कथन (A): विश्व के अधिकांश उष्ण मरुस्थल 15° से 30° उत्तरी एवं दक्षिणी अक्षांशों के मध्य महाद्वीपों के पश्चिमी किनारे पर स्थित हैं।
कारण (R) : व्यापारिक पवनें जैसे-जैसे पश्चिम की ओर जाती हैं, उनकी नमी और आर्द्रता में कमी आती जाती हैं।
Correct Answer: (a) (A) और (R) दोनों सही हैं और (R), (A) की सही व्याख्या है।
Solution:विश्व के अधिकांश उष्ण मरुस्थल 15° से 30° उत्तरी एवं दक्षिणी अक्षांश के मध्य महाद्वीपों के पश्चिमी किनारे पर स्थित हैं, जैसे-अफ्रीका का सहारा व कालाहारी, दक्षिणी अमेरिका का अटाकामा आदि। इस क्षेत्र में व्यापारिक हवाएं उत्तरी गोलार्द्ध में उत्तर-पूर्व से एवं दक्षिणी गोलार्द्ध में दक्षिण-पूर्व से आती हैं। अतः महाद्वीप के पश्चिमी भाग तक पहुंच- ते-पहुंचते यह शुष्क हो जाती हैं। इससे इस क्षेत्र में वर्षा नगण्य होती है, जो इस क्षेत्र में मरुस्थल बनने के कारणों में एक महत्वपूर्ण कारक है। इसके अतिरिक्त महाद्वीपों के पश्चिमी भागों में ठंडी सागरीय धाराएं भी इन मरुस्थलों के निर्माण में सहायक है। अतः कारण, कथन की सही व्याख्या करता है। इसलिए विकल्प (a) सही है।