/वर्ष] से भी अधिक है। इसलिए कारण (R) सही है।