Correct Answer: (a) भा.द.सं. की धारा 377
Solution:6 सितंबर, 2018 को सर्वोच्च न्यायालय की पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने विभिन्न याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए भारतीय दंड संहिता (IPC), 1860 की धारा 377 को आंशिक रूप से असंवैधानिक घोषित किया। ज्ञातव्य है कि IPC, 1860 की धारा 377 अप्राकृतिक यौन अपराधों से संबंधित है। ज्ञातव्य है कि भारतीय दंड संहिता (IPC) को 'भारतीय न्याय संहिता' से प्रतिस्थापित किया गया है जो 1 जुलाई, 2024 से प्रभावी होगी।