वर्गिकी (Part – IV)

Total Questions: 29

11. रसेदार सब्जी में प्रयोग होने वाला मशरूम होता है: [U.P.P.C.S. (Mains) 2008]

Correct Answer: (a) कवक
Solution:यीस्ट (Yeast) और मशरूम (Mushroom) फफूंद अर्थात कवक (Fungi) हैं। ये पर्णहरिम रहित (Achlorophyllous) तथा संवहन ऊतक रहित होते है, जो कि भोजन के लिए दूसरों पर निर्भर रहते हैं। यीस्ट एस्कोमाइसिटीज (Ascomycetes) कुल का, जबकि मशरूम बेसिडियोमाइसिटीज (Basidiomycetes) कुल का सदस्य है।

12. कभी-कभी समाचारों में उल्लिखित "गुच्छी" के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए- [I.A.S. (Pre) 2022]

1. यह एक कवक है।

2. यह कुछ हिमालयी वन क्षेत्रों में उगती है।

3. उत्तर-पूर्वी भारत के हिमालय की तलहटी में इसकी वाणिज्यिक रूप से खेती की जाती है।

उपर्युक्त कथनों में कौन-सा/से सही है/है?

Correct Answer: (c) 1 और 2
Solution:

गुच्छी एक कवक है, जिसे दुनिया के सबसे महंगें मशरूमों में से एक माना जाता है। इन्हें मोरेल मशरूम भी कहते हैं। वस्तुतः 'गुच्छी' जंगली प्रजाति के मशरूम है, जो हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड एवं जम्मू-कश्मीर जैसे हिमालयी क्षेत्रों में उगते है। अतः कथन । एवं 2 सही है, जबकि कथन 3 सही नहीं है, क्योंकि 'गुच्छी' उत्तर-पूर्वी हिमालय की तलहटी में नहीं पाया जाता है। साथ ही इसकी वाणिज्यिक खेती भी नहीं की जाती है।

13. निम्नलिखित समूहों में से किनमें ऐसी जातियां होती हैं, जो अन्य जीवों के साथ सहजीवी संबंध बना सकती है? [I.A.S. (Pre) 2021]

1. नाइडेरिया

2. कवक (फंजाई)

3. आदिजंतु (प्रोटोजोआ)

नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।

Correct Answer: (d) 1, 2 और 3
Solution:सहजीविता दो या दो से अधिक प्रजातियों के सदस्यों के मध्य सहजीवी संबंध है। नाइजेरिया समूह के सदस्य का डाईनोपलैजलेट शैवाल के साथ सहजीवी संबंध होता है। लाइकेन, शैवाल व कवक से जुड़े सहजीवी संबंध प्रदर्शित करते हैं। प्रोटोजोआ का सहजीवी संबंध बैक्टीरिया । सायनोबैक्टीरिया के साथ पाया जाता है। कन्दकमूल (Mycorrhiza) कवको तथा उच्चतर पादपों की जड़ों के मध्य उपयोगी प्रकार्यक साहचर्य (Functional association) है, जिससे वे एक-दूसरे से लाभांवित होते रहते हैं। इसमें कवक (Fungus) मृदा से खनिज लवण तथा जल को सोखकर उच्चस्तरीय पादपों को पहुंचाता है. जबकि उच्चस्तरीय पौधा बदले में भोज्य पदार्थ तैयार कर कवक को उपलब्ध कराता है।

14. निम्नलिखित में से कौन-सा एक कवकों और उच्चतर पादपों की जड़ों के बीच उपयोगी प्रकार्यक साहचर्य है? [I.A.S. (Pre) 1999]

Correct Answer: (b) प्रवाल मूल
Solution:सहजीविता दो या दो से अधिक प्रजातियों के सदस्यों के मध्य सहजीवी संबंध है। नाइजेरिया समूह के सदस्य का डाईनोपलैजलेट शैवाल के साथ सहजीवी संबंध होता है। लाइकेन, शैवाल व कवक से जुड़े सहजीवी संबंध प्रदर्शित करते हैं। प्रोटोजोआ का सहजीवी संबंध बैक्टीरिया । सायनोबैक्टीरिया के साथ पाया जाता है। कन्दकमूल (Mycorrhiza) कवको तथा उच्चतर पादपों की जड़ों के मध्य उपयोगी प्रकार्यक साहचर्य (Functional association) है, जिससे वे एक-दूसरे से लाभांवित होते रहते हैं। इसमें कवक (Fungus) मृदा से खनिज लवण तथा जल को सोखकर उच्चस्तरीय पादपों को पहुंचाता है. जबकि उच्चस्तरीय पौधा बदले में भोज्य पदार्थ तैयार कर कवक को उपलब्ध कराता है।

15. 'माइकोराइजा' एक सहजीवी संबंध है- [U.P.B.E.O. (Pre) 2019]

Correct Answer: (c) कवक और पौधों के मध्य
Solution:सहजीविता दो या दो से अधिक प्रजातियों के सदस्यों के मध्य सहजीवी संबंध है। नाइजेरिया समूह के सदस्य का डाईनोपलैजलेट शैवाल के साथ सहजीवी संबंध होता है। लाइकेन, शैवाल व कवक से जुड़े सहजीवी संबंध प्रदर्शित करते हैं। प्रोटोजोआ का सहजीवी संबंध बैक्टीरिया । सायनोबैक्टीरिया के साथ पाया जाता है। कन्दकमूल (Mycorrhiza) कवको तथा उच्चतर पादपों की जड़ों के मध्य उपयोगी प्रकार्यक साहचर्य (Functional association) है, जिससे वे एक-दूसरे से लाभांवित होते रहते हैं। इसमें कवक (Fungus) मृदा से खनिज लवण तथा जल को सोखकर उच्चस्तरीय पादपों को पहुंचाता है. जबकि उच्चस्तरीय पौधा बदले में भोज्य पदार्थ तैयार कर कवक को उपलब्ध कराता है।

16. लाइकेन, जो एक नग्न चट्टान पर भी पारिस्थितिक अनुक्रम को प्रारंभ करने में सक्षम हैं, वास्तव में किनके सहजीवी साहचर्य है? [I.A.S. (Pre) 2014]

Correct Answer: (b) शैवाल और कवक
Solution:लाइकेन निम्न श्रेणी की ऐसी छोटी वनस्पतियों का एक समूह है, जो विभिन्न प्रकार के आधारों पर उगे हुए पाए जाते हैं। इन आधारों में वृक्षों की पत्तियां एवं छाल, प्राचीन दीवारें, भूतल, चट्टान और शिलाएं मुख्य हैं। वास्तव में लाइकेन दो पूर्णतया भिन्न वनस्पतियों से बना एक द्वैध पादप होता है। इन वनस्पतियों में से एक है 'शैवाल' (Algae) और दूसरा है 'कवक' (Fungus), किंतु इन दोनों में इतना निकटतम साहचर्य होता है कि इनसे बना लाइकेन एक ही पौधा प्रतीत होता है। इस साहचर्य में अधिकांशत कवक ही होता है. जो शैवाल वाले अंग के ऊपर एक थैले की भांति आवरण होता है तथा शैलस के आकार के लिए उत्तरदायी होता है। दोनों बनस्पतियों की मिश्रित वृद्धि से ही आइकेन को एक विशेष आकार और संरचना प्राप्त होती है. जिससे लाइकेन कई कुल और जातियों में विभक्त हो जाते हैं।

17. लाइकेन मिश्रित जीव है, जो बने होते हैं- [R.A.S./R.T.S. (Pre) 1997]

Correct Answer: (b) कवक एवं शैवाल से
Solution:लाइकेन निम्न श्रेणी की ऐसी छोटी वनस्पतियों का एक समूह है, जो विभिन्न प्रकार के आधारों पर उगे हुए पाए जाते हैं। इन आधारों में वृक्षों की पत्तियां एवं छाल, प्राचीन दीवारें, भूतल, चट्टान और शिलाएं मुख्य हैं। वास्तव में लाइकेन दो पूर्णतया भिन्न वनस्पतियों से बना एक द्वैध पादप होता है। इन वनस्पतियों में से एक है 'शैवाल' (Algae) और दूसरा है 'कवक' (Fungus), किंतु इन दोनों में इतना निकटतम साहचर्य होता है कि इनसे बना लाइकेन एक ही पौधा प्रतीत होता है। इस साहचर्य में अधिकांशत कवक ही होता है. जो शैवाल वाले अंग के ऊपर एक थैले की भांति आवरण होता है तथा शैलस के आकार के लिए उत्तरदायी होता है। दोनों बनस्पतियों की मिश्रित वृद्धि से ही आइकेन को एक विशेष आकार और संरचना प्राप्त होती है. जिससे लाइकेन कई कुल और जातियों में विभक्त हो जाते हैं।

18. शैवाल और कवक के मिलने से लाइकेन बनता है, जिसे कहते हैं- [B.P.S.C. (Pre) 2019]

Correct Answer: (b) म्यूट्युअलिज्म
Solution:शैवाल और कवक के मिलने से लाइकेन बनता है, जिसे म्युट्युअलिज्म (Mutualism) कहते हैं। इसमें शैवाल तथा कवक दोनों ही समान रूप से लाभांवित होते हैं। शैवाल कार्बनिक पदार्थों का संश्लेषण करते हैं, जो स्वयं तथा कवकी घटक के लिए पर्याप्त होता है। कार्बनिक भोजन के बदले में कवकी घटक शैवाल को जल व खनिज उपलब्ध कराते हैं।

19. फलीदार पादपों की जड़ों में उपस्थित गांठों में पाए जाने वाले नत्रजन स्थिरीकरण जीवाणु है- [Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2007]

Correct Answer: (c) सहजीवी
Solution:फलीदार पादपों की जड़ों में मौजूद गांठों (Nodules) में पाए जाने वाले विशेष जीवाणु राइजोबियम (Rhizobium) सहजीविता (Symbiosis) का जीवन-यापन करते हैं। जहां एक ओर ये जीवाणु नाइट्रोजन यौगिकीकरण द्वारा नाइट्रोजन को नाइट्रेट में बदलकर पौधे को उपलब्ध कराते हैं, वहीं पर दूसरी ओर यह फलीदार पौधा इन्हें आवास तथा भोजन उपलब्ध कराता है।

20. कपास का प्रमुख घटक है- [U.P. Lower Sub. (Pre) 2009]

Correct Answer: (c) सेल्युलोज
Solution:कपास का प्रमुख रासायनिक घटक सेल्युलोज है, जिसकी मात्रा 91-94 प्रतिशत होती है। इसमें जल लगभग 6-8 प्रतिशत तथा सूक्ष्म मात्रा में वसा, प्रोटीन, प्रोटोप्लाज्म, खनिज लवण आदि पाए जाते है।