वायु प्रदूषण

Total Questions: 21

11. निम्नलिखित में से कौन-सा वायु प्रदूषण के जैविक सूचक का प्रसिद्ध उदाहरण है? [U.P.P.C.S. (Pre) 2019]

Correct Answer: (a) लाइकेन्स
Note:

लाइकेन वायु प्रदूषण के महत्वपूर्ण सूचक हैं। यदि वातावरण में सल्फर डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ जाती है, तो लाइकेन समाप्त होने लगते हैं। लाइकेन कवक एवं शैवाल से मिलकर बने होते हैं, जो पेड़ों के तने एवं चट्टानों आदि पर पाए जाते हैं।

12. कोयला, पेट्रोल, डीजल आदि का दहन मूल स्रोत है- [U.P.P.C.S. (Mains) 2011]

Correct Answer: (c) वायु प्रदूषण का
Note:

कोयला, पेट्रोल, डीजल आदि के दहन से मुख्यतः कार्बन और नाइट्रोजन के ऑक्साइड वायु में व्याप्त होते हैं, जो कि वायु प्रदूषण के प्रमुख कारण हैं। जब मानवीय या प्राकृतिक कारणों से वायुमंडल में उपस्थित गैसों के निश्चित अनुपात में (विषाक्त गैसों या कणकीय पदार्थों की वजह से) अवांछनीय परिवर्तन हो जाता है, तो इसे वायु प्रदूषण कहते हैं।

13. पारा प्रदूषण के बारे में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए - [I.A.S.(Pre) 2023]

1. स्वर्ण खनन गतिविधि विश्व में पारा प्रदूषण का स्रोत है।

2. कोयला-आधारित ऊष्मीय शक्ति संयंत्र (थर्मल पॉवर प्लांट) से पारा प्रदूषण होता है।

3. पारा के संपर्क में आने का कोई ज्ञात सुरक्षा-स्तर नहीं है।

उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं?

Correct Answer: (c) सभी तीन
Note:

पारा (Hg) एक वैश्विक प्रदूषक है। यह मानव एवं पारिस्थितिक तंत्र को नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है। स्वर्ण खनन गतिविधि विश्व में पारा प्रदूषण का एक प्रमुख स्रोत है। स्वर्ण निष्कर्षण की प्रक्रिया में पारे का ही इस्तेमाल किया जाता है। इस तरह कथन 1 सत्य है। कोयला आधारित ऊष्मीय शक्ति संयंत्र (Thermal Power Plant) पारा प्रदूषण का एक प्रमुख स्रोत है। जब विद्युत उत्पादन हेतु कोयले का दहन किया जाता है, तो कोयले में उपस्थित पारे की अल्प मात्रा पारा उत्सर्जन के रूप में वायुमंडल में जाती है। इस तरह कथन 2 भी सत्य है। ध्यातव्य है कि पारे के संपर्क में आने का कोई ज्ञात सुरक्षा स्तर नहीं है। पारा एक विषैली धातु है, जो मानव स्वास्थ्य विशेषकर तंत्रिका तंत्र पर हानिकारक प्रभाव डाल सकता है। यह समय के साथ-साथ मानव शरीर में जमा होकर कई प्रकार का नुकसान पहुंचा सकता है। जैसे- उ‌द्विकास तथा तंत्रिका संबंधी समस्याएं। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2013 में हस्ताक्षरित मिनिमाता कन्वेंशन पारे के हानिकारक प्रभावों से बचने हेतु बनाई गई एक अंतरराष्ट्रीय संधि है।

14. प्रकाश रसायनी धूम्र कोहरे के बनने के समय निम्न में से कौन-सा एक उत्पन्न होता है? [I.A.S. (Pre) 2003]

Correct Answer: (b) नाइट्रोजन ऑक्साइड
Note:

प्रकाश रासायनिक धूम्र कोहरा (Smog) शब्द Smoke और fog के मिलने से बना है। प्रकाश रासायनिक धूम्र कोहरा वायु प्रदूषण की एक अवस्था है। गाड़ियों और औद्योगिक कारखानों से निकले धुएं में उपस्थित नाइट्रोजन ऑक्साइड एवं नाइट्रोजन डाइऑक्साइड गैसें सूर्य के प्रकाश में हाइड्रोकार्बन के साथ अभिक्रिया करके कई सारे द्वितीयक प्रदूषकों को जन्म देती हैं, जैसे ओजोन, फार्मेल्डिहाइड और PAN - (Peroxy Acetyl Nitrate) आदि। इन्हीं द्वितीयक प्रदूषकों से प्रकाश रासायनिक धूम्र कोहरा उत्पन्न होता है।

15. प्रकाश रासायनिक धूम्र का बनना किनके बीच अभिक्रिया का परिणाम होता है? [I.A.S. (Pre) 2013]

Correct Answer: (a) NO,, O, तथा पेरॉक्सीएसीटिल नाइट्रेट के बीच, सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में
Note:

गर्म, शुष्क और तीव्र सौर विकिरण वाले महानगरों में वायुमंडलीय हाइड्रोकार्बन और वाहनों व बिजली संयंत्रों से निकलने वाली नाइट्रोजन ऑक्साइड सूर्य के प्रकाश में अभिक्रिया करके कई सारे द्वितीयक प्रदूषक बनाती है, जैसे- ओजोन, फॉर्मेल्डिहाइड और पेरॉक्सीएसीटिल नाइट्रेट PAN) आदि। इन अभिक्रियाओं को प्रकाश रासायनिक अभिक्रिया कहते 4. क्योंकि इनमें सूर्य का प्रकाश और रासायनिक प्रदूषक दोनों शामिल होते हैं। इससे बनने वाले भूरे-नारंगी जैसे वायु प्रदूषण के पर्दे को 'प्रकाश रासायनिक धूम्र' कहते हैं। ध्यातव्य है कि ऑक्सीजन व नाइट्रोजन के मिलने से नाइट्रिक ऑक्साइड (NO) बनती है। यह गैस वायु में ऑक्सीजन से मिलकर नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (NO₂) का निर्माण करती है। NO, भूरे रंग की तीखी गैस है। यह प्रकाश के अवशोषण के फलस्वरूप नाइट्रिक ऑक्साइड (NO) तथा नवजात ऑक्सीजन (O) का एक-एक परमाणु बना लेती है। उल्लेखनीय है कि नवजात ऑक्सीजन (O) बहुत क्रियाशील होती है। नवजात ऑक्सीजन (Nascent Oxygen) सूर्य के तीव्र प्रकाश की उपस्थिति में ऑक्सीजन के एक अणु (0) से क्रिया करके ओजोन (O) बना लेती है। तत्पश्चात 0, पत्तियों के खुले रघों (Open Stomata) द्वारा पर्णमध्योतक (Mesophyll Tissue) की कोशिकाओं में प्रवेश कर जाती है। यह कोशिकाओं में उपस्थित जल से क्रिया करके हानिकारक ऑक्सीजन मुक्त मूलक (Oxygen-free Radicals) अथवा पेरॉक्सिल मूलक (Peroxyl Radicals) जैसे- O,, OH, O, HO, आदि का निर्माण करती है। पेरॉक्सिल मूलक या तो ऑक्सीजन के अणुओं से मिलकर ओजोन (0,) बना लेते हैं अथवा नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (NO₂) से मिलकर पेरॉक्सीएसीटिल नाइट्रेट (PAN) का निर्माण करते हैं।

16. धुआं में आंखों को प्रभावित करने वाला कौन-सा शक्तिशाली उत्तेज्य होता है? [U.P.P.C.S. (Pre) 2018]

Correct Answer: (d) पेरॉक्सीएसीटिल नाइट्रेट
Note:

पेरॉक्सीएसीटिल नाइट्रेट (PAN) प्रकाश रासायनिक धुएं (Photo Chemical Smog) में उपस्थित एक द्वितीयक प्रदूषक है, जो आंखों में जलन तथा उत्तेजना पैदा करता है। यह आंखों को प्रभावित करने वाला एक शक्तिशाली उत्तेज्य होता है।

17. वाहनों में पेट्रोल के जलने से निम्न धातु वायु को प्रदूषित करती है- [Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2015]

Correct Answer: (c) लेड
Note:

वाहनों में पेट्रोल के जलने से लेड धातु उत्सर्जित होती है, जो वायु को प्रदूषित करती है। लेड को इंजन में नॉकिंग (Knocking) रोकने के लिए प्रयुक्त किया जाता है। अब परिशोधनशाला (Refinery) तकनीक में उन्नयन के कारण पेट्रोल में लेड डालने की आवश्यकता समाप्त हो चुकी है। लेड एक वायु प्रदूषक है, जिससे कई गंभीर स्वास्थ्य परिणाम उत्पन्न हो सकते हैं। लेड बच्चों में मस्तिष्क के विकास में बाधा पहुंचाता है, उनके बुद्धिलब्धि लेवल (I.Q.) को घटाता है तथा वयस्कों में हृदय व श्वसन संबंधी बीमारियों को उत्पन्न करता है।

18. सी.एन.जी. का मुख्य घटक है- [66th B.P.S.C. (Re-Exam) 2020]

Correct Answer: (d) CH
Note:

प्राकृतिक गैस को उच्च दाब पर संपीडित प्राकृतिक गैस (सी.एन.जी.) के रूप में भंडारित किया जाता है। इसका उपयोग, परिवहन वाहनों में ईंधन के रूप में किया जा रहा है, क्योंकि यह कम प्रदूषणकारी है। सी.एन.जी. का मुख्य घटक मीथेन (CH) है।

19. निम्नलिखित वायु प्रदूषकों में से कौन रक्त धारा को दुष्प्रभावित कर मौत उत्पन्न कर सकता है? [U.P.P.C.S. (Pre) 2013]

Correct Answer: (d) कार्बन मोनोऑक्साइड
Note:

कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) एक मुख्य वायु प्रदूषक है। यह गैस रक्त में उपस्थित हीमोग्लोबिन से जुड़कर कार्बोक्सीहीमोग्लोबिन बनाती है, जिसके कारण रक्त की ऑक्सीजन वहन करने की क्षमता कम हो जाती है। जब लगभग 50 प्रतिशत हीमोग्लोबिन, कार्बोक्सीहीमोग्लोबिन में बदल जाता है, तब ऑक्सीजन की कमी से श्वसन क्रिया में अवरोध हो जाता है, जिसके परिणामस्वरूप मृत्यु हो जाती है।

20. निम्नलिखित में से कौन-सा वायु प्रदूषक ऑक्सीजन की अपेक्षा अधिक शीघ्रता से रक्त के हीमोग्लोबिन में घुल जाता है? [U.P.P.C.S. (Pre) 2016]

Correct Answer: (c) कार्बन मोनोऑक्साइड
Note:

कार्बन मोनोऑक्साइड हानिकारक गैस है। जब यह हमारे फेफड़ों में प्रवेश करती है, तो रक्त में हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है। यह गैस हीमोग्लोबिन अणुओं से ऑक्सीजन की तुलना में 200 से 300 गुना अधिक तेजी से संयुक्त हो जाती है, जिस कारण वायु में पर्याप्त ऑक्सीजन होने पर भी सांस लेने में कठिनाई होती है और घुटन महसूस होने लगती है। अतः यह बहुत हानिकारक वायु प्रदूषक है।